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25 posts
मैं घर का मेंन दरवाजा हूं।
मैं घर का मेंन दरवाजा हूं।
manorath maharaj
उम्र नहीं बाधक होता।
उम्र नहीं बाधक होता।
manorath maharaj
मन-क्रम-वचन से भिन्न तो नहीं थे
मन-क्रम-वचन से भिन्न तो नहीं थे
manorath maharaj
मन मसोस कर।
मन मसोस कर।
manorath maharaj
मन ही मन घबरा रहा था।
मन ही मन घबरा रहा था।
manorath maharaj
मलता रहा हाथ बेचारा
मलता रहा हाथ बेचारा
manorath maharaj
एक अधूरी कविता।
एक अधूरी कविता।
manorath maharaj
समझिए बुढ़ापे में पग धर दिये।
समझिए बुढ़ापे में पग धर दिये।
manorath maharaj
हंसी का महत्व
हंसी का महत्व
manorath maharaj
दुनिया में मैं कुछ कर न सका
दुनिया में मैं कुछ कर न सका
manorath maharaj
सिस्टमी चाल में चलना सीखो (एक व्यंग्य रचना))
सिस्टमी चाल में चलना सीखो (एक व्यंग्य रचना))
manorath maharaj
उलझन
उलझन
manorath maharaj
सत्य को फांसी पर चढ़ाई गई
सत्य को फांसी पर चढ़ाई गई
manorath maharaj
मेरी जिंदगी की दास्ताँ ।
मेरी जिंदगी की दास्ताँ ।
manorath maharaj
दोहा
दोहा
manorath maharaj
सब दिन होत न समान
सब दिन होत न समान
manorath maharaj
निर्भय होकर जाओ माँ
निर्भय होकर जाओ माँ
manorath maharaj
बात ही कुछ और है
बात ही कुछ और है
manorath maharaj
नववर्ष की शुभकामना
नववर्ष की शुभकामना
manorath maharaj
मानवता का सन्देश
मानवता का सन्देश
manorath maharaj
मन को मैं समझा रहा हूँ |
मन को मैं समझा रहा हूँ |
manorath maharaj
कलम आज उनको कुछ बोल
कलम आज उनको कुछ बोल
manorath maharaj
बढ़ते मानव चरण को
बढ़ते मानव चरण को
manorath maharaj
आज भी मुझे याद है
आज भी मुझे याद है
manorath maharaj
भ्रूण व्यथा
भ्रूण व्यथा
manorath maharaj
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