Shutisha Rajput Poetry Writing Challenge-3 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shutisha Rajput 1 Jun 2024 · 1 min read मतदान मतदान करना सोच समझ कर, मत देना वोट पैसे लेकर। जो इन्सान बिक गया, वह अपना स्वाभिमान भी हार गया। चन पैसों के खतीर खुद से न गदारी करो, अपना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 4 73 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read यमुना मैया है वर्तमान में भी जीवित , कान्हा की याद निराली। यमुना मैया भी है उनकी पत्नी मतवाली, जो करती है आज भी ब्रज की रखवाली। हो पवित्र जाए किए हों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 74 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read राम राम जी अब छोड़ी हमने अंग्रेजी, राम राम हम रटेंगे जी। जब होगी सुबह तो ,मुख से जय श्री राम बोलेंगे। राम के नाम के साथ ही मुख को खोलेंगे राम का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 79 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read सूर्य देव सूर्य देव जी क्यों अबकी बार , मुंह फुलाकर बैठे हो, मांफ करदो हमें, क्योंकि पेड़ हमने ही काटे हैं। ये गलती न करेगे दोबारा , पेड़ लगाएंगे हम हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 61 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read बारिश का है इंतजार गर्मी है बड़ी जोर की बारिश का है इंतजार, आजा मेघ बरसजा ,कब से खड़े हैं होकर तैयार। खूब भींगे गे बारिश में , गर्मी की छुट्टी कर जायेंगे। आएगी... Poetry Writing Challenge-3 1 51 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read बच्चे मन के सच्चे हम बच्चे मन के सच्चे हैं, झूठ कपट से अभी डरते हैं। न करना बड़ा हमें, भूल न जाए हम मासूमियत। छोटे रखना भगवान जी , ताकि करते रहे हम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 62 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read तमन्ना है तमन्ना दिल में मेरे , जब मौत आए तो मेरी मांग, में सिन्दूर रहे। है ख्वाइश मेरे दिल की ये , बिछड़ना न मौत के बिना हो, जब आए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 49 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read मां की ममता मां की ममता बड़ी निराली, बच्चों की हर वक्त करती रखवाली। बस्ते अपनी संतान में प्राण इसके, आंखों से न ओझल होने देती बच्चों को अपने। बच्चों की एक मुस्कान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 57 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read गिरगिट भगवान ने तो केवल जानवर, बनाया था गिरगिट नाम का । जो जैसी जगह बैठता था वैसा , ही रंग बदल लेता था अपनी खाल का। पर भगवान न जानता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 52 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read निस्वार्थ प्रेम राधा रानी अरे! कान्हा सुनो, निस्वार्थ प्रेम किया है मैंने तुमसे, चाहे तो आजमाकर देखलो। बातें करता है जमाना , कि राधा रानी ने कृष्ण को अनपा प्रेमी माना। लेकिन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 66 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read क्रोध क्रोध एक - दो मिनट का , बखेड़ा खड़ा हो गया, पूरी जिंदगी का। क्रोध में रहा न निरंतर स्वंय पर, क्रोध इतना भी न पालो की, खुद के लिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 34 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read वाणी इन्सान के पास कुछ हो या न हो, परन्तु उसकी वाणी कोमल होनी चाहिए। अमीर हो या गरीब पर कठोर वचन बोलने , से संभलना चाहिए। कर्कश आवाज एक ऐसा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 64 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read दुआए वो असर होता है दुआओं में, कि दवा भी पीछे रह जाती है। लेकिन आज कल इतना वक्त ही नहीं, दुआ देने के लिए मां दरवाजे पर ही खड़ी रह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 68 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read धूप धूप तू क्यों इतनी पड़ी है, लोगों की जान आफत में खड़ी है। आज कल सूर्य देव की मेहरबानी बड़ी है, तभी तो लोगों को पेड़ लगाने कि याद आई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 59 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read गुलाब इतना मनमोहक है रूप तुम्हारा, भगवान की बनाई इस दुनिया, को लगता है प्यारा। क्या बयां करें तुम्हारी सुन्दरता, इसके आगे तो सारा जहान है हारा। कहां से लाते हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 64 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read मेरा अरमान आज बड़ा होने पर एक अरमान बाकी है, जिंदगी की बनानी अभी एक पहचान बाकी है। नहीं जीना चाहती मै इस झूठी, दुनिया में झूठी पहचान बनाकर। अभी तो दुनिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 61 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read मंजिलें पास अगर मंजिल हो तो, रास्ता अपने आप मिल जाता है। हौसला देख हमारा खुदा भी, मददगार बन जाता है। यदि दिल में हो तम्मना मंजिल पाने की, तो नदियां... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 49 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read ग़म खुशी आती है चली जाती है, लेकिन ग़म एक ऐसा है , जो कभी नहीं जाता है। छोड़ जाते हैं सब साथ हमारा, अंत में ग़म ही देता है सहारा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 58 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read दिल तो करता है दिल तो करता है राधा रानी, कि तुम मेरे घर आओ। तुम्हे जी भर के देखूं मैं, कि बस देखती जाऊ। पलक न झपकू , छोड़ के न जाऊं। दरस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 59 Share Shutisha Rajput 30 May 2024 · 1 min read विरह विरह कई प्रकार का होता है, पर अच्छा केवल भगवान, के नाम पर होता है। लगी विरह की पीढ़, मीरा बाई जी बन गई डीठ। जिस तन को लगती है,... Poetry Writing Challenge-3 1 55 Share