Rekha khichi Poetry Writing Challenge-2 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rekha khichi 21 Feb 2024 · 1 min read फोन का ख़ास नम्बर कुछ एहसास फोन से जुड़े होते हैं और ये किस्से कुछ ख़ास होते हैं,कभी आंखों में हसीं ख्वाब होते हैं तो कभी दर्द पास होते हैं। एक ख़ास नम्बर सबके... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 130 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 2 min read बहू चाहिए पर बेटी नहीं क्यों? विषय _ बहू चाहिए पर बेटी नहीं _क्यों गर्भ से लेकर समाज तक कभी तिरस्कारित की जाती है तो कभी सम्मानित की जाती है इन बेटियों पर हमेशा सवाल किए... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 99 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read हादसा विषय _ हादसा एक सफ़र की शुरुआत थी, जानता कोई नहीं था कि आखिरी वो रात थी वक्त अपनी रफ्तार लिए चल रहा था हंसी खुशी ये सफर निकल रहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 71 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read कुछ शब्द स्कूल की जिंदगी के लिए विषय _कुछ शब्द स्कूल की जिंदगी के लिए क्या बताएं उस जिंदगी की कहानी सोचते हुए ही आ जाता है आंखों में पानी वहां मौजूद अपने थे, दोस्ती संग जुड़े... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 81 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read दोस्ती सारा जहान विषय - दोस्ती सारा जहान दोस्ती जिसमें समाई है दुनिया सारी दोस्ती जो लगती है सबसे प्यारी दोस्ती जो सुकून से भरा अहसास है दोस्ती जो दूर रहकर भी होती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 1 min read दोस्ती जीवन भर का साथ विषय - दोस्ती जीवन भर का साथ कहते हैं कि मतलब का ये जमाना है, यहां झूठ का लगता आना जाना है दिखते तो हैं चेहरे हज़ार लेकिन हर कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 126 Share Rekha khichi 20 Feb 2024 · 2 min read तेरी मेरी यारी विषय - तेरी यारी सबसे प्यारी कहते हैं जीवन में रिश्तों का होना जरूरी है ये रिश्ते नाते जीवन को सरल बनाते है तकलीफों में साथ खड़े होते है और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 62 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read पति पत्नी और मोबाइल पति पत्नी और मोबाइल अजी सुनते हैं, ये कैसा लगाव रखने लगे हो मोबाइल से जो बस सारा दिन इसी पर बिताते हो भीड़ में भी इसमें देखकर मंद मंद... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 123 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read चलो शुरूवात करो विषय _चलो शुरूवात करो चलो शुरुवात करो क्यों किसी से डरते हो क्यों अपने आप को ही हमेशा गलत साबित करते हो तुमने खुद को बदला नहीं और बेहरम ये... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 84 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read क़िस्मत की सज़ा विषय _ क़िस्मत की सज़ा आखिर क्यों मेरी कहानी सताती है मुझे क्यों अक्सर तन्हाई में रूलाती है मुझे दोष क्या है मेरा जो मैं जो खुद की कहानी में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 75 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 2 min read वो जिस्म बेचती है, वैश्या कहलाती है वो जिस्म बेचती है, वैश्या कहलाती है तो जिस्म खरदीने वाले को कोई नाम क्यों नही दिया जाता? वो कमजोर है इसलिए उसे नोच देते हैं फिर क्यों एक आदमी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 91 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read बचपन ये जो हंसता हुआ पल है ये बचपन की बात है यहां सच्चाई है और जुड़े हुए जज़्बात है पिता अपने बच्चें के साथ बच्चा बन जाता है रोज नई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 114 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read हादसा विषय _ हादसा एक सफ़र की शुरुआत थी, जानता कोई नहीं था कि आखिरी वो रात थी वक्त अपनी रफ्तार लिए चल रहा था हंसी खुशी ये सफर निकल रहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 78 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read गुस्सा गुस्सा कोई बात ऐसी होती है, जिसकी वजह हम जान नहीं पाते जो हालात होते हैं हमारे सामने उनको हम समझ नहीं पाते लोगों का व्यवहार बदलता है और बदल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 116 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read जाल मोहमाया का एक सपना सुहाना था जिसमें कोई नहीं अंजाना था हर कोई खास था दिल के बहुत पास था आया एक हवा का झोंका और हर अक्श से रूबरू करवा दिया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 78 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 1 min read मैं नहीं तो कौन मैं नहीं तो कौन यहां और है ही कौन मुझसे पूछते हैं कि कैसे लोग दुखी रहते हैं अब दुःख का कारण यहां मैं नहीं तो कौन अरे तुम कैसे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 66 Share Rekha khichi 17 Feb 2024 · 2 min read दहेज़ कर्ज या खुशी विषय _ दहेज़ कर्ज़ या खुशी शादी की शहनाई गूंजेगी मेरे घर में मंगलगीत भी गाए जायेंगे खुशियां आयेंगी मेरे घर में और ढोल नगाड़े भी बजाए जाएंगे धूमधाम होगी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 139 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read अंधेरा मन का क्या हुआ? जो चारों ओर अंधेरा नज़र आ रहा है या फिर कोई तुझे विचार सता रहा है तू खोल आंखें इक बार ख़ुद को देख तो सही तेरे अंदर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 70 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read आखिर क्यों मर्द बेचारे नहीं होते? आखिर क्यों मर्द बेचारे नहीं' होते " बेचारी है महिलाएं बात-बात पर आँखें भर आती है बड़ी जालिम है ये दुनिया ना जाने इसको कितना सताती है। मर्द को तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 105 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read नारी तेरी कहानी विषय _ नारी तेरी कहानी बहुत गहरे समंदर जैसा नारी का अस्तित्व और नारी अपने आप में शामिल हर दिन की नई कहानी है कोई समझेगा नारी के किरदार को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 66 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read आखिर क्यों? आखिर क्यों? ये सवाल बहुत बार मेरे मन में आता है आखिर क्यों हर कोई अपना हक जताता है बेटी , बहन,पत्नी , बहु फिर बनी मां हर किरदार नारी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 42 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read सफ़र जो खुद से मिला दे। सफ़र जो खुद से मिला दे यूं तो ये जिंदगी मानो एक सफ़र की तरह ही है बस चलते जा रहे हैं, जिस भी रूप में ढालते हैं ये रास्ते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 99 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read समर्पण का नाम प्यार विषय _ प्यार प्यार की परिभाषा कहां तक समझ आएगी जितना हम समझना चाहे उतना ही उलझाएगी फिर भी इस प्यार के क़रीब जाते हैं हम एक दूजे की बातों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 68 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read दोस्ती अपनेपन का अहसास विषय _ दोस्ती अपनेपन का अहसास दोस्ती वो आसमान है जहां बस अपनेपन की पहचान है साथ देती है दोस्ती हर पल दोस्ती तो एक दूजे की जान है ना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 58 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 2 min read मिट्टी से मिट्टी तक का सफ़र विषय _ मिट्टी से मिट्टी तक का सफ़र जीवन के सारे क़िरदार निभाकर आज चैन की नींद सोई है वो किसी को ना सुनना , किसी से न कुछ कहना... Poetry Writing Challenge-2 1 127 Share Rekha khichi 16 Feb 2024 · 1 min read तुम काफ़ी हो अपनी उड़ान को जारी रखना, तुम अपनी मेहनत का स्वाद चखना हिम्मत को छुटने मत देना , डोरी विश्वास की टूटने मत देना तुम काफी हो अपने आप में और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 146 Share