Sûrëkhâ Poetry Writing Challenge 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read *मन का समंदर* *मन का समंदर* समंदर की लहरें कब हवा हो जाती है पता ही नहीं चलता कब धुआं हो जाती है ओस की बुंदों की तरह कुछ पल को दिखतीं हैं... Poetry Writing Challenge · कविता · मन का तूफान · मन का समंदर · मन की बात · साहित्यपीडिया 7 8 429 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 2 min read चलो बनाएं *चलो बनाएं* लोकल को वोकल बनाये चलो आज कुछ नया बनाये दुसरो के साये में खुद को न सजाकर आज फिर खुद से जद्दोजहद कर कोशिश नयी कुछ हटकर बनाये... Poetry Writing Challenge · अखंड भारत · आजादी · एकता · कविता · भारत 8 7 309 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read किताब *किताब* अरे हस्ती!किताबें ज्ञान का दीप होती हैं जिसकी रोशनी में रह रह कर.... इंसानियत खुद के अतीत को पढ़कर.... जान पाता है कुछ खोये हुए अछूत को... .जिनसे वो... Poetry Writing Challenge · ओनलाइन · कविता · किताब · पुस्तकालय · बदलती शिक्षा व्यवस्था 6 7 216 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read ईर्ष्या *ईर्ष्या* आज भी ईर्ष्या तू ना गई मेरे मन से आज भी पास होकर तुम इतराती हो या फिर दूर रहकर यूं मुझसे विद्वेष रखतीं हो... अक्सर कई बार पढ़ा... Poetry Writing Challenge · ईर्ष्या · ईर्ष्यालु · कविता · मानसिक कष्ट · साहित्यपीडिया 8 5 380 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read मन *मन* विचारों का अथाह सागर है मन! विस्मृत भुली यादों का तरंग है मन! झक्रंत होती बातों का ज्वार है मन! भावविभोर से उमड़ती लहर है मन!..... घटा बन छाने... Poetry Writing Challenge · कविता · खुशी के पल · मन · मन का मौसम · मन की तरंग 6 3 267 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read निकाल देते हैं *निकाल देते हैं* रिश्तों का संतुलित अनुपात निकाल देते थे। प्यार से नफ़रत की औकात निकाल देते थे।। जिस तरह निकाल देते हैं दालों से पत्थर- पुराने लोग बिगड़ी हुई... Poetry Writing Challenge · इंसानियत · कविता · प्रेम में अखरना · रिश्तो में उदारता · साहित्यपीडिया 6 2 178 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 2 min read चलो दो हाथ एक कर ले *चलो दो हाथ एक कर ले* आज फिर किसी का साथ कर ले मुनासिब नही की वो साथ चल पायेगा!मगर जरा सी तुम पहल कर दो शुरू ;शायद! वो चला... Poetry Writing Challenge · उम्मीद · कविता · कविता प्रेमाची · कोशिश · साथी 5 3 446 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read कभी-कभी *कभी कभी* कभी कभी खुद से भी हस्ती!सवालात कर लिया करो वजुद में हम कहाँ बैठे हैं हुजुर जरा!पुछ लिया करो हर आखं का इशारा अपना नहीं!ये भी जान लिया... Poetry Writing Challenge · कविता · खुद के सवाल · विश्वास की डोर · विश्वासघात · साहित्यपीडिया 5 2 205 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read *बदलना और मिटना* *बदलना और मिटना* दो शब्द! एक मै और मै, वो बदलना चाहिए निकले जो भाव अनर्थ के वो सार मिटना चाहिए एक सूरत वक्त की वो करवट बदलना चाहिए जो... Poetry Writing Challenge · कविता · बदलता इंसान · बदलना और मिटना · भेदभाव · साहित्यपीडिया 4 2 566 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read गुस्सा *गुस्सा* हां देखो! मैने अभी अभी गुस्से को यूं आते देखा है "नाक "पे ज़रा अपनी "नाक" को यूं चढ़ाते देखा है है जो तैश में ताव, वो उबाल यहां... Poetry Writing Challenge · कविता · गुस्सा · गुस्सा एक शारीरिक हानि · गुस्से का गुब्बारा · साहित्यपीडिया 4 2 292 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read आईना *आईना* कभी कभी खुद से भी बात कर लिया करो आइने में रहकर खुद आइनें से बात कर लिया करों है कहाँ शक्ल!वो शक्ल कहाँ खो गयी जरा देखा करों... Poetry Writing Challenge · आईना · आईना एक सच · कविता · खुद की पहचान · साहित्यपीडिया 3 1 597 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति *प्रकृति* जिसका हमनें पतन किया आज वो कल से हमारे सजृन दाता रहे हैं जिन्हें हम अपने स्वार्थ के लिए काटते रहे कल वो ही हमारे आज फिर से प्राणदाता... Poetry Writing Challenge · कविता · पर्यावरण संरक्षण · प्रकृति · साहित्यपीडिया · हमारी प्रकृति हमारा जीवन 3 1 184 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read *शब्द* *शब्द* कभी कभी शब्दों से भी मार पड़ जाती है कभी कभी शब्दों से भी राड बढ़ जाती है कभी कभी शब्दों से भी बाढ़ बन जाती है कभी कभी... Poetry Writing Challenge · कविता · शब्द · शब्दचित्र · शब्दांजलि · शब्दों का जीवन में जाल 3 1 271 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read कैसी लगी है होड़ *कैसी लगी है होड़* खुद को बेहतर साबित करने की कैसी लगी ये होड़। आंखें सुंदर सबकी है फिर क्यों अंधों सी दौड़ खुद को बेहतर साबित करने की कैसी... Poetry Writing Challenge · आज के जीवन की भागदौड़ · आपसी होड़ · कविता · भविष्य बनाने की दौड़ · साहित्यपीडिया 3 1 178 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read बात मेरे मन की *बात मेरे मन की* बात मेरे मन की है बीत गया है, बचपन मेरा, चली गई जवानी है पर बात मेरे मन की ना किसी ने जानी है । मैं... Poetry Writing Challenge · कविता · ना जीवन जीना छोड़ · बातें मंकी · मन की तरंग · साहित्यपीडिया 3 1 577 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read सोच *सोच* सोच आती है तो कभी जाती है, कभी अच्छी तो कभी बुरी , कभी वैज्ञानिक , तो कभी दार्शनिक कभी संकीर्ण, तो कभी विराट ....। सोच कभी लेकर आती... Poetry Writing Challenge · अच्छी बुरी सोच · एक सोच · कविता · जिंदगी एक पहेली · जीवन के उतार-चढ़ाव की सोच 3 1 277 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 2 min read मां *मां* कौन है दुनिया में भला मां से बढ़कर एहसान करती है नौ महीने तुम्हें कोख में रखकर यहीं से एक पवित्र रिश्ते की शुरुआत होती है। करवट लेता है... Poetry Writing Challenge · कविता · दुनिया के हर माँ को मेरा नमन। · मां का अनोखा प्यार · मां का संघर्ष · मां की अभिलाषा 3 1 190 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read क्या रखा है??? *क्या रखा है???* जी भर कर जी लो बचपन में बचपन फिर ना आएगा क्या रखा है फोन में जीवन तुम्हारा खो जाएगा। अभी सुन लो दादी अम्मा से सबकी... Poetry Writing Challenge · कविता · बचपन · माता पिता · मोबाइल · रिश्ते नाते 3 1 208 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read चाहत *चाहत* युधिष्ठिर ने एक सच्चाई बताई थी मरना सभी को है लेकिन मरना कोई नहीं चाहता। आज परिस्थिति और भी गलत है भोजन सभी को चाहिए लेकिन खेती करना कोई... Poetry Writing Challenge · Procrastination · आलस्य · कविता · चाहत · प्रेरित 3 1 428 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read *जिंदगी के कुछ कड़वे सच* *जिंदगी के कुछ कड़वे सच* जिंदगी में कभी भी किसी को बेकार मत समझो क्योंकि बंद घड़ी भी दिन में दो बार सही समय बताती है । किसी की बुराई... Poetry Writing Challenge · इंसानियत · कविता · जिंदगी का सच · जिंदगी-दो-पल-की · ये जिंदगी 5 1 695 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read तो क्या हुआ *तो क्या हुआ* तो क्या हुआ अगर वह मुझे लोरी गाकर नहीं सुनाते । मां डांटे कभी तो वही तो मेरे पक्ष में बोल कर उन्हें समझाते । तो क्या... Poetry Writing Challenge · कविता · जिम्मेदारी · पिता · पिता का अदृश्य प्रेम · माता पिता 3 1 335 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read अधूरा प्रयास *अधूरा प्रयास* चलता रहेगा कारवां रोको नहीं कदम... उम्मीद होगी ज्यादा ना ख्वाहिशें होगी कम... कितनी मुसीबतें, तुम्हारी राह में आए... फिर भी कभी ना तुम्हारी चाह में आए... लड़कर... Poetry Writing Challenge · उम्मीद · कविता · प्रयास · प्रेरित · संघर्ष 3 1 397 Share Sûrëkhâ 14 Jun 2023 · 1 min read बूढ़ी मां *बूढ़ी मां* जब सांसे मेरी चलती थी तो तेरा रवैया कुछ और था एक रोटी के टुकड़े के खातिर तूने दिया मुझे झंझोड़ था। एक गिलास पानी पिलाने के कारण... Poetry Writing Challenge · कविता · बूढ़ापा · मां · मां की अभिलाषा · मां मानवता 6 3 762 Share Sûrëkhâ 14 Jun 2023 · 1 min read चुप रहो *चुप रहो* मां हमेशा झड़कती थी...चुप रहो बच्ची ज्यादा नहीं बोलते। थोड़ी सी बड़ी हुई तो... थोड़ी सी बड़ी हुई तो मां फटकार लगाती चुप रहो बड़ी हो रही हो... Poetry Writing Challenge · कविता · चुप · भारतीय महिला · महिला सशक्तिकरण · लिंग भेद 7 4 686 Share