नशा-ए-दौलत तेरा कब तक साथ निभाएगा,
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
" अलबेले से गाँव है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*जब जन्म लिया तो मरना है, मरने से कैसा घबराना (राधेश्यामी छं
अभी ना करो कोई बात मुहब्बत की
लोगों को खुद की कमी दिखाई नहीं देती
नर्क भोगने के लिए पाप करना ही जरूरी नहीं हैं, अगर आप एक शिक्
Tea Lover Please Come 🍟☕️
मैं भी क्यों रखूं मतलब उनसे
ज़िंदगी ने अब मुस्कुराना छोड़ दिया है
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
फूल की प्रेरणा खुशबू और मुस्कुराना हैं।
पीर- तराजू के पलड़े में, जीवन रखना होता है ।
जन्मदिन के मौक़े पिता की याद में 😥
■ एक मार्मिक तस्वीर पर मेरा एक तात्कालिक शेर :--