MEENU SHARMA Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read अपना गॉव अच्छी थी पगडंडी अपनी, सड़कों पर तो जाम बहुत है। फुर्र हो गई फुर्सत अब तो, सबके पास काम बहुत है। नहीं जरूरत बूढ़ों की अब, हर बच्चा बुद्धिमान बहुत... Poetry Writing Challenge-3 1 63 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read चेहरा सोचा था इस कदर उनको भूल जाएंगे देख कर भी अनदेखा कर जायेगे पर जब जब देखा उनका चेहरा तो सोचा एक बार और देखले....... और देखले....... और देखले....... और... Poetry Writing Challenge-3 2 55 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मेरी खुशियों का दूसरा नाम हो तुम💐💐💐💐💐💐 मेरी खुशियों का दूसरा नाम हो तुम💐💐💐💐💐💐 गर्म दोपहर की ठंडी शाम हो तुम, मेरे दिल का सुकून... मेरे दिल का आराम हो तुम, तुम हो तो सब है जिंदगी... Poetry Writing Challenge-3 1 120 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read चाय बुलाओ कभी चाय पे दो बातें करेगे चाय पे अपना दिल खोल देंगे जी भर के तुम्हे देखेंगे और अपना दिल दो घूट चाय को दे देंगे थकान सब उत्तर... Poetry Writing Challenge-3 111 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी…..☺️☺️☺️ आज ऑफिस में काम करते हुए … थोड़ा कमर... Poetry Writing Challenge-3 70 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read सीरत अच्छी या सूरत सीरत अच्छी या सूरत किसी ने कहा कि तुम काली हो ..तो वह नये नये तरीकों से रंग स्वारेगी किसी ने कहा कि तुम मोटी हो तो वह खाना छोड़... Poetry Writing Challenge-3 71 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read ME TIME ME TIME ME TIME के नाम पे कॉफी पीने तो आ गई पर बच्चो के बिना कुछ अच्छा नही लगता पता नहीं,…….😊☺️☺️💐💐💐 बच्चों के कुछ खाया भी है या नहीं... Poetry Writing Challenge-3 59 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read वंदना ओ….. कंठ पे आजा माँ शारदे वंदना तेरी गाऊँ… तुझे नित नित शीश नवा कर हो ओ….. … कंठ पे आजा माँ शारदे वीणा में तू है, वादन में तू... Poetry Writing Challenge-3 60 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read वसीयत वसीयत चलो आज अपनी वसीयत लिखती हूँ मेरे बच्चों मेरे जाने के बाद मेरे कमरे को खोलना मेरी अलमीरा के दरवाजे पर चाबी जो लटकी होगी तो उसे लटकते रहने... Poetry Writing Challenge-3 57 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read कविता कविता जब शब्द न मिले बोलने को कुछ समझ न आये क्याबोलू क्या सोचु क्या कहूँ तब लिखकर जब अपने भाव जो बने वो कविता ...... जब सामने कोई न... Poetry Writing Challenge-3 2 56 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read तर्क कितने ही हो तर्क कितने ही हो बात होनी चाहिए कुछ तुम कहो कुछ हम कहे न रखो तुम अपने होठों पर मौन की चादर हमेशा कुछ न कुछ बात होनी चाहिए तर्क... Poetry Writing Challenge-3 45 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मन मन मेरा मन करता है कि मै वो सब करू जो मेरा दिल कहे देर से सोकर उठू आराम से बैठू अपने लिए वक्त निकालू गिटार बजाकर लता मंगेश्कर जी... Poetry Writing Challenge-3 30 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read औरत औरत औरत कभी माँ है कभी बहन, कभी बेटी तो कभी पत्नी या प्रेमिका कोई ये क्यों नही समझता कि इन सबसे अलग औरत एक औरत भी है। जो अपने... Poetry Writing Challenge-3 103 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे....... मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे....... मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे.... दर्द बहुत है दर्द बहुत है मै तो घुसी हूँ बस अपनी ही तन्हाइयों में मुझे... Poetry Writing Challenge-3 1 39 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read रंग सांवला लिए फिरते हो रंग सांवला लिए फिरते हो क्यों कान्हा को टक्कर दिए फिरते हो तुम शाम रंग में रंगे हो तो क्या फिर भी दिल मतवाला लिए फिरते हो बाहर गलियारों में... Poetry Writing Challenge-3 1 34 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read जियो तुम #जिंदगी अपनी जियो तुम #जिंदगी अपनी #जीवन भरी #आशाओं में, ना करो #कैद तुम अपने #पंखों को यूं अपनी उम्र की #सीमाओं में, चलते रहो बिना रुके अपनी #सांसों में लिए #विश्वास... Poetry Writing Challenge-3 1 67 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read चंचल मेरे ये अक्स है चंचल मेरे ये अक्स है ये गीत ग़ज़ल और शेर तुमको लगेगा मैं पास हूँ कभी ये गीत गाकर तो देखिये चंचल मेरे ये अक्स है ये गीत ग़ज़ल और... Poetry Writing Challenge-3 37 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read आँखों मे नये रंग लगा कर तो देखिए आँखों मे नये रंग लगा कर तो देखिए चश्मे से आप ज़रा धूल चटा कर तो देखिए दिल से करूँगा स्वागत हमेशा आप कभी दिल मे समा कर तो देखिए। Poetry Writing Challenge-3 64 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मां जीवन की रेखा निश्छल सी.. बदले स्वरूप यह पल-पल ही। कभी माँ के रूप में ढल जाती, कभी बालक जैसी चंचल भी। हाथों में सजे और मस्तक पर, शोभा बढ़ाए... Poetry Writing Challenge-3 31 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read वैलेंटाइन डे तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना….. वैलेंटाइन डे पर तुम मुझे बस एक ही गिफ्ट दे देना..💐💐💐💐💐💐 🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂 मुझे एक रोज़ न देकर , मुझे रोज मुस्कराने की वजह दे... Poetry Writing Challenge-3 35 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read ख्याल तेरा ख्याल आना भी कितना कमाल होता हैं....... तेरा ख्याल आना भी कितना कमाल होता हैं....... ☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️ कभी आकर देखना 💐💐💐💐💐💐 कि मेरा क्या हाल होता है 💐💐💐💐 आँखे तो... Poetry Writing Challenge-3 2 79 Share MEENU SHARMA 30 May 2024 · 1 min read तुम से ही तुम्हारी मुलाकात चलो आज तुन्हें बता ही दूँ कि तुम क्या हो मेरे लिए तुमसुबह की पहली किरन हो सूरज निकले या न निकले मुझे सुबह सबसे पहले जिसे देखना है वो... Poetry Writing Challenge-3 2 43 Share MEENU SHARMA 30 May 2024 · 1 min read शुक्रिया शुक्रिया आज दिल कर रहा है सभी का शुक्रिया कर💐💐💐💐💐💐 सबसे पहले उन लोगो को भी शुक्रिया जो मुझसे नफरत करते हैं क्योंकि वहीं है वो जिन्होंने मुझे मज़बूत बनाया... Poetry Writing Challenge-3 1 61 Share MEENU SHARMA 30 May 2024 · 1 min read क्या लिखूं क्या लिखूं शब्द ही नही मिल रहे दुख लिखू या सुख....💐💐💐💐💐 दुख लिखू तो सभी को लगेगा की रोती ही रहती है और अगर सुख लिखू या अपनी बहुत सी... Poetry Writing Challenge-3 3 103 Share MEENU SHARMA 2 May 2024 · 1 min read लोग कैसे कैसे इतने बैचेन ,इतने बेकरार क्यों है लोग यहाँ, इतने होशियार क्यूँ हैं हर किसी को हैं,रखनी सबकी ख़बर यहाँ हर कोई चलता फिरता ,अखबार क्यों हैं....... इतने बैचेन ,इतने बेकरार... Poetry Writing Challenge-3 3 2 129 Share