VINOD CHAUHAN "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid VINOD CHAUHAN 2 Jul 2023 · 1 min read मेरी फितरत तो देख मैं लड़खड़ा के यूँ चलता हूँ मेरी किस्मत ना देख मैं गिर-गिर के सम्भलता हूँ मेरी फितरत तो देख मैं गिर-गिर के सम्भलता हूँ................ जीवन के इन रास्तों में,डग-डग पर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · V9द चौहान · कविता 7 425 Share VINOD CHAUHAN 2 Jul 2023 · 1 min read मेरी फितरत ही बुरी है न नियत ही बुरी है मेरी न हसरत ही बुरी है पर लोग समझते हैं मेरी फितरत ही बुरी है पर लोग समझते हैं.........…...... मैं बोलता हूँ सच जो होता... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · V9द चौहान · कविता 5 283 Share