डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD Poetry Writing Challenge-2 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर रिश्तों में मुहब्बत के तिजारत नही करते। हम सिर्फ दिखावे की मुहब्बत नही करते। तू मांग मेरे हाथ को मां बाप से मिलकर। हम इश्क में अपनों से बगावत नही... Poetry Writing Challenge-2 103 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुमसे कब बे खबर रहा हूं मैं। सिर्फ रश्के सफर रहा हूं मैं। मैं कहानी का इक्तीबास सही। तज़किरे में मगर रहा हूं मैं। सच बताऊं,जो मान जाओ तुम। बिन... Poetry Writing Challenge-2 167 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तड़प दिल में,ज़ुबां पे तिश्नगी¹,आंखो में पानी है। बहुत मासूम सा है इश्क़, ये पागल जवानी है। बहुत मुश्किल है इज़हारे मुहब्बत²,जां फिशानी³ है। तजस्सुस⁴ उसकी है,और बात भी मुझको... Poetry Writing Challenge-2 110 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर बे वजह बे सवाल रहता हूं। सोच कर बे खयाल रहता हूं। अपनी शर्तों पर जी रहा हूं मैं। इसलिए बेमिसाल रहता हूं। मैं मोहब्बत का एक परिंदा हूं। इश्क... Poetry Writing Challenge-2 107 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर कभी सपना कभी शीशा कभी दिल टूट जाता है। उसे जितना मनाता हूं वह उतना रूठ जाता है। ❤️ यहां जम्हूरियत के नाम पर हर बार चुनते हैं। मगर जो... Poetry Writing Challenge-2 99 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर तुम्हारे बिन किसी से राज साझा हो नही सकता। ज़माना सारा मिल जाए,पर तुमसा हो नहीं सकता। ❤️ किसी भी बे वफा से कोई रिश्ता मत निभाना तुम। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 111 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आपकी चाहत, मोहब्बत,उंसियत का है असर। आपने हमको दिया उस अहमियत का है असर। ❤️ जल उठी शमआ मोहब्बत की तो दिल रोशन हुआ। तब्दीलियां मुझ में, तेरी ही शख्सियत... Poetry Writing Challenge-2 2 161 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शख्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 108 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर वह एक शक्स जो देकर गया गुलाब मुझे। उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे। ❤️ जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल। पिला दे साकी... Poetry Writing Challenge-2 1 208 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अहसास नहीं होता उसे अब कमर का दर्द। महसूस जिसने कर लिया है सारे घर का दर्द। बेटी चिमट गई मेरे सीने से आके जब। खुशियों में फिर बदल गया... Poetry Writing Challenge-2 198 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर उम्र के मोड़ पे इस पीर का रोना आया। अब बुढ़ापे में इस तकदीर पे रोना आया। ❤️ काम था जिसको मिला मुल्क की हिफाज़त का। उसकी टूटी हुई शमशीर... Poetry Writing Challenge-2 139 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर करते हैं शबो रोज तमाशा मेरे आगे। चलता नही है ज़ोर किसी का मेरे आगे। ❤️ हिर्स ओ हवस का नही कायल है मेरा दिल। चलता नही किसी का भी... Poetry Writing Challenge-2 1 149 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर ख़्वाब भी ऊंचे रहें, मंज़िल की तैयारी रहे। कामयाबी के लिए कोशिश बहुत सारी रहे। ❤️ इक न इक दिन दूर हो जायेगी सारी मुश्किलें। शर्त ये है बिन रुके... Poetry Writing Challenge-2 117 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर खुशी में भी हम अपने आंसुओं के साथ रहते हैं। मुकम्मल हम नही हैं खा़मियों के साथ रहते है। लगाकर आग बस्ती में, दिलासा बाद में देना। यह किस्से क्यों... Poetry Writing Challenge-2 120 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read सगीर गजल रात भर तुम को जगाने का सबब है कोई। दिल मेरा कहता है आंखों में तलब है कोई। 💖 आंच आती है तेरे हु़स्न की बेताबी से। ऐसा लगता है... Poetry Writing Challenge-2 156 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️ फरिश्ते सब लिख रहे है। सभी के... Poetry Writing Challenge-2 117 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर हम हिंदी भाषी बने आओ ले संकल्प। हिंदी के समतुल्य में, नही कोई विकल्प । ❤️ अन्य सभी भाषा पढ़ें और बने विद्वान। हिंदी यदि आती नहीं, तो समझो है... Poetry Writing Challenge-2 1 123 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर सत्य अहिंसा योग का हम सभी संज्ञान लें। और विवेकानंद के आदर्श को पहचान लें। ❤️ यह धरा पुलकित हुई अवतरण उन का हुआ। योग के इस संत का मर्म... Poetry Writing Challenge-2 109 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत में असर पड़ता है। ❤️ खुशु खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो... Poetry Writing Challenge-2 178 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आज सारे हिसाब कर दूंगा। तुझको मैं लाजवाब कर दूंगा। 🌹 दूध का दूध पानी का पानी। झूठ सब बेनकाब कर दूंगा। 🌷 जो भी रखते हैं नफरतें उनको। पेश... Poetry Writing Challenge-2 113 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️ सुर्ख गुलाबों का गुलदस्ता आ जा तुझको पेश करूं। सारी बगिया सारा बगीचा सारा दरीचा... Poetry Writing Challenge-2 1 145 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं। वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो... Poetry Writing Challenge-2 100 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर 2122 1122 1122 22/112 बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक।... Poetry Writing Challenge-2 2 171 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read गजल सगीर महफिले लूट गया शोर शराबे के बगैर। कर गया सबको ही माइल वह तमाशे के बगैर। ❤️ गैरत मंदी में बहुत लोग नही कहते हैं। ज़रुरत मंदों को नही मिलता... Poetry Writing Challenge-2 2 203 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। मैं तुझको हासिल कर लूंगा। तू भी इसकी तैयारी रख। जो तेरा... Poetry Writing Challenge-2 1 183 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सगीर आप मुरझाए हैं, क्यों सूखे गुलाबों की तरह। किस लिए गुस्सा उतर आया अजाबों की तरह। 🌹 पाए तकमील नहीं पहुंचा मुहब्बत क्योंकर। इसलिए मैं हूं अधूरा मेरे ख्वाबों की... Poetry Writing Challenge-2 116 Share