Ayushi Verma Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ayushi Verma 19 May 2024 · 1 min read रिटायरमेंट युवावस्था में जिस नौकरी को मैंने संजोया था आज उससे सेवानिवृत्त होकर मेरा हंस हंस रोया था वो जल्दी उठना सजना सवरना अब कही छूट गया अब कोई याद नहीं... Poetry Writing Challenge-3 42 Share Ayushi Verma 19 May 2024 · 1 min read चुनाव चुनाव चुनावों के इस दौर में हर नागरिक मत दान देने जाएगा अपना नेता चुन वो देश को आगे बढ़ाएगा हर नागरिक का वोट इस समय बड़ा मूल्यवान है अपनी... Poetry Writing Challenge-3 1 49 Share Ayushi Verma 19 May 2024 · 1 min read पापा पापा दो रोटी कमाने के लिए वो ख़ुद भूखा रह जाता है अपने बच्चे को दिला के गाड़ी ख़ुद पैदल काम पे जाता है एक नया कपड़ा ख़रीदने के लिए... Poetry Writing Challenge-3 1 49 Share Ayushi Verma 19 May 2024 · 1 min read पर्वत पर्वत खड़ा अडिग अजय सा वो अपनी सीमा को दर्शाता है ना जाने कितने राज़ लिए वो वीरो सा मुसकाता है करता रखवाली सदा दुश्मन से मान वो बढ़ाता है... Poetry Writing Challenge-3 1 46 Share Ayushi Verma 19 May 2024 · 1 min read मंज़िल अभी थोड़ी दूरहै मंज़िल अभी थोड़ी दूर है भर उड़ान पंखों में तू नीचे मत आना रख हौसला जिगर में तू हार मत जाना तान के सीना आगे बढ़ तू कल का सुरूर... Poetry Writing Challenge-3 1 87 Share Ayushi Verma 19 May 2024 · 1 min read बस तुम हार मत जाना बस तुम हार मत जाना ज़िंदगी में चाहे कोई कितना भी रोके तुमको चाहे कोई कितना भी टोके पर तुम कभी रुक मत जाना बस तुम हार मत जाना तुम... Poetry Writing Challenge-3 1 45 Share Ayushi Verma 18 May 2024 · 1 min read बचपन ये बचपन कितना मासूम होता है जो माँ बाप के इर्द गिर्द ही घूमता है जो कभी हस्ता , तो कभी बिना बात पर ही रोता है पापा की आवाज़... Poetry Writing Challenge-3 1 48 Share Ayushi Verma 18 May 2024 · 1 min read बेटी माँ की लाड़ली ,भाई की दुलारी हो तुम बच्चों की बुआ, भाभी की प्यारी हो तुम राखी का बंधन, दूज की रोली हो तुम ससुराल का मान मायके की राजकुमारी... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share Ayushi Verma 17 May 2024 · 1 min read गर्मी की छुट्टी गर्मी की छुट्टियाँ को खुल के जीया करते थे नंगे पाव दोपहर में घर से बाहर ही रहा करते थे इंतज़ार रहता था कि कब नानी के घर जाएँगे ठंडी... Poetry Writing Challenge-3 43 Share Ayushi Verma 17 May 2024 · 1 min read दोस्ती दोस्ती एक दिवस नहीं एक त्यौहार है दोस्ती ही तो जीवन का सच्चा सार है ये दोस्त ना हो जीवन में तो अपनी मुश्किल किसको बतायेंगे ये दोस्त ना हो... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read चांद्र्यान हुआ गौरान्वित पूरा हिंदुस्तान जब मांगलयान हमने पहुँचाया था कर दुनिया मुट्ठी में पूरे ब्रह्माण्ड पर परचम लहराया था अब बारी है चंद्रयान की उसे भी चंदा तक पहुँचायेंगे कर... Poetry Writing Challenge-3 1 41 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read थोड़ा खुश रहती हूँ मैं गमो से भरे इस संसार में अब थोड़ा खुश रहती हूँ मैं सोचती हूँ समझती हूँ पर थोड़ा कम बोलती हूँ मैं लोग पढ़ लिख कर होशियार हो गये है... Poetry Writing Challenge-3 38 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी इस दर्द भरी दुनिया में गुम है हर कोई किस पल जागी ज़िन्दगी और किस पल जा सोई वक़्त कहा है किसी के पास जो एक पल भी गवा दे... Poetry Writing Challenge-3 1 39 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read बचपन आओ आज उस बचपन को फिर से याद करते है फिर से हस्ते और फिर से सजते सवरते है वो सावन के झूले वो झूलो पे सखिया वो सखियों संग... Poetry Writing Challenge-3 1 51 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read रक्षाबन्धन भैया लेलो दुआए देखो बहना आयी है आया राखी का त्यौहार देखो बहना आयी है ढेर सारे तोहफे संग अपने राखी का बंधन लायी है भैया लेलो दुआए देखो बहना... Poetry Writing Challenge-3 32 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस है आन यह, है शान यह तिरंगा नहीं अभिमान यह सजा ध्वज आज हर घर में शान से लहरा रहा प्रत्येक हिंदुस्तानी आज स्वतंत्रता का जश्न मना रहा बलिदान है... Poetry Writing Challenge-3 25 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read कान्हा अब तो आओ बनवारी तरस गए ये नैन मिलने को तुमसे बीते दिन रैन बनके राधा मैं तेरे रंग रंगजाउ या बनके मीरा मैं तेरे गुड़ गाऊ बन यशोदा मैं... Poetry Writing Challenge-3 1 45 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read स्कूल का पहला दिन School ka pahla din अब तक रहा मैं घर में सदा अब बाहर निकल जाना है स्कूल जाके पढ़ लिखकर अब महान बन जाना है देखा अब तक जग मैंने... Poetry Writing Challenge-3 44 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read नव वर्ष आओ सब मिलके झूमे गाए आया नव वर्ष का त्योहार घर घर में ख़ुशियाँ खिले दुखो की हो हार दिन बीते महीने बीते बीत गया ये साल खट्टी मीठी यादों... Poetry Writing Challenge-3 33 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read हमारा कानपुर Hmara Kanpur एक क़िस्सा है जो सबको बताए हम कानपुर की गरिमा से सबको आज मिलाए हम जो छुप चुका है इतिहास के पन्नो में चलो आज फिर से उसे... Poetry Writing Challenge-3 26 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read हिन्दी भाषा अ से अनपढ़, से लेकर जो ज्ञ से ज्ञानी बना दे ये भाषा की ख़ूबसूरती है जो हमे अभिमानी बना दे कबीर,तुलसी,निराला जी की ये शान है हिन्दी हमारी भाषा... Poetry Writing Challenge-3 35 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read हमसफ़र दे बैठे है तुम्हें अपना दिल इस कदर कि धड़कनों का अहसास अब कम होता है मुस्कुराते रहते है अब बेवज़ा हम कि गमो का अहसास अब कम होता है... Poetry Writing Challenge-3 24 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read इंतज़ार सुहाने दिन वही होंगे हसीं रातें वही होंगी तेरे मेरे मिलने की बरसाते वही होंगी ना आये तुम हमसे गर मिलने को तो समझ लेंगे हम, किसी और से आँखें... Poetry Writing Challenge-3 54 Share Ayushi Verma 16 May 2024 · 1 min read अच्छा लगता है इन थके हुए हाथों में जब तेरी नन्ही उँगलियाँ पक़डू तो मुझे अच्छा लगता है दुखों से घिरी मैं जब तेरी प्यारी सी मुस्कान देखु तो अच्छा लगता है जब... Poetry Writing Challenge-3 1 74 Share Ayushi Verma 15 May 2024 · 1 min read माँ ख़रीद लाती है इतने कपड़े मेरे जन्मदिन पे और ख़ुद का जन्मदिन याद नहीं रखती है हो जाऊ कभी बीमार मैं तो ख़ुद रात भर सोया नहीं करती है रख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 62 Share