कृष्णकांत गुर्जर "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid कृष्णकांत गुर्जर 31 Jan 2017 · 1 min read क्यो बेटी मारी जाती है हे माँ बतला इक बात मुझे,क्यो बेटी मारी जाती है| कल माँ भी तो बेटी थी माँ ,फिर क्यो जिंदा रह जाती है|| बेदो मे और कुरानो मे,क्यो बेटी पूँजी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 670 Share