सत्य
ईश्वर ही परम सत्य है,शाश्वत है अविनाशी है। निराकार ज्योति-बिन्दु है,परम शक्ति विश्वासी है।। सत्य आनंद,शुभ,पवित्र,सतत्-शांति का गागर है। उच्चतम-कल्याणकारी,सुखद स्नेह का सागर है।। सच पर धूल नहीं चढ़ती, सत्य...
"सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका