Rajiv Vishal (Rohtasi) Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajiv Vishal (Rohtasi) 12 Jun 2023 · 1 min read दुनियावाले तन गोरे मन काले हैं इन्हे समझना मुश्किल है अज़ीब ये दुनियावाले हैं मीठी-मीठी बातें करते रखते बगल में भाले हैं इन्हे समझना मुश्किल है अज़ीब ये दुनियावाले हैं. दिल... Poetry Writing Challenge 304 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 11 Jun 2023 · 1 min read पाक के नापाक इरादे. पल में प्रलय मचा देंगे दुश्मन को धूल चटा देंगे हम भारत के वीर हैं ऐसे हमारे तरकश में तीर हैं ऐसे. ऐ पाक तेरा नापाक इरादा है तो सुन... Poetry Writing Challenge 2 329 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 11 Jun 2023 · 1 min read वंदे मातरम् देश के दुश्मनों का करेंगे खात्मा हमने ली है ये कसम वंदे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् हमे झुका दे हमे मिटा दे कौन है ओ जो हमे... Poetry Writing Challenge 1 214 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 10 Jun 2023 · 1 min read युग बदला तुम बदलो नारी उठो नींद से जग लो नारी युग बदला तुम बदलो नारी अस्मिता तुम्हारी लूट न पाए दम तुम्हारा कभी घुट न पाए चण्डी रूप तुम धर लो नारी युग बदला... Poetry Writing Challenge 252 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 10 Jun 2023 · 1 min read आज़ादी आज़ादी हम लेकर रहेंगे दिल में ये ठाने चले देश के लिए जान गंवाने पानी की तरह लहू बहाने ओ लोग थे ऐसे दीवाने. अटल-अडिग थे उनके इरादे नामुमकिन को... Poetry Writing Challenge 1 294 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 10 Jun 2023 · 1 min read गाँधी के इस देश में. दिन-ब-दिन सच्चाई हार रही फरेबी के केस में क्या-क्या हो रहा है अब गाँधी के इस देश में. मिलते हैं चोर यहाँ अक्सर साधु के वेश में क्या-क्या हो रहा... Poetry Writing Challenge 216 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 9 Jun 2023 · 1 min read पानी सिर से गुजर गया. ढूंढती है नज़र दर-बदर न जाने ओ किधर गया आँखों में खून उतर गया पानी सिर से गुजर गया. मानवता का साथ निभाने को संग उसके जाने को वक़्त भी... Poetry Writing Challenge 391 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 8 Jun 2023 · 1 min read बचपन छल ना कपट ना मैला मन ना किसी को किसी से थी जलन कितना प्यारा था बचपन. इर्ष्या, द्वेष, बैर-भाव न था जीवन में कोई तनाव न था ना दिल... Poetry Writing Challenge 296 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 7 Jun 2023 · 1 min read नदी और नारी दोनों दूसरे के लिए कुर्बान करती अपनी ज़िंदगानी है नदी और नारी की एक सी- कहानी है. एक जीवन देती एक जीवन संवार देती प्रेम और समर्पण जिनकी निशानी है... Poetry Writing Challenge 2 299 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 5 Jun 2023 · 1 min read कुछ भी नहीं मुकम्मल है ये बातें नहीं अनर्गल है आज तेरा तो मेरा कल है आनी-जानी दुनिया में कुछ भी नहीं मुकम्मल है. कभी शह तो कभी मात मंजर बदलता पल-पल है आनी-जानी दुनिया... Poetry Writing Challenge 248 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 5 Jun 2023 · 1 min read युद्ध या शांति जाना पड़ेगा तुझे जान से सदियों से रखी म्यान से निकल पड़ी है आज तलवार युद्ध चाहिए या शांति कर लो आज विचार. ये कारवाँ जिस ओर चलेगा तबाही का... Poetry Writing Challenge 153 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 1 Jun 2023 · 1 min read सच्ची यारी आजकल करता नहीं कोई सच्ची यारी है हर तरफ बस धोख़ा, छल और मक्कारी है. सौ-सौ ईमानदारों पर आज एक बेईमान भारी है हर तरफ बस, धोख़ा छल और मक्कारी... Poetry Writing Challenge 1 257 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 31 May 2023 · 1 min read ठोकर मुश्किल हालातों से हम गुजर रहे हैं ठोकर खाकर हम निखर रहे है. दिल तोड़ने वाले बिखर रहे हैं ठोकर खाकर हम निखर रहे हैं. माना हम भटक दर-बदर रहे... Poetry Writing Challenge 1 266 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 31 May 2023 · 1 min read वीर नारी वतन की राह में हम कुर्बान हो चले याद हमे करना पर याद में हमारी रोना ना वीर पुरुष की वीर नारी तुम धीरज कभी भी खोना ना. जिन आँखों... Poetry Writing Challenge 1 386 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 31 May 2023 · 1 min read प्रहार दुश्मन पर न कभी उपकार करो न कोई सोच-विचार करो जब भी मिले मौका अगर प्रखर प्रचंड प्रहार करो. चिंगारी का जवाब दो शोला से बरूदों की तुम बौछार करो... Poetry Writing Challenge 1 2 307 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 29 May 2023 · 1 min read वतनपरस्ती हँसते-हँसते डूबा दी जिन्होंने जिंदगी की कश्ती थी ये उनकी वतनपरस्ती थी. ओ शूली पर थे चढ़ रहे और आ रही उनको मस्ती थी ये उनकी वतनपरस्ती थी. दूसरों की... Poetry Writing Challenge 378 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 29 May 2023 · 1 min read पर्बत धरती का ताज़ है. वातावरण में सुंदरता इनसे ही आज है पर्वत धरती का ताज़ है. इसे बर्बाद करने को पीछे पड़ा समाज है. पर्वत धरती का ताज़ है. देश की सुरक्षा का होता... Poetry Writing Challenge 271 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 28 May 2023 · 1 min read सब समय- समय की बात है कभी सुहानी धूप खिली है कभी होती बरसात है सब समय-समय की बात है. कभी जुदाई का मौसम है कभी मिलन की रात है सब समय-समय की बात है. कभी... Poetry Writing Challenge 175 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 27 May 2023 · 1 min read वर्षा को बुलाते पेड़. गुलशन को महकाते पेड़ वातावरण को स्वच्छ बनाते पेड़ वर्षा को बुलाते पेड़. धूप में भी ठंडी छाँव कर जाते पेड़ सबके मन को भाते पेड़ वर्षा को बुलाते पेड़.... Poetry Writing Challenge 142 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 27 May 2023 · 1 min read चंचल शोख़ हवाएँ कभी बारिश की सोंधी खूशबू लाये कभी वतावरण को फूलों की खूशबू से भर जाए ये चंचल शोख़ हवाएँ. कभी पहाड़ों से टकराये लौट के कभी ये वापस आये ये... Poetry Writing Challenge 66 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 27 May 2023 · 1 min read पेड़ प्रकृति का वरदान. करते जन-जन का कल्याण भरते जीवन में मुस्कान पेड़ प्रकृति का वरदान. फल, फूल जड़ी- बूटी देते हैं बदले में कुछ नहीं लेते हैं सब करें इनका सम्मान पेड़ प्रकृति... Poetry Writing Challenge 202 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 26 May 2023 · 1 min read बिन पानी ज़िंदगानी क्या? बचपन क्या जवानी क्या? राजा बिन रानी क्या? बिन पानी ज़िंदगानी क्या? पेड़ नहीं पौधे नहीं आसमान में उड़ते परिंदे नहीं फिर इनके किस्से और कहानी क्या? बिन पानी ज़िंदगानी... Poetry Writing Challenge 1 105 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 26 May 2023 · 1 min read झूठ का बोलबाला है. घोटालों की ये दुनिया हर तरफ़ घोटाला है सच्चाई के मुह पर लगा है ताला झूठ का बोलबाला है. करता है जो काम रात-दिन हाथ में उसके छाला है मुह... Poetry Writing Challenge 175 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 26 May 2023 · 1 min read भ्रष्टाचार की गहरी खाई. भ्रष्टाचार की गहरी खाई इसे पाटने को अन्ना साहब ने जोर लगाई हिंदू- मुस्लिम सीख- इसाई सबने मिलकर साथ निभाई आकर दबाव में सरकार लोकपाल विधेयक संसद में लाई हुआ... Poetry Writing Challenge 234 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 26 May 2023 · 1 min read जल है तो कल है. इसी से खिलता जीवन का कंवल है खुश्बू है सांसों में धडकनों में हलचल है जल है तो कल है. धरा पर हरियाली है हर तरफ छटा निराली है मिलते... Poetry Writing Challenge 1 260 Share