नैन खोल मेरी हाल देख मैया
छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना।
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
बात बनती हो जहाँ, बात बनाए रखिए ।
जनता हमको दीजिए,अपना हर इक वोट
हो तन मालिन जब फूलों का, दोषी भौंरा हो जाता है।
जहाँ खामोश रहना है, वहाँ मुँह खोल जाते है –