Surinder blackpen Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read जाने क्यों रूठे रहते हो जाने क्यों तुम रूठे हो मुझसे ऐसा तो पहली बार नहीं। बात बात पर तेरा चिल्लाना मुझ को अब स्वीकार नहीं।। बोल सकती हूं मैं भी ऊंचा क्या मेरे पास... Poetry Writing Challenge · कविता 83 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read देर हो ही जाती है देर हो ही जाती है, कह नहीं पाते हम कभी कभी दिल अपने के जज्बात।। कभी मिलते नहीं अल्फाज़, कभी साथ नहीं अहसास कभी वक्त कर जाये घात।। तो देर... Poetry Writing Challenge · कविता 162 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read औरत का कमरा औरत का कमरा जरूरत नहीं मुझे महलों की चाहिए बस एक कोना। जहाँ हो सके आराम से मेरा *अपना हंसना रोना। जहाँ खुद से कुछ बातें मै हौले से कर... Poetry Writing Challenge · कविता 200 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 2 min read अबोध बच्ची अबोध बच्ची घटना पंजाब के सुल्तानपुर लोधी की घटना है जो हुआ मैंने वहीं लिखने की कोशिश की है सब कुछ लिख सकते हैं हम लेकिन किसी के दर्द की... Poetry Writing Challenge · कविता 117 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read बड़े दिनों के बाद मिले हो बड़े दिनों के बाद मिले हैं **बड़े दिनों के बाद मिले हो, इतने क्यूं बिखरे बिखरे हो? साहिल की भीगी रेत पे तुम नाम किसका लिखते रहते हो? कितने खुदा... Poetry Writing Challenge · कविता 217 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read जुदा होना मुश्किल नहीं था जुदा होना मुश्किल नहीं था जुदा होना कोई मुश्किल नहीं था। लेकिन और कोई हल नहीं था। डूब गया जो समुद्र की लहरों में उसके हिस्से में साहिल नहीं था।... Poetry Writing Challenge · कविता 167 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read और मैं बहरी हो गई और मैं बहरी हो गयी जब तूने मुझ पर ,मेरे चरित्र पर सवाल उठाए एक बार नहीं बार बार , मैं न रोई ,न चिल्लाई,!!!! बस!!!मौन हो गई बस अंदर... Poetry Writing Challenge · कविता 150 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read बंधन बंधन एक मैं ही अकेली रह जाती हूं बंधनों में बंधी!!!! उदास , अकेली, तन्हा चले जाते हैं सब कोई पैसा कमाने कोई पैसा लुटाने। कान किसी आहट को ढूंढते... Poetry Writing Challenge · कविता 128 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 2 min read बरसात की रात बरसात की रात बरसात की बात तुम अब न करो उस रात की बात तुम अब न करो समाये थे एक दुजे की बाहों में बिखरे थे जज़्बात उन राहों... Poetry Writing Challenge · कविता 174 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read बिस्तर की सिलवटों में बिस्तर की सिलवटों में बिस्तर की सिलवटों में क्यों ढूंढते हो मुझे। मेरा वजूद इससे अलग और भी है। देह से परे,सोचो कभी मुझे झांका करो कभी मेरे अंदर जहां... Poetry Writing Challenge · कविता 81 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read अव्यक्त प्रेम अव्यक्त प्रेम शायद नहीं कह पाये तुम कभी अपने हृदय की बात। ये एकतरफा प्यार भी अदभूत शक्ति देता है। जीने की ग़म छुपा कर हंसने की। कुछ ख़त भी... Poetry Writing Challenge · कविता 71 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read अक्लमंद --- एक व्यंग्य अक्लमंद। (एक व्यंग्य) मेरे जैसी अक्लमंद दुनिया में पैदा हो ही नहीं सकती। यकीन है मुझे, मानोगे नहीं,पता है मुझे। लेकिन अपनी अक्लमंदी मैं साबित कर सकती हूं। कैसे???? जरा... Poetry Writing Challenge · कविता 137 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read कहो ज़रा कहो ज़रा मेरे बिन तुम कैसे हो?कहो ज़रा। याद मेरी जब आती है, आँख में आँसू लाती है, क्या अब भी उन्हे छिपाते हो? क्या अब भी तुम वैसे हो?कहो... Poetry Writing Challenge · कविता 105 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read मैं उदास होना चाहती हूं मैं उदास होना चाहती हूं उदास होना चाहती हूं। कुछ पल रोना चाहती हूं। थक चुकी हूं मुस्कान लपेटे ग़म को भी अंदर समेटे, अब पलकें भिगोना चाहती हूं हां,कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 166 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read मेरे हिस्से का वो वक्त मेरे हिस्से का वो वक्त मेरे हिस्से का वो वक्त !!! अब किस के साथ बिताते हो? भूल गये हो चाहे आज मुझे!!! पर याद अभी भी आते हो। कौन... Poetry Writing Challenge · कविता 169 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read औरतें ज़िद नहीं कर पाती औरतें ज़िद नहीं कर पाती वैसे तो औरतों को बहुत जिद्दी माना गया है लेकिन मेरे ख्याल से एक मध्यम वर्गीय परिवार की औरतें ज़िद नहीं कर पाती।यही सोचते सोचते... Poetry Writing Challenge · कविता 68 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read दरकती है उम्मीदें दरकती है उम्मीदें जब कोई छोड़ दें साथ। टूटता है दिल जब, कोई न पकड़े हाथ। थक जाते हैं मन कभी ,साथ चलते चलते। बुझे उम्मीद का दीया ,बस यूं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 52 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read कागज़ पर उतार दो कागज़ पर उतार दो कहना बहुत आसान है, काग़ज़ पे उतार दो। कैसे लिखूं,लिखने को ,कुछ हौंसला उधार दो। कैसे वो सिसकियां, आंसू उतरेंगे काग़ज़ पर। कैसे दिखाऊं ग़म ही... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 67 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read डायरी के पन्ने पर डायरी के आखिरी पन्ने पर डायरी के आखिरी पन्ने पर, मेरा नाम लिखता जरूर होगा और कुछ देर बाद वही , मेरा नाम मिटता भी जरूर होगा। तारी हो जाती... Poetry Writing Challenge · कविता 96 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read लम्हे की जिंदगी लम्हे की जिंदगी एक लम्हे की जिंदगी, एक लम्हे की ख़ता । ग़म सहने की खुदा,कर तू तौफीक अता। बिछड़ने वाले ने एक बार मुड़ कर नहीं देखा ऐसी भी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 53 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read जिंदगी की किताब जिंदगी की किताब चलो आज लिखते हैं , जिंदगी की किताब। क्या खोया, क्या पाया, करते हैं हिसाब । चलो गिनती करते हैं,कितने टूटे हैं ख्वाब। कितने बिछड़े अपने, कितने... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 83 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read लाखों ख्याल आये लाखों ख्याल आये लाखों ख्याल आये ,और हमें उलझा गये। इश्क की राहों में ,हम भी धोखा खा गये। मासूमियत इतनी भी अच्छी नहीं आंखों में, मान उनको खुदा हम,अपनी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 50 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read तेरे शहर में तेरे शहर में तेरे शहर में क्या क्या नहीं होता। बस एक वादा ए वफ़ा नहीं होता। दूर तक तकती रही जिसको आंखें वो शख्स मगर, हमनवां नहीं होता। मेरे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 159 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read बरसों साथ रह कर भी बरसो साथ रह कर भी पहचान नही होती। लबों की हर मुस्कराहट मुस्कान नही होती। साँस ले रही हैं , बहुत सी लाशे यहाँ जिन्दा हो कर भी ,जान नही... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share Surinder blackpen 15 May 2023 · 1 min read तन्हाई तन्हा कब थी मैं, साथ तन्हाई तो थी। खामोशी कब थी,रोती शहनाई तो थी। डूबने ही नही दिया साँसों के बोझ ने, समुद्र में भी वर्ना, ऐसी गहराई तो थी।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 177 Share