Khajan Singh Nain Poetry Writing Challenge 50 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read बातचीत बातचीत सरकार का हर वक्त सार्थक बातचीत से पीठ मोड़ना, और हठधर्मिता का ठीकरा किसानों के सिर फोड़ना। चाहे कितने ही आंदोलनकारी जान से जाएँ ग़म नहीं, पर इनका एक... Poetry Writing Challenge 91 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read पल में ढलता पल पल में ढलता पल मात्र कुछ ही पलों का अंतर देखो कितना हो जाता है भावन्तर कल्पना करो साल का अंतिम दिन 31 दिसंबर जैसे शरीर हो जीवन बिन निढाल,... Poetry Writing Challenge 1 250 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read राजनैतिक गिरावट राजनैतिक गिरावट राजनीति आज बिलकुल बेशर्म हो गई, सत्ता प्राप्ति ही एकमात्र धर्म हो गई। देश सेवा तो बस नारों की ही बात है, हर क्षण धन कमाने की ही... Poetry Writing Challenge 2 242 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read रिश्ते रिश्ते” रिश्ते अब स्वार्थ के आगे बिखरने लगे हैं, सामाजिकता में मूल्य अब गिरने लगे हैं। स्वार्थ अब सिर पर चढ़ कर बोल रहा है, मानव रिश्तों को लाभ हानि... Poetry Writing Challenge 229 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read कोरोना और प्रदूषण कोरोना और प्रदूषण” कोरोना का एक लाभ हुआ पर्यावरण तो सुधर गया, प्रदूषण की मार से अब कुछ वातावरण भी उबर गया । करोड़ों के बजट से नहीं हुई वो... Poetry Writing Challenge 208 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read दोगलापन दोगलापन” जो संकटकाल को भी अवसर बना रहे हैं, वो दूसरों को डंके की चोट पर देशद्रोही बता रहे हैं। शहीदों की क़ुर्बानी भुलाई नहीं जाएगी, बस यह पंक्ति बार-बार... Poetry Writing Challenge 197 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read राष्ट्र बनाम व्यक्ति विशेष राष्ट्र बनाम व्यक्तिविशेष” आपदा में भी सहयोग की अपील शक के घेरे में, अब तो अविश्वास ही झलकता है उनके चेहरे में। अपनी साख जमाने को औरों की साख पर... Poetry Writing Challenge 84 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 2 min read ऑनलाइन काम ऑनलाइन काम” कोरोना लॉक डाउन में कार्यस्थल हो गए ख़ाली, covid 19 संकट में, है हर तरफ़ बदहाली। अब काम के लिए उत्तम जगह बस घर है, ऑनलाइन काम संकट... Poetry Writing Challenge 111 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read सबक सबक़” कहते हैं आपदा कभी अकेले नहीं आती है, अपने साथ संकटों का पूरा समूह लाती है। जिन्होंने शांति काल में दूरदृष्टि रखी वो झेल गए, संकटों के मुश्किल खेलों... Poetry Writing Challenge 78 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read आफ्टर इफ़ेक्ट आफ़्टर इफ़ेक्ट” कोरोना आपदा के आफ़्टर इफ़ेक्ट आने लगे हैं, हर तरफ़ से संकट के बादल मंडराने लगे हैं। आपदा के हालात आदमी के दिमाग़ में चढ़ गए हैं, तभी... Poetry Writing Challenge 122 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read स्वार्थ ‘स्वार्थ’ इंसान स्वार्थ में अंधा हो कर बेईमान हो गया है, आज की चकाचौंध में आदमी का ईमान खो गया है। स्वार्थ है तो फिर रिश्ते क्या होते हैं? रिश्तों... Poetry Writing Challenge 1 98 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read हत्या, आत्महत्या, सियासत हत्या,आत्महत्या,सियासत कहीं आत्महत्या भी रहती है सुर्ख़ियों में, और कहीं हत्या गुम हो जाती बेरुखियों में। सुविधा देखी जाती कि हत्या या आत्महत्या है, सियासत भी होती कि आत्महत्या नहीं... Poetry Writing Challenge 58 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read लड़ाई छल और हल की लड़ाई छल और हल की मसला किसान समस्याओं के हल का है, और मुक़ाबला ‘हल’ और ‘छल’ का है। ‘छल’ की सीधी कोई चाल नहीं होती, ‘छल’ की उम्र लम्बी... Poetry Writing Challenge 81 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read ऊंचे हौसले किसानों के ऊँचे हौसले किसानों के अंदोलन की स्थिति लहरों में नाव की सी होती है, कभी उन्नत कभी जोश में ठहराव जैसी होती है। पग-पग पर सरकारी ज़्यादतियों का क़हर है,... Poetry Writing Challenge 102 Share Khajan Singh Nain 26 May 2023 · 1 min read नमन अमर शहीदों को नमन अमर शहीदों को जिनके लिए लुटाई जानें मर्ज़ अभी वो बाक़ी है, शहीदों की क़ुर्बानी का, सिर क़र्ज़ अभी वो बाक़ी है। जमाने ने कोई कसर ना छोड़ी शहीदों... Poetry Writing Challenge 1 68 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read पद की गरिमा पद की गरिमा अपनी करतूतों से पीठ फेर कर मस्ती में सोते हैं, दूसरों की करतूतों का ही हर वक्त रोना रोते हैं। ऐसे व्यक्तित्व तो चिकने घड़े सरीखे होते... Poetry Writing Challenge 2 557 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read किसान आंदोलन किसान अंदोलन सूत्र राज का बाँटने और आपस में लड़ाने का, अपने राज को क़ायम कर आगे बढ़ाने का। शदियों से चल रहा यह एक सिलसिला है, हर दौर को... Poetry Writing Challenge 144 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read हरमन प्यारा हरमन प्यारा हर वक्त आत्ममुग्ध सा रहता है, अपने को हरमन प्यारा कहता है। शक्ति का केंद्रीयकरण कर दिया, जनमानस नफ़रत से भर दिया। ग्रहण लोकतंत्र की रूह को लग... Poetry Writing Challenge 1 260 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read कमल कमल देश भर में कमल खिलाना है ये उनका संकल्प है, तो क्या देश को कीचड़ बनाना ही एकमात्र विकल्प है? कमल कीचड़ में खिलता है कहते सुना था जमाने... Poetry Writing Challenge 1 223 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read हड़ताल और बंद हड़ताल एवं बंद यही तो है हड़ताल एवं बंद की दृश्यावली, नाल वाले बूटों से कुचली कली. कणों में बिखरे फूल, आग, पत्थर,मिटटी और धूल. घायल एवं सिसकते तडपते ईन्सान,... Poetry Writing Challenge 1 182 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read कोरोना आपदा ‘कोरोना आपदा’ कोरोना क़हर बन टूटा है, मानव का सर्वज्ञ होना झूठा है। चारों तरफ़ हाय हाय है, साधनसंपन्न देश भी असहाय हैं। दुनिया विपदा में पड़ी है, मानवता के... Poetry Writing Challenge 137 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read उलझन उलझन मम्मी, पापा और गुरु, मौका मिलते ही हो जाते हैं शुरू. छात्रों के हिस्से में शिक्षा ग्रहण करना है आता, राजनिती से नहीं उनका दूर का नाता. यदि पूरा... Poetry Writing Challenge 145 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read विकास विकास तकनीकी विकास हो रहा है नैतिकता की कीमत पर, दयाभाव उभरता है मानवता की किस्मत पर. मानवीय नैतिक मूल्य रसातल में जा रहे हैं, जो मशीन के लिए सही... Poetry Writing Challenge 146 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read संघर्ष संघर्ष जो तुमने ठानी है उसे यों ही बीच में नहीं छोड़ सकते, अराजकता, अनैतिकता, भ्रष्टाचार, अमानवता के साथ संघर्ष से तुम मुंह नहीं मोड़ सकते. यह लड़ाई तब तक... Poetry Writing Challenge 124 Share Khajan Singh Nain 25 May 2023 · 1 min read सम्प्रेषण सम्प्रेषण मैंने जब साहब की अमुक सफलता पर मिस्टर ‘च’ को बधाई दी, तो बात मेरे दोस्त के गले नहीं उतरी. बोले सफलता तो साहब ने हासिल की, और बधाई... Poetry Writing Challenge 76 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read चलते-चलते चलते चलते देख सुन बड़ा कष्ट हो रहा है, संविधान पुर्ज़ा पुर्ज़ा नष्ट हो रहा है। सरकार चिकना घड़ा हो गई है, और विपक्ष मात्र एक धड़ा हो गई है।... Poetry Writing Challenge 52 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read जय जवान जय किसान जय जवान जय किसान बलि हमारे लालों की, लंबी सूची सवालों की । दुश्मन के नाम लगा दिया, भावनाओं को भड़का दिया। दुश्मन को सबक सिखाने को, सीने का साइज... Poetry Writing Challenge 142 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read दीपावली की दीपमाला दीपावली की दीपमाला दीवाली पर्व है जीवन को रोशनी से जगमगाने का, पर्व, जीवन के अंधेरों को रोशनी से मिटाने का । दीवाली प्रतीक है जीवन में प्रकाश के रंग... Poetry Writing Challenge 92 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read इंकलाब जिंदाबाद इंकलाब जिंदाबाद खुद के धमाके से अलग धमाके आखिर उसे क्यों डराते हैं, अन्य विद्रोह, पर खुद वाला सुरक्षा के लिए जरूरी बताते हैं । निज़ाम कितना अहंकार में डूबा... Poetry Writing Challenge 173 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read रक्षा दल रक्षा-दल गौ रक्षा के नाम पर, कुछ तत्व लगे हैं काम पर । कैसे हैं ये गौ रक्षक, बने हुए जो नर भक्षक । हो गया व्यापक यह रोग है,... Poetry Writing Challenge 194 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read नफरत की आग नफरत की आग नफरत की आग लगा हवा दे रहे हैं जो लोग, नहीं जानते कितना खतरनाक है यह प्रयोग । देश जल रहा है हर तरफ नफरत की आग... Poetry Writing Challenge 182 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read संवेदना संवेदना इंसान संवेदना को ईश्वर प्रदत गुण के रूप में पाता है, पर कहते हैं पत्थर हो जाओ तो जीना आसान हो जाता है । पत्थर हुए तो जाना कि... Poetry Writing Challenge 193 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read हादसा हादसा दुनिया को उनके प्रति दिखाई गई संवेदना के बल पर परखते हैं, लोग देश के साथ हुए हादसों का भी हिसाब रखते हैं। हादसे तो जनता के साथ गुज़रे... Poetry Writing Challenge 132 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read आलोचना आलोचना" चर्चा और आलोचना का तो गहरा रिश्ता है, भिन्न मत होना तो लोकतंत्र की विशेषता है । लेकिन आज का दौर लोकतंत्र को शर्मिंदा करता है, आलोचना तो दूर... Poetry Writing Challenge 51 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read गुण-धर्म गुण-धर्म जलन इस कदर कि हर तरफ़ आग सुलगाने में लगे हैं, तभी तो सभी देश में एक दूसरे को जलाने में लगे हैं। दूसरों को लगाई आग में खुद... Poetry Writing Challenge 102 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read आज का मीडिया आज का मीडिया मीडिया जागरूक है और हर पल जगा है, अपने आकाओं की ख़िदमत में दिनरात लगा है। मीडिया बाख़बर है कंगना मुंबई पहुँची, पर बेख़बर है कि जीडीपी... Poetry Writing Challenge 176 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read मर्यादा ‘मर्यादा’ जब सत्ता का संबल ओछे के साथ हो जाए तो इंसानियत जार जार रो देती है, और भाषा अपनी मर्यादा खो देती है। जब सत्ता का संबल ओछे के... Poetry Writing Challenge 86 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read इंसान बनाम भगवान इंसान बनाम भगवान जब ‘ऊपरवाले’ ने एक समर्थ और सक्षम इंसान इस ग्रह पर दिया उतार, तो उस सक्षम इंसान ने अपनी सुविधानुसार कर लिए अनेकों ‘ऊपरवाले’ तैयार। उसने अपने... Poetry Writing Challenge 205 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read आवाहन आवाहन इससे पहले कि न्याय ईतिहास की चीज बन जाये, अनजाने गर्तों में दफ़न जाये. अन्याय इसकी जगह ले ले, शोषण और ज्यादती घर-घर खेले. थाम दो वक्त की धारा... Poetry Writing Challenge 138 Share Khajan Singh Nain 16 May 2023 · 1 min read नियोजित अभिवृद्धि नियोजित अभिवृद्धि मेरा किसी को टोक कर ये कहना, कि आबादी का इस तरह बढते रहना. सरासर हमारी अज्ञानता है, इसके क्या दुष्परिणाम हैं शायद तू नहीं जानता है ?... Poetry Writing Challenge 182 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read हम भारत के लोग We the people of India (हम भारत के लोग) जन-जन की सरकार है यह, राजशाही सरकार नहीं, जन भलाई के लिए चुने हो, करने को व्यापार नहीं। किसानों को जो... Poetry Writing Challenge 173 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read सवाल करना तो बनता है सवाल करना तो बनता है रिश्ते औपचारिक हो कर ऐसे ही धीरे-धीरे मरते हैं, अज हम संवेदनाएँ भी मैसेज से प्रकट करते हैं। सोशल मीडिया पर अजीब-अजीब चैलेंज आ रहे... Poetry Writing Challenge 208 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read अक्षम सक्षम अक्षम_सक्षम_कौन? कोरोना ने नए-नए सबक़ बहुत सिखाए हैं, लोगों को फ़ुरसत में समझ बखूबी आए हैं। वक्त के साथ मिले गहरे अनुभव हर रोज़ नए, कोरोना काल में सहज ही... Poetry Writing Challenge 207 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read वसीयत वसीयत जब कार्य और सोच में स्थिलता आने लगे, जोखिम उठाते कदम लड़खड़ाने लगे। जब बच्चे निर्णय लेने में समर्थ महसूस करें, अपने निर्णय को तुम्हारे से ऊपर धरें। जब... Poetry Writing Challenge 78 Share Khajan Singh Nain 15 May 2023 · 1 min read ठेका प्रथा ठेका प्रथा सरकारी काम में ठेका सफल प्रयोग है, सरकार की नज़रों में नया उद्योग़ है। ठेका प्रथा देश में व्यापक हो गई है, और तो और जानवरों में भी... Poetry Writing Challenge 89 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read सिर की सफेदी सिर की सफ़ेदी अपने सफ़ेद बालों को काला क्यों नहीं करते, शरीर के रख रखाव का ध्यान क्यों नहीं रखते। कहा मान कर देखो व्यक्तित्व निखर जाएगा, अपने आप में... Poetry Writing Challenge 314 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read एकलव्य एकलव्य एकलव्य की धनुर्विद्या देख गुरु द्रोण डर गए, और गुरु पद से नीचे उतर गए। अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर स्थापित करने के लिए, मांग़ ली गुरुदक्षिणा बिना शिक्षा दिए।... Poetry Writing Challenge 229 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read नसीहत नसीहत एक बुजुर्ग कुत्ता अपने बच्चे को समझाता है, मौलिकता के साथ रहो जो कुत्ता भगवान से पाता है. आजकल झूठ है तुम्हारी बात बात में, हर वक्त रहते हो... Poetry Writing Challenge 103 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read नैन (कवायद अपने आप को ढूढने की) ‘नैन’ शृंगार रस बिना ‘नैनों’ के अधूरा है, ‘नैनों’ से ही सुंदरता का विवरण पूरा है। ‘नैन’ हैं तो प्यार से वास्ता है, ‘नैन’ ही दिलों में उतरने का रास्ता... Poetry Writing Challenge 82 Share Khajan Singh Nain 14 May 2023 · 1 min read चरित्र चरित्र क्या सफेदी अपने आप में दिखाई ना देने वाली चीज है ? या फिर लोग नहीं देखते इसकी मुझे खीझ है. या शायद मेरे ऐसा चिलाने में भी कोई... 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