प्रदीप कुमार गुप्ता "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रदीप कुमार गुप्ता 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत के रंग फितरत के हैं रंग कई, कुछ गाढ़े कुछ फीके। ये तो साथ जनम से है, इसको कोई न सीखे। भीतर मन के घुसी हुई, फितरत की ये काया। कोई समझ... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Kavita 6 2 273 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत की कहानी वक़्त बदल जाता है बदल जाते हैं मौसम, बदलाव के साथ चलती है ये कुदरत। नहीं बदलती है कभी पर वो, जो है इंसान की फितरत। फितरत इंसान की परछाई... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Kavita 3 288 Share