Kumar lalit Poetry Writing Challenge-2 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar lalit 8 Feb 2024 · 1 min read गिरफ्त में रहे चाहे तो शिकायत, ना चाहे तो दर्द कब तक इस तरह यूं शिकस्त में रहे ना पास आते हो खुद, ना दूर जाने देते हो क्या चाहते हो तुम्हारी गिरफ्त... Poetry Writing Challenge-2 · Dard Shayari 160 Share Kumar lalit 7 Feb 2024 · 1 min read घर जब कटने लगे पेड़ जंगल में, एक चिड़िया यू बोली "किसी का घर उजड़ रहा है, किसी का घर बनाने को" - ललित Poetry Writing Challenge-2 · शेर 106 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read घरवार लुटा है मेरा इस इश्क ने ऐसा मारा दिल हार चुका है मेरा जब जब तुमको चाहा, दिल हर बार दुखा है मेरा अब तुम नहीं समझोगी, तुम्हारा तो घर बसा है मैं... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 2 151 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read पूनम का चांद हो चेहरा छुपा रखा है, हाथों में मेहंदी है आंखो में काजल काला, आंखे कुछ कहती है। चेहरे पे नूर ऐसा, जैसे फूल गुलाब हो बादलों में छुपा जैसे, पूनम का... Poetry Writing Challenge-2 · नज़्म ए शायरी 1 110 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read बातों में मिठास बातों में मिठास चेहरे से नूर झलकता है देख सादगी तेरी सबका दिल मचलता है। तेरी आंखों से कैसे शुरू कोई फ़साना ना हो। तुझे देख के कैसे ये दिल... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 1 124 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read बात बराबर हैं बिन तेरे यूं हम जैसे खाक बराबर है इश्क लिखे या गम अब बात बराबर है। - ललित Poetry Writing Challenge-2 · Sher 1 149 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read जमाना गया जो कहना था उनसे वो कहा ना गया दिल इतना दुखा की फिर सहा ना गया अब प्यार के लिए अपनी इज्जत नीलाम करे अरे छोड़ो जी, अब वो जमाना... Poetry Writing Challenge-2 · दर्द शायरी 1 137 Share