Shakuntla Agarwal Poetry Writing Challenge-3 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shakuntla Agarwal 14 May 2024 · 1 min read उलझनें" लहरों पे हवाओं के रुख, पहचान लेता हूँ, तूफानों का रुख बदलकर ही, दम लेता हूँ, आग कितनी भी सीने में, सुलगे मगर, फोटो खिचाने के लिए, अक्सर मुस्कुरा देता... Poetry Writing Challenge-3 8 2 115 Share Shakuntla Agarwal 13 May 2024 · 1 min read "कोई गुजर गया शायद" चंद लोग ही दिखे जनाजे में, फिर कोई बेनाम मौत मर गया शायद, दूर तक काफिला ही काफिला नजर आया, बड़ा नेता कोई गुजर गया शायद, बेनाम ही आते हैं... Poetry Writing Challenge-3 8 3 62 Share