Madhavi Srivastava Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read जरूरी तो नहीं गुज़र गया जो वक्त , उसका हर लम्हा अच्छा था नज़र आया हर इक शख्स, मेरी नज़र में सच्चा था, अफसोस क्या, जो जमाने को शिकायत मुझसे हर शख्स मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 3 200 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read खुद की तलाश कई रोज़ हुए अपने आप से मुलाकात नहीं हुई चलते-चलते यक़बयक़ कहीं गुम हो जाती हूं लौट जाती हूं बार-बार यादों के धुंधले आइने के सामने जहां मेरी शख्सियत का... Poetry Writing Challenge · कविता 173 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read कमीजें डरती हूं, कि इन रंगबिरंगी कमीजों में अगर एक भी चुननी पड़ी जो मुझे अत्यधिक प्रिय हो, तो शायद ........ मेरी अलमारी में एक भी नहीं बचेगी. क्योंकि ये रंग... Poetry Writing Challenge · कविता 244 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read वक्त 23- ऐ वक़्त न रूठ यूं मुझसे आरजू है, कि चल फिर से वापस उन्हीं गलियों में चलें जहां कैद है, जिंदगी से वो हसीन मुलाकात दिल चाहता है बेसाख्ता... Poetry Writing Challenge · कविता 204 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read नूतन वर्ष ***जो बीत गया , उसे जाने दो, अभिनव संकल्प उपजने दो। नित नए लक्ष्य हों, नए हौसले, नवल सृजन और नए फैसले ।। खुशहाली का मधुमय चिंतन *** नव वर्ष... Poetry Writing Challenge · कविता 214 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read होली अब बात कहां वो होली में हफ्तों पहले हर आंगन में दिखती तैयारी होली में, हिंदु मुस्लिम का भेद मिटा मिलते थे तन मन होली में, गांवों की होली शहर... Poetry Writing Challenge · कविता 164 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read चूड़ियां अहसासों, जज्बातों के रंगों से सजी कितनी मनमोहक हैं ये धानी चूड़ियां, बचपन में, मिट्टी से चूल्हा लीपते देखी हैं मां के हाथों की खनकती चूड़ियां, मां की उन्हीं टूटी... Poetry Writing Challenge · कविता 182 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read रिश्तों का गणित दो या दो से अधिक लोगों के बीच एक अनकहा, अनचाहा नेह सूत्र जो ईमानदारी से गढ़ा जाए तो बेशकीमती और छल से मढ़ा हो तो मकड़ी के जाले सा... Poetry Writing Challenge · कविता 250 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read शब्द आज शब्द बहुत बुझे-बुझे से हैं सीले-सीले से शब्द व्यक्त नही कर पा रहे बिछुड़ जाने की कसक चंद दिनों पहले जो शब्द चहके से थे आज न जाने क्यूं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 216 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण संदेश उठती हूं रोज की तरह पर कुछ नया नहीं होता, घर के पीछे मंदिर में केवल घंटाध्वनि सुनाई देती है. आजकल मुझे, कोयल की मीठी कूक आपस में गलबहियां... Poetry Writing Challenge · कविता 1 365 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read यादों का झरोखा इक बार चलो फिर लौट चलें यादों के उस वातायन में जहां साथ बिताए अनगिन पल दस्तक देते मन आंगन में कुछ बातें कर्मठ जीवन की कुछ उलझी सुलझी गिरहों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 357 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read हिंदी की दुर्दशा एक बार फिर, हम सब हिंदी दिवस पर एकत्रित होकर हिंदी अपनाएं, हिंदी में काम करें का संकल्प दोहराएंगे और वर्षपर्यंत अंग्रेजी का दामन थामें गर्व से ग्रीवा लहराएंगे मैनें... Poetry Writing Challenge · कविता 426 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read घरौंदा एक दरख्त मेरी आशाओं का मेरी चिरसंचित भावनाओं का मेरे कुछ अधूरे अरमानों का मां-पिता के सम्मान का आज ढह गया है, उसकी शाखों पर मेरी तमाम यादों के पन्ने... Poetry Writing Challenge · कविता 1 236 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read मैत्री// संवेदनाओं और भावनाओं से परिपूर्ण, एक समर्पित अहसास मानवीय संबंधों का उत्र्ष न कोई शर्त न हीं कोई गोपनीयता कोई मनभेद नही केवल स्नेह और समर्पण राग-अनुराग से सिंचित निर्बाध... Poetry Writing Challenge · कविता 200 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read क्रोटन कल फिर मैनें अपने आंगन में रोपा है एक नया क्रोटन जो रोपने से पहले ही मुरझा गया है. जानते हो क्यों जिस ममता और अपनत्व से सहेजकर उसे अपने... Poetry Writing Challenge · कविता 187 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read बेटियां कहते हैं बेटियां होती हैं पराया धन, जो सदा पास नहीं रहती वो बेटियां जो घर की धरोहर और दो कुलों की मर्यादा हैं वो बेटियां तो कभी मन से... Poetry Writing Challenge 265 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read एक बार फिर... यूं भी तुम हमेशा पास नहीं होते पर इस बार तुम दूर रहकर ज्यादा करीब हो, मेरे होंठ खुश्क और लफ्ज़ खामोश हैं लरज़ते अश्क और मौन पढ़ सको तो... Poetry Writing Challenge · Poem 183 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read कब मिलोगी मां..... तुम बहुत याद आती हो मां! घर की देहरी पर खड़ी,हम सबकी बाट जोहती तुम्हारी निगाहें, शाम को घर वापस लौटते ही तुम्हारा स्नेहसिक्त आलिंगन मानो दिन भर की थकान... Poetry Writing Challenge · कविता 556 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read शुक्रिया जिंदगी! ऐ जिंदगी! तू कभी खट्टी है तो कभी मीठी, कभी आसां तो कभी मुश्किल, तू जो इतनी नाराज रहती है मुझसे, बता तो सही मेरी खता क्या है. तू जो... Poetry Writing Challenge · Poem 197 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read दीदी तुम्हारे बारे में कई बार सोचती हूं, तुम मेरे जीवन में क्या हो? मेरी बहन,मेरी सखा, मेरी दिगदर्शिका या मेरे आंसुओं की भाषांतरकार, बीते लम्हों का वो अनजाना भय, वो... Poetry Writing Challenge · कविता 209 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read जीने की राह जीवन के विस्तीर्ण फलक पर,चित्र उकेरे कई मगर, रंग जो उनमें भरना चाहा ,भर न सकी मैं चाहकर , माना सृजन नहीं है आसां, दृढ़ प्रयास करना होगा, जब तक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 250 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read खोखला अहं पता है तुम्हें जब लोगों की नजरें भेदती हैं मुझे मुझे कुछ अजीब नहीं लगता अब क्योंकि मैं जानती हूं ,ये लोग गंदगी की मिट्टी में रेंगते हुए लिजलिजे से... Poetry Writing Challenge · कविता 190 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read समय और स्त्री समय ने पूछा कौन हो ,क्य़ा चाहती हो स्त्री ने कहा, मेरी आंखों में झांको, जहाँ ख्वाहिशें हैं खुद की ज़मी और आसमां तलाशने की, हर युग,हर काल में हर... Poetry Writing Challenge · कविता 181 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी ऐ जिंदगी! जीने का हुनर मुझे भी सिखा दे। सिमटूं न बिखरूं, टूट जाऊं न कहीं हौसला रख सकूं,ऐसी बेमिसाल तरक़ीब कोई बता दे। शौक़ नहीं मशहूर होने का मुझे,... Poetry Writing Challenge · कविता 268 Share Madhavi Srivastava 10 Jun 2023 · 1 min read सावन बरसता है ये सावन जब, तो कोई याद आता है निगाहों से उतर कोई, मेरे दिल में समाता है, ये भीगी शाम की पलकों में सजते अनगिनत सपने, कोई हौले... Poetry Writing Challenge · सावन की बूंदेंइश्क 199 Share