Ruchi Sharma Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read मेरी कल्पना मेरा आसमां तुम ,तुम ही मेरी ज़मी, फिर मुझे किस बात की है कमी । हर दम हर पल साथ है, एक दूजे के खास हैं ,फिर भी न जाने... Poetry Writing Challenge-2 2 115 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read बडी बहन वो मां के जैसी ही तो है उसकी हर डांट वैसे ही तो है । उसकी सीख उसके संस्कार ,कैसे रहना है इस दुनिया में वही तो सिखाती है ,... Poetry Writing Challenge-2 1 191 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सत्य वो कभी नहीं बदलेगा, वो कभी नहीं हारेगा, चाहे कितनी भी कोशिश कर लो, वो नहीं डरेगा , वो सत्य है वो कभी नहीं छुपेगा। फिर क्यों झूठ प्रपंच में... Poetry Writing Challenge-2 2 75 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सवाल आओ एक सवाल पूछे हम अपने आप से । सब कुछ होने के बाद भी क्या हम खुश हैं ,शांत है अपने अंतर्मन मन से । क्यों एक बेचैनी सी... Poetry Writing Challenge-2 2 98 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read परिवर्तन देखते ही देखते धूप छांव में बदल जाती है । जो चीज है अपनी वो पराई बन जाती है । परिवर्तन प्रकृति का नियम है ,शायद इसीलिए इंसानों की भी... Poetry Writing Challenge-2 2 72 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read उम्मीद कौन कहता है हारकर इंसान टूटते हैं हम तो हारकर भी रोज अपने आप से लड़ते हैं पर होने से कुछ नहीं होता हौसले भी तो चाहिए , हम तो... Poetry Writing Challenge-2 1 94 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read नन्हा बालक बरसात का मौसम जब आता है सबके चेहरे पर खुशी लेकर आता है पड़ती है जब नन्ही नन्ही फुहारे तो मन प्रफुलित हो जाता है ना जाने क्या-क्या सपने सजा... Poetry Writing Challenge-2 2 69 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read खूबी हर खूबी हो मुझमें ये जरूरी तो नही। मगर जितनी है वो कम भी तो नहीं, काश ये मिल जाता काश वो मिल जाता, निकालकर इस फेर से व्यर्थ कुंठाओं... Poetry Writing Challenge-2 1 83 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सिलसिला क्या इस बदलती दुनिया के साथ, मुझे भी बदलना पड़ेगा। दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और , ये सिलसिला रखना पड़ेगा । अपना अपना सबको कहना ,पर दिल... Poetry Writing Challenge-2 1 82 Share Ruchi Sharma 16 Feb 2024 · 1 min read मानवता मानव होकर हम मानवता भूले , यह जाकर हम किसको बोले । ,प्रतिस्पर्धा की दौड़ में मची हुई एक होड़ , स्वार्थ बस हम ना जाने किस-किस को पीछे छोड़े,... Poetry Writing Challenge-2 1 95 Share Ruchi Sharma 12 Feb 2024 · 1 min read वादा चलो एक वादा करते है आज अपने आप से , के दिल ना दुखे किसी का हमारी बात से। जिंदगी भर ख्याल रखेंगे उसका , जिसने प्यार किया हमे निस्वार्थ... Poetry Writing Challenge-2 2 126 Share Ruchi Sharma 8 Feb 2024 · 1 min read विदाई ऊपर वाले , क्या बेटी की तकदीर बनाई। जन्म लेते ही पराया धन कहलाई , ससुराल में जाते ही, सुना अपने घर से क्या सीखकर आई न इस घर की,... Poetry Writing Challenge-2 1 63 Share Ruchi Sharma 5 Feb 2024 · 1 min read मुस्कुराहट हर बात पे मुस्कुरा देते ,हर जगह मुस्कुरा देते, अगर मुस्कुराने से मिट जाते सारे गम , तो यूँ ही सारे गम मिटा देते। ग़मो मे भी जो मुस्कुराने की... Poetry Writing Challenge-2 1 76 Share Ruchi Sharma 31 Jan 2024 · 1 min read माँ मेरी मां मेरी परछाई है हर मुसीबत में वो दीवार बनकर सामने आई है, हर परेशानी मुझ तक आते-आते रुक जाती है ,हर संकट की घड़ी टल जाती है, क्योंकि... Poetry Writing Challenge-2 1 96 Share Ruchi Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read मोबाईल वो भी क्या दिन थे जब हम तुम बिन थे। दिन हो या रात चारों और था , सुकून का साथ बात हो गई वो अब बीते ज़माने की, अब... Poetry Writing Challenge-2 1 71 Share Ruchi Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read जरूरी तो नही हर वक्त साथ रहे ये जरूरी तो नही प्यार है बहुत पर जताये ये जरूरी तो नही। ये एहसासो के रिश्ते है, दिल से दिल की बाते है । हर... Poetry Writing Challenge-2 1 79 Share Ruchi Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read ऐतबार ना शिकवा किया ना शिकायत ,किया तो बस सब्र किया अपने हिस्से का हर फर्ज अदा किया l सुना है के , कायनात सुनती है सच्चाई को, सच्चे दिल की... Poetry Writing Challenge-2 1 70 Share Ruchi Sharma 26 Jan 2024 · 1 min read कलम मेरी सच्ची साथी, मेरी हमदम, हर पल मेरे साथ, फिर पास ना कोई गम l कितना भी वक्त गुजारो उसके साथ, लगता है कम l मन के हर जख्म भर... Poetry Writing Challenge-2 80 Share Ruchi Sharma 25 Jan 2024 · 2 min read डिप्रेशन जिंदगी के सफर की कैसी वो मस्ती थी, बहुत कुछ सहने के बाद भी मिटती ना हस्ती थी। परिवार के नाम पर हम दो हमारे दो ना थे , दादा-दादी... Poetry Writing Challenge-2 1 78 Share Ruchi Sharma 25 Jan 2024 · 1 min read दुःख ऐ दुःख देखे तुझे तेरी उम्र कितनी है । कभी ना कभी तो तेरा अंत होगा ,आखिर कब तक तू मेरा साथ देगा ,कब तक मेरा साथ नहीं छोड़ेगा कब... Poetry Writing Challenge-2 1 83 Share Ruchi Sharma 25 Jan 2024 · 1 min read नारी लिख सकू तो क्या लिखूं तुम पर हे नारी, कभी पड़ जाती हो सब पर भारी कभी खड़ी रहती हो बन बेचारी। कभी बन कल्पना चावला उड़ाती हो विमान कभी... Poetry Writing Challenge-2 1 84 Share Ruchi Sharma 24 Jan 2024 · 1 min read बेटी हर रोज जो संस्कारों का घूंट है, पीती क्या उसी का नाम है बेटीl सागर की तरह है वो गहरी, ना जाने कितने दुख तकलीफ है हर रोज सहती फिर... Poetry Writing Challenge-2 1 74 Share Ruchi Sharma 23 Jan 2024 · 1 min read मन की बात रहे बहुत सलीके से ज़माने के तरिके से , अब खुद से मिला जाए । बहुत सुन लिया सबका , अब अपने मन का भी कुछ कर लिया जाए। अब... Poetry Writing Challenge-2 129 Share Ruchi Sharma 23 Jan 2024 · 1 min read मुलाकात कुछ इस तरह से यू हमारी मुलाकात हो गई ,ना कुछ कहा बस इशारों इशारों मे बात हो गई l उसने मुझे मैंने उसे देखा बस मुलाकात हो गई l... Poetry Writing Challenge-2 1 82 Share Ruchi Sharma 23 Jan 2024 · 1 min read राम उत्सव जिस गली से गुजरे राम भक्त , उन गलियों को तुम सजा देना। क्या पता किस रूप मे आ जाए भगवन् ,तुम उनका सत्कार कर लेना। महका देना तुम गलियों... Poetry Writing Challenge-2 1 137 Share