Dr.sima Poetry Writing Challenge-3 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.sima 26 May 2024 · 1 min read कलियुग सीमित बुद्धि ,अहंकार युग चल रहा हैं। व्यक्ति अपना ही विध्वंस रच रहा है । हर घर क्लेश व्यक्ति में द्वेष हो रहा है। ईर्ष्या मन से ग्रस्त है, व्यक्ति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 110 Share Dr.sima 25 May 2024 · 1 min read वापस ससुराल (घर से) से लौटा दिया हमको (लड़की), डर कर ही सही पर अपना ईमान, स्वार्थ दिखा दिया हमको। विदा होकर गयी थी ,जिस गली से,उसी में छोड़ गया हमको।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 89 Share Dr.sima 25 May 2024 · 1 min read मांगती हैं जिंदगी सुकून मांगती हैं जिंदगी। तनाव , विवाद के जगह, चैन, संवाद मांगती है जिंदगी। राहत की सांसें मांगती है जिंदगी, आदत के बोझ तले जिंदगी चाहत मांगती हैं। रूप यौवन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 4 117 Share Dr.sima 20 May 2024 · 1 min read प्रेम जीवन में सार प्रेम जीवन में पुलकित हो, यह जीवन मिले बार-बार। ऐसा हो मेरा सौहार्द्र। जीवन की सच्चाई में, अपने को भलाई में, विषाद से दूर जीवन के करीब ला पाए तो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 133 Share Dr.sima 20 May 2024 · 1 min read भाई पीढ़ी को आगे बढ़ाने वाला, भाई। भाभी को ब्याह कर घर लाने वाला भाई। पूरे घर का भरोसा विश्वास मेरा भाई, यूं कहे तो घर का नाज है भाई ।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 110 Share Dr.sima 19 May 2024 · 1 min read गरीबी मोहताज जिंदगी बड़ी दुखद होती है। गरीबी अभिश्राप सी है,जीवन के लिए। दयनीय जीवन संघर्ष हरेक पल । ढोते हैं जिंदगी लाचार बोझ की तरह । आहत करती है गरीबी।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 68 Share Dr.sima 17 May 2024 · 1 min read मेरे भाव मेरे भगवन धनुष वाले हो रामा, बंशी वाले हरे कृष्णा। जरा सुधी लेना ,जरा सुधी लेना। धनुष वाले हो रामा ,बंशी वाले हरे कृष्णा। पिंजरे के पंछी को,बस तेरा ही ठिकाना। ये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 97 Share Dr.sima 17 May 2024 · 1 min read खोते जा रहे हैं । हरेक पडाव पर उम्र खोते जा रहे हैं । मुकम्मल जिंदगी करने के लिए, अतिरिक्त पेशा ढोते जा रहे हैं। जरूरत के फेर में चैन को खोते जा हैं ।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 90 Share