Dileep Shrivastava Poetry Writing Challenge-2 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dileep Shrivastava 27 Jan 2024 · 1 min read माँ वो जो मेरी वाली थी कहीं चली गयी मैं अपनी ही बनाई भीड़ में खो गया था अकेली, ना जाने कितनी बार वो मुझसे यूँ ही छली गयी.... वो जो... Poetry Writing Challenge-2 149 Share Dileep Shrivastava 27 Jan 2024 · 1 min read चाह मैंने कभी कुछ चाहा ही नहीं ऐसा मुझे लगता रहा और मन ना जाने क्यूँ रोज़ थकता रहा आँख खुली है या बंद ये कौन बतला गया ख़ुद को था... Poetry Writing Challenge-2 120 Share Dileep Shrivastava 26 Jan 2024 · 1 min read तलाश मैंने, कल इश्क़ की रूह को तलाश ही लिया गूड़े मुड़े काग़ज़ों के ढेर में चुपचाप मेरे शब्द ओढ़े सो रही थी रूह सोई तो शब्द भी मौन… था मेरे... Poetry Writing Challenge-2 93 Share Dileep Shrivastava 25 Jan 2024 · 1 min read घर कहाँ है मेरा घर उस नगर या उस डगर जाऊँ किधर… भीड़ जुलूस लाये तन्हाई घर की कोई राह नज़र ना आई दिल की परवाज़ों में खोया ख़ुद को बिखर... Poetry Writing Challenge-2 85 Share