Shyam Pandey Poetry Writing Challenge 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Pandey 25 May 2023 · 1 min read कुछ तो अच्छा छोड़ कर जाओ आप बहुतों ने माएँ खोई, बहुतों ने खोये बाप, बहुतों के लाल के गए बहुतों का पूरा परिवार, वक़्त मिले तो साथ रहो, प्यार करो और प्यार ही बांटो जो गुजर... Poetry Writing Challenge · कविता 5 304 Share Shyam Pandey 25 May 2023 · 1 min read शुरुआत जरूरी है मंजिल मिले या हार ये बाद में तय होगा, ठहरे रहे बहुत, अब प्रस्थान जरूरी है.. जो होगा सो होगा अंजाम, मगर आगाज जरूरी है..! कुछ भी नहीं असंभव बस... Poetry Writing Challenge 1 214 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read मैं और तुम-कविता .मैं और तुम हर सुबह पत्तों पर चमकती ओस हो तुम, हर मास का अंजोर पाख हो तुम। तुम होली, दीवाली और दशहरा और ईद का उगता चाँद हो तुम।।... Poetry Writing Challenge 304 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read अफसोस-कविता अफसोस होगा तुम्हे, यह जान कर कि ऐसे भी जीते हैं लोग बिना संसाधनों के, भूखे और प्यासे भी। मजबूर अपनी मजबूरियों पर, रोते और बिलखते भी l शहर से... Poetry Writing Challenge 213 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read दंगा पीड़ित कविता दंगापीड़ित इनका भी था ,इक सपना , कि समाज से ,इन्हे भी प्यार मिले... पर मिली इन्हे दुश्वारियाँ, और ईर्ष्या के घाव मिले... पल रहे हैं शिवरों में जो देश... Poetry Writing Challenge 178 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 2 min read वो दो साल जिंदगी के (2010-2012) ओ छोटा शहर पर जगह बडी, फैजाबाद की हनुमान गढी,, वहीं शान्ति और शुकूं से विलग कौतुहलयुक्त अपना बसेरा,, 'ओ दो साल जिन्दगी के.... कुछ कुशलताऎं थी गढनी बाकी, 'वही... Poetry Writing Challenge 182 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read स्थायित्व कविता ब्रह्मांड का हर कण दूसरे कण को आकर्षित अथवा प्रतिकर्षित करता रहता है सतत.. ताप,दाब और सम्बेदनाओं से प्रभावित टूटता-जुड़ता हुआ नये रूप अथवा आकर के लिए लालायित.. अस्तिथिर होकर... Poetry Writing Challenge 265 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read सुना है सकपने सच होते हैं-कविता मन की तरंगे बढ़ने दो मन पतंग सा उडने दो पंख तेरे अब खुलने दो भ्रम की दीवारें गिरने दो नैनो में सपने पलने दो सिंचित-पोषित बीज अंकुरित होते हैं..,... Poetry Writing Challenge 166 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता ऐ जिन्दगी तू सहज या दुर्गम.." सही कहती थी अम्मा(मेरीमां).. यूं बात-बात पर गुस्सा ठीक नहीं, इक दिन तो बढनी से पीटा गया .. अपनी मर्जी से जिन्दगी नहीं चलती,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 378 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 2 min read कविता-मरते किसान नहीं, मर रही हमारी आत्मा है। मरते किसान नहीं, मर रही हमारी आत्मा है। बादल घरते हैं बजली कड़कती बिन मौसम बारिश होती है, तब खेत मे कटे पड़े गेंहूं देखकर किसान पर क्या बीतती है।... Poetry Writing Challenge · कविता 211 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read कविता महज कविता नहीं हूं मैं तीर सा चुभता शब्द हूँ मैं। शब्दों में पिरोई, मोतियों का गुच्छा हूँ मैं, शब्द नहीं शब्द का सार हूँ मैं॥ कटते पेड़ों की उन्मादी... Poetry Writing Challenge 1 325 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read कविता दुःख एक मेहमान की तरह है दुखों की थी जो काली रात, हँसी के जो सूखे थे हर इक पात, मुसीबत थे घने बादल, जो कोहरा ग़म का था छाया,... Poetry Writing Challenge 335 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 8 min read कविताएँ 1. सुना है सपने सच होते हैं। मन की तरंगे बढ़ने दो मन पतंग सा उडने दो पंख तेरे अब खुलने दो भ्रम की दीवारें गिरने दो नैनो में सपने... Poetry Writing Challenge 1 285 Share