Dr. Vaishali Verma "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read नारी की संवेदना चण्डी बन जाऊँ काली कहलाऊँ शत्रुओ का नाश करूँ तो दुर्गा कहलाऊँ बुद्धि विद्या दूँ वीण। दायिनी कहलाऊँ धन का भण्डार भरूँ लक्ष्मी कहलाऊँ स्तनपान कराऊँ माँ कहलाऊँ अग्नि में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 44 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read वृक्ष की संवेदना *हे मानव है* *मेरा क्या क़सूर* *शहरी बस्ती बसाने* *में क्यूँ काँटे मुझे* *हर रोज़* *मेरी संवेदना* *अपने से काहे* *करें यूँ दूर* *चिड़ियों का क्यूँ* *छीने बसेरा* *अपना घर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 101 Share Dr. Vaishali Verma 29 Apr 2024 · 1 min read तकनीकी की दुनिया में संवेदना तकनीकी की दुनिया में संवेदना शून्य हो रही, चिट्ठीयो में सिमटी संवेदनाओ ने ले लिया अब रुख़ मोबाईल का, मानव ही मानव से कट रहा इस दिखावटीपन की दुनिया में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 100 Share Dr. Vaishali Verma 29 Apr 2024 · 1 min read संवेदना( वीर ज़वान) 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 *वीर ज़वानो*की संवेदनाओ से तुमको अवगत कराता हूँ है ये भारत माता के सुपुत्र अपनी सरहद के ख़ातिर प्राणो की बलि दे जाते है, हाथों में थामे, हथियारों से... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 76 Share Dr. Vaishali Verma 28 Apr 2024 · 1 min read किसान की संवेदना हूँ मैं एक किसान लगा हुआ हूँ खेती में,🌾🌾 सुखी रोटी खाता हूँ अन्नदाता कहलाता हूँ बंजर भूमि⛰🗻 उपजाऊ बना दूँ ऐसी संवेदना रखता हूँ। काया पड़ जाए काली 🌚... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 138 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना की पहचान जीवन की पहेलियों में बिखरा,🍂 रंगीन रंगो में रंगहीन हैं मानव ही मानव से विग्रह क्यूँ है इस युग में संवेदना की पहचान करो।। समय के घेरे में चकरा रहा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 73 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(फूल) 🌻🌹🌸🌺🌼 यूँ तो हम हैं सुंदर फूल, जो बढ़ाते है बग़ीचे की शोभा माली के अनुकूल, रंग बिरंगे प्यारे -२ ख़ुशबू से महकाते सभी के आँखों को भाते, सुख-दुःख में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 139 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(कलम की दुनिया) 🍀🍀पेन,पेंसिल🍀🍀 यूँ कहो एक कलम हूँ। है मेरी अपनी एक नयी दुनिया जिसने महान जन के कार्यों को शब्दों की कहानी की गति से गढ़ा वीरों जैसी महान बलदानी संवेदना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 128 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(सहानुभूति) 🍀*न दिखाओ* *अपनी झूठी* *सहानुभूति सबसे*🍀 *जानते हैं* *इस मिथ्या जगत में* *कैसे मिठिया सहानुभूति*🍀 *देकर ठुकराते हैं लोग* *संवेदना में न* *खोकर न बनने*🍀 *दे इसे छलिया रोग* *छल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 103 Share