हाइकु: सत्य छिपता नहीं!
**************************** सत्ता का साया- अपराधी को बरी! निर्दोष दोषी। ---------------------- गुना करके- गुनेहगार बरी! सत्य छुपाते। ---------------------- कई निर्दोष- सत्य के अभाव में! सजा भोगते। ---------------------- आरक्षक की तहकीकात सत्य!...
"सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · हाइकु