Tarkeshwari 'sudhi' Poetry Writing Challenge-2 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Tarkeshwari 'sudhi' 21 Feb 2024 · 1 min read खंडहर सामने एक खंडहर उँची पहाड़ी पर तन्हा सा खड़ा रहता है नज़र में । उसमें जलता बस एक दिया है । उम्मीद है कोई या कोई तपस्या , या फिर... Poetry Writing Challenge-2 1 133 Share Tarkeshwari 'sudhi' 21 Feb 2024 · 1 min read शरद जा रही है शरद ऋतु चुपचाप सी दबे पाँव लेकर अपने संग अरमान कितने ख़्वाहिशें अधूरी रह गयीं चाहत के पलों की टूटन कुछ खो गये कुछ पाते-पाते नहीं पा... Poetry Writing Challenge-2 1 137 Share Tarkeshwari 'sudhi' 21 Feb 2024 · 1 min read तुम कि बहुत कम था तुम्हारी संवेदनाओं का विस्तार मेरी मजबूरियों को तुमने पहना दिया था बेेरुखी का जामा । कि फैसले लेने से पहले जानी होती वजहें कुछ किस रिश्ते... Poetry Writing Challenge-2 2 2 145 Share Tarkeshwari 'sudhi' 21 Feb 2024 · 1 min read ग्रंथ नारी सौन्दर्य पर लिखे हैं ग्रंथ बहुत सारे अमर हो गये लिखकर उसकी देह ,रूप ,ज़ुल्फो पर हुए हैं गुणगान बहुत नाज़- नखरों के मगर नही आती नज़र मुझको किसी... Poetry Writing Challenge-2 137 Share Tarkeshwari 'sudhi' 21 Feb 2024 · 1 min read कैदी कुछ बेवज़ह उदासियाँ बेवज़ह-सी उक़ताहट बाँधता अदृश्य- सा है पाश हमको यदाकदा देख लेते हैं जमाने की नज़र में ख़ामियां तब होकर रह जाते हैं अपने दायरे में क़ैद हम... Poetry Writing Challenge-2 130 Share Tarkeshwari 'sudhi' 21 Feb 2024 · 1 min read यादें दूब-सी फैली हैं जेहन में जड़ जमाकर गहराई में उखाड़ फेंकती हूँ जला देती हूँ रौंद भी देती हूं निष्ठुर बनकर मगर फिर सिर उठा लेती हैं कुछ वक़्त के... Poetry Writing Challenge-2 137 Share Tarkeshwari 'sudhi' 30 Jan 2024 · 1 min read बेवकूफ क्योंकि बेवकूफ हूँ मै रख देती हूँ समस्त संवेदनाएँ सामने जानती हूँ सच्चाई अहसास भी है ब़ेक़द्र होने का फिर भी रख देती हूँ खोलकर मन को माना इंतज़ार की... Poetry Writing Challenge-2 1 1 194 Share