Dr. Ramesh Kumar Nirmesh "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 11 Jul 2023 · 1 min read मेरी फितरत चले थे संग मंजिल को लिए एक तेरा ही भरोसा , मुझे मझधार में ही छोड़ा मिला नही तेरा सहारा। सफर बीता है दिन का जब निपट निशा तब आयी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 342 Share