मैं उसे पसन्द करता हूं तो जरुरी नहीं कि वो भी मुझे पसन्द करे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-158के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भक्त मार्ग और ज्ञान मार्ग
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*अमर रहे गणतंत्र हमारा, मॉं सरस्वती वर दो (देश भक्ति गीत/ सरस्वती वंदना)*
सर्द ठिठुरन आँगन से,बैठक में पैर जमाने लगी।
तमस अमावस का घिरा, रूठा उजला पाख।
मोहब्बत ना सही तू नफ़रत ही जताया कर
श्रीकृष्ण की व्यथा....!!!!
संभव है तुम्हें मेरे जैसे अनेकों लोग मिल जायें, पर ध्यान रहे
छुआ है जब से मैंने उम्र की ढलान को,
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
दिल से कह देना कभी किसी और की
हार का प्रमुख कारण मन का शरीर से कनेक्शन टूट जाना है।
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता