Roopali Sharma "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Roopali Sharma 2 Apr 2024 · 1 min read मंझधार मंझधार समाज और परिवार की मंझधार में झूलता रहता है इंसान कभी परिवार के लिए समाज से तो कभी समाज के लिए परिवार से लड़ता रहता है इंसान । गरीब... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 1 92 Share Roopali Sharma 2 Apr 2024 · 1 min read मै (अहम) का ‘मै’ (परब्रह्म्) से साक्षात्कार मै (अहम) का ‘मै’ (परब्रह्म्) से साक्षात्कार मै मै’ हूँ मै तुझ मे हूँ मै सब मे हूँ तू बस मै है तू गुरुर है विश्वास नहीं । मै ‘मै’... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 1 86 Share