अद्वितीय प्रकृति
उन्माद ,उन्मुक्त विमुक्त चिर परिचित -तुम मदमाती बाला हरित ,पल्लवित ,पुष्पित ,रंगीन सुरा -समान मधुमति हाला I नूरानी ,सुहानी ,मन- भावनी , मन-मोहिनी,लुभावनी-दैविक छटा उमड़ती, घुमड़ती, चमकती, दमकती अठखेलियां करती...
Poetry Writing Challenge-2 · कविता