Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 posts
हारता वो है
हारता वो है
नेताम आर सी
कली से खिल कर जब गुलाब हुआ
कली से खिल कर जब गुलाब हुआ
नेताम आर सी
मजदूरों के मसीहा
मजदूरों के मसीहा
नेताम आर सी
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
नेताम आर सी
तुम इतने आजाद हो गये हो
तुम इतने आजाद हो गये हो
नेताम आर सी
ये दुनिया बाजार है
ये दुनिया बाजार है
नेताम आर सी
आंदोलन की जरूरत क्यों है
आंदोलन की जरूरत क्यों है
नेताम आर सी
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
अंजानी सी गलियां
अंजानी सी गलियां
नेताम आर सी
ऐ .. ऐ .. ऐ कविता
ऐ .. ऐ .. ऐ कविता
नेताम आर सी
मेरे फितरत में ही नहीं है
मेरे फितरत में ही नहीं है
नेताम आर सी
संघर्ष और निर्माण
संघर्ष और निर्माण
नेताम आर सी
ऐसा एक भारत बनाएं
ऐसा एक भारत बनाएं
नेताम आर सी
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
नेताम आर सी
तेरे मेरे बीच में,
तेरे मेरे बीच में,
नेताम आर सी
बोलो राम राम
बोलो राम राम
नेताम आर सी
हम तुम्हारे हुए
हम तुम्हारे हुए
नेताम आर सी
मैंने एक चांद को देखा
मैंने एक चांद को देखा
नेताम आर सी
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
नेताम आर सी
संवेदनाएं जिंदा रखो
संवेदनाएं जिंदा रखो
नेताम आर सी
आहवान
आहवान
नेताम आर सी
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
होली आने वाली है
होली आने वाली है
नेताम आर सी
पुलिस की चाल
पुलिस की चाल
नेताम आर सी
एक मशाल तो जलाओ यारों
एक मशाल तो जलाओ यारों
नेताम आर सी
Loading...