Heera S Poetry Writing Challenge-3 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Heera S 24 Sep 2024 · 1 min read कविता. कविता ******** सदियों से इन्दज़र कर रही हूँ मैं अपनी पुरानी किताब के साथ इक कविता को जनम देने केलिए. युगों से बैठा है मैंने इस पेड़ के नीचे अपनी... Poetry Writing Challenge-3 45 Share Heera S 24 Sep 2024 · 1 min read गहराई. गहाराई ******** आसान है आसमान की ऊँचाई तक उड़ जाना. सागर की गहाराई में डूब जाना भी आसान है. आसान है घने जंगल की यात्रा भी रेतीली भूमि पर गर्मी... Poetry Writing Challenge-3 35 Share Heera S 24 Sep 2024 · 1 min read वादा किया था वादा तुम ने कसम खाकर कितनी बार साथ चलेगा जीवन भर हाथ पकड़कर मेरे साथ. कभी न छोडेगा किसी भी हालत में मुछे जीवन में. किया था वादा... Poetry Writing Challenge-3 40 Share Heera S 18 May 2024 · 1 min read कितना सुहाना मौसम. कितना सुहाना मौसम ******************** उड़ती हैं चिड़ियाँ नील गगन में. गाती है कोयल मीठी स्वर में. नाचता है मोर पंख फैलाकर. कितना सुहाना मौसम है. खिलते हैं फूल महक फैलाकर... Poetry Writing Challenge-3 83 Share Heera S 18 May 2024 · 1 min read विश्रान्ति. विश्रान्ति ********** रहने दो मुझे यहाँ थोड़ी देर.. मैं बैठना चाहती हूँ अकेले. बैठना है मुझे थोड़ी देर इस सागर के किनारे लोगों के भीड़ से अलग करके. नहीं देखना... Poetry Writing Challenge-3 1 76 Share Heera S 18 May 2024 · 1 min read कागज़ की नाव. कागज़ की नाव. ************** इक बारिश का दिन था खेल रही थी मैं अकेली नाव बनाकर कागज़ की. खेल रही थी मैं अकेली नाव बनाकर कागज़ की. कर रही थी... Poetry Writing Challenge-3 2 82 Share Heera S 16 May 2024 · 1 min read तेरा वादा. किया था वादा तुम ने कसम खाकर कितनी बार साथ चलेगा जीवन भर हाथ पकड़कर मेरे साथ. कभी न छोडेगा किसी भी हालत में मुछे जीवन में. किया था वादा... Poetry Writing Challenge-3 1 102 Share Heera S 15 May 2024 · 1 min read क्यों आयी तू मेरी ज़िन्दगी में. था मैं अकेला उन दिनों में न घरबार न रिस्ता न दोस्त न दुश्मन. था मैं अकेला उन दिनों में यादनहीं कब मुलाक़ात हुई तुछ से पहलीबार. नहीं याद है... Poetry Writing Challenge-3 91 Share Heera S 14 May 2024 · 1 min read पतंग. उड़ रही है मेरी पतंग तितली की तरह आसमान में. नीले गगन में हवा की लहरों में धीरे धीरे ऊपर उड़ती है मेरी पतंग. उड़ रही है मेरा मन भी... Poetry Writing Challenge-3 85 Share Heera S 13 May 2024 · 1 min read मेरा प्यारा बचपन मेरा प्यारा बचपन ******** कितना अच्छा था मेरा बचपन | न आएगा कभी मेरा प्यारा बचपन | दोस्तों के साथ खूमना भिरना चिंता रहित खेलना | न सोचना है कल... Poetry Writing Challenge-3 124 Share Heera S 13 May 2024 · 1 min read वक्त. वक्त. ******* वक्त नहीं है हर किसी को अपने आप मिलने से ही जब मैं होती हूँ व्यस्त तब आप न होंगे व्यस्त. और जब आप होतेहैं व्यस्त तब मैं... Poetry Writing Challenge-3 93 Share Heera S 12 May 2024 · 1 min read मैं और सूरज. मैं और सूरज *********** इतनाक्यों जलते हो तुम सूरज... इतनी गर्मी देकर क्यों सताते हो हम लोगों को. किया क्या हम ने तुम से इतना नाराज़ क्यों हम से. ज़रा... Poetry Writing Challenge-3 1 86 Share Heera S 12 May 2024 · 1 min read कठपुतली कठपुतली ********** लगता है कभी ज़िन्दगी है एक घने जंगल हूँ मैं उस जंगल की यात्री. घने जंगल की अंधेरापन में इक जुगुनू की रौशनी ही राह दिखाती है मुछे... Poetry Writing Challenge-3 66 Share Heera S 12 May 2024 · 1 min read क्यों नहीं आती नींद. सूरज छिप गया है सागर में... चाँद निकल गया है आसमान में.... सितारे चमक रही है नील गगन में... बहरही है ठंडी ठंडी हवा. महक आती है रात की रानी... Poetry Writing Challenge-3 60 Share Heera S 12 May 2024 · 1 min read पाप्पा की गुड़िया. पाप्पा की गुड़िया ************** मैं थी गुड़िया पाप्पा की. सोने जैसे बाल और कांच की जैसे ऑंखें. मैं थी गुड़िया पाप्पा की. मुछसे कितने प्यार करते थे वे. रत्न थी... Poetry Writing Challenge-3 86 Share Heera S 12 May 2024 · 1 min read माँ. माँ. *********** माँ.... आ जाइये माँ. आज मेरे सपनों में आ जाइये. बिठा दीजिये माँ मुछे अपनी गोद में खिलाइये माँ मुछे माखन और रोटी चाँद को दिखलाकार चलाइये माँ... Poetry Writing Challenge-3 1 68 Share Heera S 11 May 2024 · 1 min read घर की मृत्यु. घर की मृत्यु ********** हो गयी घर की मृत्यु न जाने कब और कैसे. जाग रही थी घर भी कई सालपहले हमारे साथ बड़े सुबह होने पर. सो गयी थी... Poetry Writing Challenge-3 1 79 Share Heera S 11 May 2024 · 2 min read रात की रानी. रात की रानी. *********** पान खाकर होठोम को लाल बनाकर फूलों से बाल सजाकर रेशम की साड़ी पहनकर भाल में सिन्दूर की बिंदी डालकर अँधेरे रात में चली गयी वह... Poetry Writing Challenge-3 70 Share Heera S 10 May 2024 · 1 min read इन्दजार. इन्दजार ******** ओ पिया.... मेरे होठोम पर तुम से दी हुई प्यार का चुम्बन बन चुकी है दर्द आज. कैसे भुला दे सकती हूँ मैं वो प्यार भरी दिन रात.... Poetry Writing Challenge-3 1 53 Share Heera S 7 May 2024 · 1 min read मृत्यु के बाद. आवो मत तूम मेरी मृत्यु की खबर सुनकर .... नहीं हो सकेगा शायद तुमको नहीं आना. अगर तूम आते तो मत दो अपनी माथे पर आखिरी चुम्बन. मत आना तेरी... Poetry Writing Challenge-3 90 Share Heera S 7 May 2024 · 1 min read भ्रमर और तितली. मैं हूँ काला भ्रमर समान. तू है सुन्दर तितली जैसी घृणा दिखाता- है क्यों मुछ से विधाता की सुष्टि हूँ ना मैं भी... फूलोँ से भूलोम् तक जाके एक ही... Poetry Writing Challenge-3 1 59 Share Heera S 7 May 2024 · 1 min read चिड़िया. मैं हूँ चिड़िया अकेली पिंछरे में बंद हुई थी. न कमी है भोजन की न कमी है पानी की न सताता है धूप न सताता है बरसात. न डर है... Poetry Writing Challenge-3 1 65 Share Heera S 5 May 2024 · 1 min read कविता. कविता ******** सदियों से इन्दज़र कर रही हूँ मैं अपनी पुरानी किताब के साथ इक कविता को जनम देने केलिए. युगों से बैठा है मैंने इस पेड़ के नीचे अपनी... Poetry Writing Challenge-3 2 42 Share Heera S 5 May 2024 · 1 min read गहराई. गहाराई ******** आसान है आसमान की ऊँचाई तक उड़ जाना. सागर की गहाराई में डूब जाना भी आसान है. आसान है घने जंगल की यात्रा भी रेतीली भूमि पर गर्मी... Poetry Writing Challenge-3 1 54 Share Heera S 5 May 2024 · 1 min read आखिरी जीत आखिरी जीत ************ लड़की.... तू बनो चिंगारी. छूने मत दो अपनी शरीर पर- तुम किसी को... बिना अपनी इच्छा से. मत दिखावो विस्वास सभी लोगों पर. सोच विचार कर काम... Poetry Writing Challenge-3 2 52 Share Heera S 5 May 2024 · 1 min read इच्छा. इच्छा ******** इस चाँदनी रात में सोना है मुछे नीले गगन को देखकर तुम्हारे साथ. सपना भी देखना है मुछे.... सितारों से इक हार बनाना है मुछे वही हार डालना... Poetry Writing Challenge-3 2 45 Share Heera S 5 May 2024 · 1 min read देखभाल देखभाल ************ माँ ने अपनी दुग्ध पिलाकर पालन पोषण किया मुछे. भिरभी क्यों लगाएं मैं ने तलवार उनकी छाती पर. हाथ पकड़ कर चलना सिखलाया..... अच्छी बातें बताना सिखलाया. चाँद... Poetry Writing Challenge-3 1 79 Share Heera S 5 May 2024 · 1 min read दर्द. दर्द. ******* अकेले इस चाँदनी रात में मैं और तेरी यादें.... बहती हुई हवा की इस महक क्यों मुझे तुम्हारी याद दिलाती है...? उस दिन तुम्हारी आँखों से गिरे हुए... Poetry Writing Challenge-3 1 55 Share