Sandeep Pande "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Pande 1 Jul 2023 · 1 min read देना और पाना देना और पाना अपनी रौशनी और तपिश को देता ही जाता है सूरज बिना बदले की कुछ आस के ना पीछे रहता है चंदा बांटने को अपनी शीतलता लंबा सफर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Kavita · कविता · फितरत 6 1 399 Share