Mamta Rani "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Rani 2 Jul 2023 · 1 min read रिश्ते रिश्ते पल-पल में फ़ितरत बदले, आजकल लोग जमाने में रिश्ते को ताक पर रखते,रहते हैं सिर्फ धन कमाने में जिंदगी की आपाधापी में,सबकुछ अपना बिखर रहा रोज उम्र घट रही,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Dil Ke Rishte · Fitrat · Hindi Poem · Kavita · Life 7 4 360 Share Mamta Rani 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत पता नही लोग इतने मगरूर क्यों है, अपने ही अहम में चूर क्यों है। ना ही रिश्तों की परवाह है, ना कद्र है रिश्तों की। स्वार्थ पर ही टिके हैं... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Poem · कविता · हिंदी Poem 9 2 492 Share