goutam shaw "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid goutam shaw 10 Jul 2023 · 1 min read फितरत ना बदल सका मेरा दिल आप से सजाया जीवंत नहीं, स्मृति सही रखा मैंने संदूक में भरके हां, फितरत ना बदल सका । फ़िज़ाओं ने सरगम गा दिया वसुन्धरा ने भर दी नई... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 206 Share goutam shaw 1 Jul 2023 · 1 min read वफा से वफादारो को पहचानो वफा से वफादारो को पहचानो नहीं तो यही आफत बन जाएं । किया आपने प्रेम से आलिंगन छिपा कर बैठा था वह खंजर। कल जो मेरे जश्न में शामिल थे... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 8 437 Share