Mohan Pandey "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mohan Pandey 2 Apr 2024 · 1 min read मैं सत्य सनातन का साक्षी *मैं सत्य सनातन का साक्षी* मैं सत्य सनातन का साक्षी मैं पंचतत्व दिग्दर्शक हूॅ। हूॅ अनल,हुताशन सृष्टि में मैं दिग्दिगंत आकर्षक हूॅ।। मैं सत्य सनातन..........१ उज्वल भावों का आकांक्षी गंगा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 4 182 Share Mohan Pandey 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की खोज, कविता -------------------------------- कविता -सत्य की खोज -------------------------------- चक्की में घिसना पड़ेगा सत्य की खोज में। तपना पड़ेगा साधन और साध्य के गहन मध्याकाश में दीप्त अर्चियों की लौ में। सत्य की... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 146 Share Mohan Pandey 2 Apr 2024 · 1 min read एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत (कविता) •एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत • भीषण शीत कंपकंपाती ठंड से जब चतुर्दिक खगों के झुंड विह्वल हो उठते हैं हिम की तासीर से उड़ती हूॅ अदम्य साहस और उत्साह... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 1 168 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read गीत, मेरे गांव के पनघट पर मेरे गाँव के पनघट पे थके बटोही आ जाना जब भी प्यास लगे तुझको अपनी प्यास बुझा जाना।। जेठ दुपहरी तपती धरती जब मिलता नहीं सहारा है। तन मन व्याकुल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 4 230 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla • बुगुन लियोसिचला • आती सूदूर से पर्वतों को पार कर अनवरत जारी है आने का सिलसिला। घाटियों को पार कर उगते सूरज के पर्वत पर। घने जंगलों की आबो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 1 155 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai **वसन्त का स्वागत है** टेसू गुलाब खिले, बेला के आवन से, गलियन में झांझ बजे, पञ्चम गीत गाती है। गाछ पर रसालों के भ्रमर गुॅजार करे , लपक रही मालती,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 127 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read कचनार kachanar *कचनार* लहलहाते पत्तों से सजे विहॅस रही कलियों अधखिले पुष्पों को अपने शाखाओं में हार के तरह धारण किये वसन्त के स्वागत के लिए आतुर है कचनार। शीतल वायु,गुनगनी धूप... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 111 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read सूरज आएगा Suraj Aayega *आएगा सूरज* तम को चीरती हुई सूरज की रश्मियां छाती हैं पलभर में संपूर्ण लोक में। सात रश्मियों के रूप में लोक की दिव्यता धरा, व्योम जीवन को नित नव... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 112 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read माॅ माँ● दूर कहीं जंगल से सिर पे लादे लकड़ियों का गट्ठर पहाड़ की ऊँची ढलान से नीचे घण्टों में उतरती है, बूढ़ी माँ। सताती है चिंता, अपने बेटों की, दो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 1 84 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read प्रकृति चट्टानों की कोख में पला जन्मा,पला, बढ़ा, बढ़ता गया। तपती धूप के थपेड़े सहता रहा, एक पौध, जो संकरे मार्ग से होता हुआ दिखा व्योम के नीचे, खुले आकाश और... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 95 Share