Acharya Rama Nand Mandal Poetry Writing Challenge-2 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Acharya Rama Nand Mandal 31 Jan 2024 · 1 min read तूं राम को जान। तूं राम को जान तूं राम को जान। तूं बुद्ध को पहचान।। तूं तुलसी को जान। तूं कबीर को पहचान। तूं मनु को जान। तूं अम्बेडकर को पहचान।। तूं शास्त्र... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 101 Share Acharya Rama Nand Mandal 31 Jan 2024 · 1 min read मैं हिन्दी हूं। मैं हिन्दी हूं। मैं हिन्दी हूं। मादरे वतन, हिंद की भाषा हूं। मैं हिन्दी हूं। भारत माता की बिन्दी हूं। मैं हिन्दी हूं। मैं हिन्दू की भाषा हूं। मैं हिन्दी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 87 Share Acharya Rama Nand Mandal 31 Jan 2024 · 1 min read चेहरा । चेहरा चेहरा चेहरा पर चेहरे लगा रखे हैं लोग। नियत या बदनियत से चेहरा को चेहरे से सजा रखे हैं लोग। देव या दानव भी चेहरा पर चेहरे लगा रखे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 75 Share Acharya Rama Nand Mandal 31 Jan 2024 · 1 min read प्रेमिका और पत्नी। प्रेमिका और पत्नी तुम प्रेमिका है पत्नी नहीं। पत्नी बनना चाहती है तो एसिड से जलायी जाती है। तुम प्रेमिका है प्रेमिका ही बनी रहो। तुम पत्नी है प्रेमिका नहीं।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 113 Share Acharya Rama Nand Mandal 27 Jan 2024 · 1 min read देश में क्या हो रहा है? देश में क्या हो रहा है! देश में ये क्या हो रहा है! राजनीति का स्तर गिर रहा है! पक्ष विपक्ष गरिमा गिरा रहा है! देश की गरिमा गिरा रहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 272 Share Acharya Rama Nand Mandal 27 Jan 2024 · 1 min read राजनीति की गरमी। राजनीति की गरमी। कड़ाके की ठंढ है। दिन रात सर्द है। आग ही मर्ज है। राजनीति ही आग है। सरदी में कोरोना है। राजनीति से भगाना है। सब कुछ बंद... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 124 Share Acharya Rama Nand Mandal 27 Jan 2024 · 1 min read जातीय गणना। जातीय गणना। -आचार्य रामानंद मंडल जाति के सर्जक। जाति के हिमायक/नायक। जाति के रक्षक। बने हैं आज, जातीय गणना विरोधक। जाति के संहारक। जाति के खनायक/खलनायक। जाति के भक्षक। बने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 191 Share Acharya Rama Nand Mandal 27 Jan 2024 · 1 min read बुद्ध पर वार है। बुद्ध पर वार है। बुद्ध पर वार है। अशोक के बहाने वार है। चक्र पर वार है। अशोक के बहाने वार है। तिरंगा पर वार है। अशोक के बहाने वार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 71 Share Acharya Rama Nand Mandal 23 Jan 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम प्रेम ही जीवन है। प्रेम ही मृत्यु है। प्रेम ही आनंद है। प्रेम ही दु:ख है। प्रेम ही उत्साह है। प्रेम ही निराशा है। प्रेम ही आकर्षण है। प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 97 Share Acharya Rama Nand Mandal 23 Jan 2024 · 1 min read गरीबी में सौंदर्य। गरीबी में सौंदर्य ! -आचार्य रामानंद मंडल गरीबी में सौन्दर्य है! तभी तो धनी भी फटी जिंस पहनता हैं! गरीबी का अधखुलापन लोगों को भाता है तभी तो फोटो खींचा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 155 Share