kumar Deepak "Mani" "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid kumar Deepak "Mani" 15 Jul 2023 · 1 min read "फितरत" बड़ा मतलबी यार निकला, साथी मिरा ग़द्दार निकला। हमने समझा साया है मिरा, वो तो काला अंधकार निकला। सोच-सोच के खुश होता था, भ्रम ही रहा वो तो दागदार निकला।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 204 Share