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कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो!
सत्य कुमार प्रेमी
हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल।
सत्य कुमार प्रेमी
उसे मैं भूल जाऊंगा, ये मैं होने नहीं दूंगा।
सत्य कुमार प्रेमी
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
इक दूजे पर सब कुछ वारा हम भी पागल तुम भी पागल।
सत्य कुमार प्रेमी
सुरभित पवन फिज़ा को मादक बना रही है।
सत्य कुमार प्रेमी
हर खुशी पर फिर से पहरा हो गया।
सत्य कुमार प्रेमी
नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।
सत्य कुमार प्रेमी
कल तक जो थे हमारे, अब हो गए विचारे।
सत्य कुमार प्रेमी
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं तुम्हारे ख्वाबों खयालों में, मद मस्त शाम ओ सहर में हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
ज़िंदगी उससे है मेरी, वो मेरा दिलबर रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम्हारा प्यार अब मिलता नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
है यही मुझसे शिकायत आपकी।
सत्य कुमार प्रेमी
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
सत्य कुमार प्रेमी
अगर बात तू मान लेगा हमारी।
सत्य कुमार प्रेमी
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सत्य कुमार प्रेमी
है कुछ पर कुछ बताया जा रहा है।।
सत्य कुमार प्रेमी
फालतू की शान औ'र रुतबे में तू पागल न हो।
सत्य कुमार प्रेमी
दिलों में प्यार भी होता, तेरा मेरा नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
मंजिल कठिन ॲंधेरा, दीपक जलाए रखना।
सत्य कुमार प्रेमी
है जिसका रहमो करम और प्यार है मुझ पर।
सत्य कुमार प्रेमी
ये दुनिया सीधी-सादी है , पर तू मत टेढ़ा टेढ़ा चल।
सत्य कुमार प्रेमी
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी