Indu Nandal Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read प्रकृति के पाठ असमय आए तूफ़ान ने , झाड़े पेड़-पौधों के सुंदर फूल । कुछ पल पूर्व रंगों की बहार थी , हवाओं ने उड़ा दिए सब रंग । देख रहे हैं पेड़... Poetry Writing Challenge-3 3 59 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read तितली तितली रानी तू कितनी प्यारी, तितली रानी तू कितनी प्यारी, डोल रही देख तुझे, मेरे फूलों की क्यारी। मेरी बगिया में तू आती, मन को मेरे अत्यंत भाती। सुबह होने... Poetry Writing Challenge-3 3 68 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read बाँसुरी राग द्वेष सब मिट गए , प्रीत के अंकुर फूट गए, बाहरी कड़ियों से बंधन टूट गए, अंतर्मन से हम जुड़ गए , जब कान्हा ने बाँसुरी बजाई। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी... Poetry Writing Challenge-3 2 56 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read हिन्दी भारत की शान हिन्दी हमारी मातृभाषा, करते व्यक्त इसी में हर आशा और निराशा। शब्दों पर शोभित इसके विभिन्न मात्राएँ, हों जैसे पर्वत राज हिमालय की शिखाएँ। पढ़े हिन्दी में हमने अनमोल ग्रंथ,... Poetry Writing Challenge-3 1 78 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read वृक्ष होते पक्षियों के घर शीत हवाओं का था दौर , पक्षी कर रहे थे शोर । सूर्य की अनुपस्थिति में छाया था अंधेरा घनघोर , पक्षियों की परेशानियों का न था छोर । चारों... Poetry Writing Challenge-3 1 68 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read बचपन है याद बचपन की हर घड़ी, थे हम छोटे पर ख़ुशियाँ बड़ी, साँसें थी दोस्तों से जुड़ी, मज़बूत थी हर एक कड़ी। सीधी-सादी थी डगर, करता न था कोई अगर-मगर,... Poetry Writing Challenge-3 1 59 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read आओ मिल दीप जलाएँ जगमग जगमग दीप जलाएँ , आओ मिल दीवाली मनाएँ । सिर्फ़ मिठाइयाँ न बाँटकर , रिश्तों में आओ मिठास बढ़ाएँ । झगड़ों को बिठाकर रॉकेट पर, समाज से कहीं दूर... Poetry Writing Challenge-3 1 82 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 2 min read महा शिवरात्रि बम-बम भोले दुनिया बोले,शिव ही जीवन में अमृत घोलें। डम डम डमरू बजा ,धरती आसमान सजा । बम बम भोले का गान गूँजा,तीनों लोकों में चली महादेव पूजा। जटाओं में... Poetry Writing Challenge-3 1 52 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read बढ़ना है आगे तो बढ़ना है आगे तो , काँटों पर भी चलना होगा । कर्म रूपी भट्टी में तपकर , सूर्य सा हर पल जलना होगा । निकलना है तूफ़ानों से तो ,... Poetry Writing Challenge-3 2 45 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read माँ का आँचल माँ का आँचल , स्नेह भरा बादल । आजीवन प्रेम बरसाता, हँसी हर पल में भरता। धड़कनों को संगीत देता, चाल में मस्ती भर देता । माँ का आँचल ,... Poetry Writing Challenge-3 1 65 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read आओ थोड़े बुद्ध बन जाएँ ख़त्म हो जाएँगे सारे युद्ध , ग़र जगा लें हम अपने अंदर बुद्ध । हीरे -जवाहरात ,महल -ताक़त ,रोब - शानोशौकत, घोड़े -हाथी -ज़मीन ,ताज -तख़्त -शासन , होता इनके... Poetry Writing Challenge-3 2 54 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read कलम का वरदान मिला है अगर कलम का वरदान, रखना ये ध्यान , हो न इसका अपमान , लिख अच्छा बढ़ाना इसका मान । करना न इसका कभी व्यापार , होता रहे इसके... Poetry Writing Challenge-3 1 55 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read रूह में बसता देश मेरा बैठे हैं वतन से दूर बहुत दुनिया के किसी कोने में, वतन के लिए हर पल धड़कता है दिल सीने में। देश मेरा है किसानों का, गेहूँ , ज्वार ,... Poetry Writing Challenge-3 1 62 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read हरी चूनर काट-काट कर जंगल, मानव कर रहा अमंगल। चकाचौंध के चलते , किसान बेच रहे हैं खेत, कोई उनसे पूछे, खाओगे क्या रेत? नदियाँ लगी सिकुड़ने, जानवर लगे घरों से बिछड़ने।... Poetry Writing Challenge-3 2 44 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read बसंत रंगों की बहार लेके आया बसंत , हो गया सर्द हवाओं का अंत , सूखे पेड़ों पे आई पत्तियाँ नई , बागों में नन्ही कलियाँ खिल गई , बसंत पंचमी... Poetry Writing Challenge-3 2 42 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read चिड़िया ( World Sparrow Day ) डाल-डाल पात-पात पर, चिड़िया कैसे चहक रही है, नील गगन के बादलों पर, परियों जैसी डोल रही है । नहीं उसे किसी का भय, न सोने की चिंता, न उठने... Poetry Writing Challenge-3 2 63 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read आओ तुम्हें चाँद पर ले जाएँ आओ तुम्हें चाँद पर ले जाएँ नया रूप उसका दिखलाएँ लिखकर उसपर नई रचनाएँ चाँद व तिरंगे का मान बढ़ाएँ आओ तुम्हें चाँद पर ले जाएँ … तिरंगा आज चाँद... Poetry Writing Challenge-3 3 37 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read चलो चाय पर मिलते हैं चलो चाय पर मिलते हैं जब भी ज़िन्दगी में ताज़गी की ज़रूरत महसूस करते हैं , सभी दोस्त मिलकर कहते हैं , चलो चाय पर मिलते हैं । हर बात... Poetry Writing Challenge-3 1 36 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 2 min read नारी है न्यारी जब भी छाए दुखों के बादल, डाल लिया तूने उन्हें आँखों में बना काजल । है नारी वो डोर, जिसका न कोई छोर । कर हर तट पार ,जोड़ती प्यार... Poetry Writing Challenge-3 1 56 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read शबरी की भक्ति शबरी के नैन , देख रहे थे राह प्रभु की दिन रैन । मन में थी बस इक चाह , पधारें प्रभु उसकी राह । मन उसका भक्ति में खो... Poetry Writing Challenge-3 2 61 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 2 min read मैं भारत की माटी से आती हूँ रण में उतर जाऊँ पहन बसंती चोला पहन वर्दी वन्दे मातरम् हर साँस ने बोला सीता दुर्गा लक्ष्मी सी कहलाती हूँ मैं भारत की माटी से आती हूँ गंगा से... Poetry Writing Challenge-3 2 34 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read माँ की वसीयत खोलो जब मेरी वसीयत ह्रदय की आँखों से लेना बाँच, तुम ही रहे हो मेरे जीवन के सवेरे और साँझ। वसीयत में रखे पैसे नहीं हैं सिर्फ़ काग़ज़ के टुकड़े,... Poetry Writing Challenge-3 2 37 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read पेंसिल बॉक्स भरा हो कितना भी ज्ञान दिमाग़ में , सब बेकार ग़र पेंसिल बॉक्स ना हो बस्ते में । दुनिया को काग़ज़ पर उतार देते पेंसिल और प्रोटेक्टर , सारी ग़लतियाँ... Poetry Writing Challenge-3 2 46 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 2 min read प्रकृति की चेतावनी कुहू कुहू कोयल बागों में नहीं गाएँगी , वो अब कानों में ईयरफ़ोन से सुनी जाएँगी । मौसम बीत गया बरसात का बिन सुने बादल की गर्जन , बेचारे मोर... Poetry Writing Challenge-3 3 42 Share Indu Nandal 19 May 2024 · 1 min read ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती “ रातों के अंधेरों से जो न घबराए , तूफ़ानों में नदिया पार कर जाए, नैन भरें हों पर लब मुस्काएँ, ऐसे इंसानों के जीवन की शाम नहीं होती । काँटे... Poetry Writing Challenge-3 2 59 Share