Srishty Bansal "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Srishty Bansal 10 Jul 2023 · 1 min read फितरत हमारी फितरत पर जो फ़िदा हो जाए, ऐसा कोई बना नहीं, न हमने देखा है। ये ज़ालिम दुनिया है किस चीज़ की लालची, हमने ये हर पल सीखा है। मसालों... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल 2 2 315 Share Srishty Bansal 3 Jul 2023 · 1 min read फितरत उन्हें हर मुस्कुराहट दी मैंने, अब मेरी क़िस्मत रोने लगी। उनको दुनियाभर की दुआएँ दी मैंने, अब बद्दुआओं में मेरी क़ीमत लगने लगी। उन्हें महफ़िल सौंपी मैंने, अब तन्हाई मेरी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 167 Share