Pushpa Tiwari Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read नारी मैं एक नारी हूँ। हाँ, मैं अबला नहीं, मैं सबला नारी हूँ, मैं एक कर्तव्यनिष्ठ, महत्वाकांक्षी नारी हूँ, हाँ, मैं एक नारी हूँ।। लोग जितना सोच भी नहीं सकते, उतनी... Poetry Writing Challenge-3 104 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read नदियाँ नदियों का देख रौद्र रूप, आज हम सब हाहाकार मचाते हैं, नोचकर नदियों की सुंदरता को, आधुनिकता की ओर आकृष्ट होते जाते हैं | उफान पर हैं सारी नदियाँ, कर... Poetry Writing Challenge-3 95 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read हुआ सवेरा हुआ सवेरा सूरज आया, अंधकार को दूर भगाया। नन्हीं चिड़िया चहक उठी, कोयल की तान गूंज उठी। बगिया में फूल महक उठें, वातावरण में सुगंध भरें। खिली धूप से उजियाली... Poetry Writing Challenge-3 50 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read बसंत का मौसम बसंत का मौसम है निराला, जिसने सबको मोहित कर डाला। प्रकृति की देखो छटा निराली, झूमे पशु-पक्षी और नर-नारी। लेकर सुगंध बह रही पवन, हरियाली छाई वन-वन। पल में पतझड़... Poetry Writing Challenge-3 3 69 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 2 min read नए ज़माने की जीवन शैली नए ज़माने की जीवन शैली, शायद ही कोई जन समझ पाए | माताजी ‘ममी’ हो गई, पिताजी जीते जी ‘डैड’ है कहलाए | पहले मिलते थे सब खुशी से, तीज... Poetry Writing Challenge-3 1 59 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read अभिमान करो नारी तुम अबला नहीं हो , इस बात का अभिमान करो। अपने धैर्य व संयम को कटार बना, नदी- सी तुम उफान भरो। नारी तुम अबला नहीं हो, इस बात... Poetry Writing Challenge-3 1 52 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read हिन्दी हिंदी है हिंद की भाषा ,जनमानस की दुलारी भाषा । हिंद से हिंदुस्तान बना, इससे भारतीयों का सम्मान बढ़ा । राष्ट्र की एकता जो दर्शाती, हिन्दी भाषा वह है हमारी... Poetry Writing Challenge-3 1 89 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read मेरा भारत सबसे न्यारा मानवता को हम अपनाएँ, नैतिकता का ज्ञान फैलाएँ। आओ हम सब मिलजुल कर, ज्ञान की ज्योति जलाएँ। मेरा भारत सबसे न्यारा, जन-जन में सन्देश फैलाएँ।। हर जीव में मात्र एक... Poetry Writing Challenge-3 3 63 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read धरती और मानव भूमि, धरती, भू, वसुंधरा, हैं ये कितने प्यारे नाम | रंग बिरंगी, फल फूलों से भरी, धरती हमारी हरी-भरी | धरती ने किए हम पर, कितने सारे उपकार, हमने बदले... Poetry Writing Challenge-3 68 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read क्या लिख दूँ आज फिर मन उलझन से भरा है, शब्दों का सैलाब दिल दरिया में उठ रहा है, कुछ शब्द करुणा से भरे, तो कुछ उल्लासित क्षण लिए, कुछ थोड़े रूठे हुए... Poetry Writing Challenge-3 80 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read भाग्य और कर्म भाग्य और कर्म है , एक-दूसरे के पूरक | जो कर्म नहीं करता है , भाग्य नहीं उसका फलता | मानव मन अब लोभ से लिप्त , इससे हुआ उसका... Poetry Writing Challenge-3 55 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read माँ माँ सागर है प्यार का , सबको खुशियाँ देती | माँ रूप है भगवान का , करती आकांक्षाओं की पूर्ति | माँ है चट्टान-सी अडिग , जो रहती मुश्किलों में... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read हमारी माँ जब खिलता है नव कोपल, स्त्री की फुलवारियों में | माँ बनकर बदल देती करुण रुदन को, मधुर किलकारियों में | माँ कराती है परिचय, नव कोपलों का सृष्टि से... Poetry Writing Challenge-3 38 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read माँ ममता की मूरत श्रदेय है माँ की ममता से भरी मूरत | जो लगती है ईश्वर के सम सूरत | जीवन को यह आशीष से भरती | पथ को निरन्तर ज्योतिर्मय है करती... Poetry Writing Challenge-3 1 62 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read ममतामयी माँ माँ का जीवन कठिन है कितना | त्याग-समर्पण से भरा है इतना | आजीवन अपनी संतानों को सुख देती | नहीं किसी से कुछ भी कहती | रहती हमेशा संतुलित... Poetry Writing Challenge-3 70 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read प्यारा भारत देश विश्व में है जिसकी पहचान , गगन-गगन में है जिसका नाम | हर तरफ है जिसका जयगान, ऋषियों की वाणी यहाँ देव समान | ऐसा प्यारा भारत देश महान ||... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read मेरा वतन मेरा वतन, है मेरा अभिमान | इस पर कुर्बा, मेरी जान || वंदन करूँ मैं इसका, सुबह व शाम | भारतीय हूँ मैं, मिला ये वरदान || न कोई हिन्दू,... Poetry Writing Challenge-3 89 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read प्यार कर हर इन्सां से हाथ जोड़ विनती मेरी, है इस प्यारे जहाँ से | ह्रदय का मैल मिटाकर सारा, प्यार करो हर इन्सां से | मन में प्रेम का अंकुर उत्पन्न कर, शीतलता बन... Poetry Writing Challenge-3 1 64 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read करुण पुकार भारत माता कर रही करुण पुकार | हर तरफ मच गया जो हाहाकार | इन्सां देखो कितना बदल गया | दानव सम व्यवहार जो धर लिया | धर्म-जाति के भेद... Poetry Writing Challenge-3 59 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read मनभावन बसंत मौसम बसंत का आता है, सबके मन को खूब लुभाता है। चहुँ ओर फ़ैली है हरियाली, झूम रही है बगिया निराली। धरती ने हरीतिमा से किया श्रृंगार, मन में उठे... Poetry Writing Challenge-3 1 64 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read बेटियाँ देखो ये कैसी दुःख की बदरी छाई है, फैली कैसे चहुँ ओर वीरानी है | घर-आँगन का कोना-कोना, अश्रु से भीगा है, क्यों बेटी के रहते भी, माँ का आँचल... Poetry Writing Challenge-3 32 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read प्रेम यूँ ही फुरसत में अचानक मन में एक ख्याल आया | प्रेम चीज क्या है जाने क्यों मन में यह सवाल आया ? आखिर यह मर्ज क्या है ? जो... Poetry Writing Challenge-3 76 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read प्रेम की दास्तां देख प्रेम का अनुपम रूप अमृतमय सब हो जाते हैं | प्रेम रस का पान कर प्रेम से भर जाते हैं | प्रेम तो निःशब्द है जिसकी कोई भाषा नहीं... Poetry Writing Challenge-3 69 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read प्रदूषण घोर प्रदूषण निगल जाएगा, विश्व की इस हरीतिमा को । छोड़ जाएगा केवल पीछे, काले धुएँ के प्रदूषण को । जहाँ थे कभी हरे- भरे मैदान, वहाँ बन गए अब... Poetry Writing Challenge-3 78 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read आईना सब कहते है आईने में, अपना सच्चा अक्स दिखता है । नहीं जानती हूँ मैं इस तथ्य में, कितना सच झलकता है । जब भी मैं कोई गलती कर, आईने... Poetry Writing Challenge-3 65 Share