Kunal Kanth Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read खुन लिए जेहन में गर्म खुन लिए पला ला-त'अय्युन लिए क्या दशहरा दीवाली ईद जी रहा जब तग़ाबुन लिए खुरैच देना नफ़रत जड़ से बैठा हूॅं कल से नाखुन लिए तितलियाँ भी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 82 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read होना खुद को काफ़ में महदूद कर बे- नाम -ओ - निशाँ होना तुम्हें आसान लगता है मिरा मुंतख़ब रूह-ओ-रवाँ होना इब्तिदा से हसरत पाला नफ़रत तीरगी रंजिस मिटाना मसलन दस्तियाब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 84 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read लिख रहे समझ सको तो समझो कुछ सहल लिख रहे है हम सियासी दाव - पेंच को अबल लिख रहे है जिनके हाथ किताबत में बातिल अफसानों से रंगे वो आज रास्त... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 77 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read चाटिये क़्लब को आरज़ू-ए-ख़ुद-नुमाई है चाटिए चाटना हि आपका सुख़न-सराई है चाटिए डार्विन हेरोडोटस सब बेकार साबित हुए पंडित ख़तीब मजहब देशी पढ़ाई है चाटिए बुलडोजर सामने पाएँगे गर आप जुबाॅं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 104 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read रफाकत में क़ाफ़िया पैमाइस ओ कसाफ़त में उम्र कट रही अब इसी रफ़ाक़त में क्यों करता मलाल उसके हिज्र का आख़िर रखा हि क्या है ख़िजालत में चलो खुद पे फ़क़त पढो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 72 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read अच्छा लगा मुद्दतों बाद शफ़क़ बूक-ओ-मगर अच्छा लगा आप जिस नज़र से देख रहे नज़र अच्छा लगा रंज अफ़्सुर्दगी अज़ाब दर्द सब मरहम हुआ उफ़ आपसे टकराना सर-ब-सर अच्छा लगा वैसे तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 88 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read इश्क की मुख़्तलिफ़ हैं सिफ़ात इश्क की आओ करते है बात इश्क की जिन-ओ-शैताँ तो नफ़रत के रु म'गर है खुदा ओ रास्त इश्क की पैदा सब इब्न-ए-आदम इश्क से कुछ नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 84 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल में है मत पूछिए क्यों कर इकारा ग़ज़ल में है वो जानते है जिन्हें उकेरा ग़ज़ल में है ऐब-ए-शुतुरगर्बा हो गर बे-नजर ऐब से फ़िर तो ख़सारा हि ख़सारा ग़ज़ल में है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 81 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read क्या शर्म सर - ब - सर फाका करे क्या शर्म चौकीदार फ़क़त वादा करे क्या शर्म नेता लगे पड़े नोट कुर्सी इंहिज़ामी में भूख नादारी बदन डाका करे क्या शर्म रू... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 95 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read कुछ नहीं ना-रसा बेमज़ा हम-ज़बाँ कुछ नहीं जाम है शाम है माजरा कुछ नहीं बेसबब बेबसी नाज़ में किस लिए आबरू मुश्कबू ओ कजा कुछ नहीं आरज़ी रास्त का कूकरम हर तरफ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 57 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read कौन करें वहशत में वहशत का तक़ाज़ा कौन करे अब इस उम्र जर्द ओ रंज इजाफा कौन करे हाँ तस्सल्ली है मुझको तमस में जी कर भी यार फूजूल में हर बात... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 90 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read कामिल नहीं होता छूट जाता पर कभी कामिल नहीं होता तिरे बगैर ये म'आनी हासिल नहीं होता नजर लग जाती तुम्हें आईने की जानेमन तेरे रु पे गर नुमाया काला तिल नहीं होता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 94 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read वहशतें रंज-ओ-ग़म से अक्फ़र वहशतें मेरे क़ल्ब में कर गई घर वहशतें मैं भी अपने दौर का उम्दा क़ैस था ज़ब्त करेगी बदन सर ब सर वहशतें वो लोग जो इश्क... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 68 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read जानते है सुखन सराई कर्ब-ज़ा है रवाँ² जानते हैं हम ज़माने से सबकुछ अयाँ जानते हैं राह-ए-हक़ पर सबको चलना अकेले हि साथ देगा न कोई राज़-ए-निहाँ जानते हैं मुझसे इश्क है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 115 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read हंसिए हर म'आनी में ज़िंदगी हसीं रुबाई है हँसिये हँसना हि यार हर मर्ज की दवाई है हँसिये इल्म ए अरुज अमन ए रिहाल सब फूजूल बातिल मे'यार अब सुखन -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 57 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read ऑंखें तुम्हारे आँखों पे क्या अलंकार लिखूँ होश रहे तो न स्याह पकडू नशा भी हाथ पांव जोड़ खड़ी है कतार में अरे क्या तीव्र अलौकिक सौंदर्य है फलकों पे फिसल... Poetry Writing Challenge-2 · आंखे · कविता · तुम 108 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read मुस्कुराहट दमे-रुख़सती थे जो नाशाद मुस्कुराहट सफ़र में रहे मुझे हर इक याद मुस्कुराहट लबों पर लगा दोगे पहरे तो लेकिन न रोके रुकेंगे ये आज़ाद मुस्कुराहट सितमगर करेगा सितम बे-ख़ता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 148 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read उठाएँगे मौत रंज क़फ़स सारे का सारा उठाएँगे रास्त के लिए तो हर इक खसारा उठाएँगे मैं सॅंवारा गया हूँ दर्द ओ लहु की छिट से इतना आसान नइ जो आप... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 71 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read इजहार बने मुस्कुराहट त'अल्लुक़ ए इजहार बने मुस्कुराहट त'अल्लुक़ ए इकरार बने तु ख़ुशी - ख़ुशी देख सके हर ख्वाब शफ़क रूह तिरे चाहत का बाजार बने तिरे गेसुओं के साये में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 67 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read आगोश मिले हल्क़ा-ए-आग़ोश मिले तिरे निगाह में पाग़ोश मिले आओ कभी नज्म़ ग़ज़ल बन कर हसरत है अब आफ़ियत-कोश मिले सुकूँ ए क़ल्ब होगा मिरे लिए गर आँख खुलते तिरा रु पुर-जोश... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 69 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read तबियत बदलती है सुखन गोई तबी'अत बदलती है मुतवातिर ख़िबरत बदलती है इश्क करो तो क़ितमीर रख कर वक़्त वक़्त पे जरूरत बदलती है मत करो खर्च मुझपे उम्र ओ इश्क आवारा हूॅं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 62 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read बहर हूँ सर्द-मेहरी ओ फ़र्द अजब- तर हूँ ना होना था म'गर सर- ब - सर हूँ मुझे रंज के मुआफ़ीक तोलने वालों बदमाशियों का मैं शफ़क़ अख्तर हूँ हो तुम शम्स... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 55 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read माहौल में मदफ़न सुखन तस्दीद के माहौल में या'नी लहू तस'ईद के माहौल में ओढ़ता हूँ किरदार कई कई अफसानों का मिलो मुझसे नहीं तुम ख़ुर्शीद के माहौल में हो गया इक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 77 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read वीरान जाने दक़ीक़त पुर-शिकन वीरान जाने सुखन में बारहा शमशान जाने हुआ जो दर्द तन्हा नीमजाँ तो ग़ज़ल इबरत जुनूं मीज़ान जाने क्या दुनिया ख़ुदा बिस्मिल फ़ज़ा सुख़न-गोई में बस ख़ासान जाने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 98 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read किताबें सुनो प्रिय किसी राह किसी मोड़ पे क्षितिज के उस पार जब हम दुबारा मिले तो ! एकदूसरे के लिए हम ढेर सारी किताबें ले कर आएँ (यद्यपि ये जानते... Poetry Writing Challenge-2 · किताबें · तुम · सफ़र 127 Share