Manisha joshi mani Poetry Writing Challenge 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read कविता श्रद्धा हो या हो निकिता क्यों बहकावे में आती हो. तुम शक्ति हो तुम हो स्वधा. क्यों यूं निर्बल बन जाती हो. जब संवेदित हैं सारी इन्द्री. और छठी इन्द्री... Poetry Writing Challenge 233 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read कविता हो कंटकों के जाल पथ में । विचलित न हो ऐ धरती पुत्र । लक्ष्य से पहले तनिक भी । करना नहीं इन्कार पथ को। सूर्य की भाँति चमक तू... Poetry Writing Challenge 227 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read कुछ ख्वाहिशों के साथ.. आज़ाद नज़्म कुछ ख्वाहिशों के साथ मुलाकातें अधूरी है एक कोना सूना है कुछ बातें रूठी हैं.. टूटी हुई सांसें थके से क़दम है जीने का अरमान लिए चल तो... Poetry Writing Challenge · नज़्म 147 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read गीत प्रेम तो दे दिया पर दिया मान कब पूछ कर प्रश्न ये रो रही नारियां दायरों में बँधी दर्द सहती गई पाँव से रौद दी रोज़ ये क्यारियां ..... मान... Poetry Writing Challenge 337 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read गीत कभी-कभी ये शब्द मौन तो कभी मुखर हो जाते हैं अभी खुशी का साथ था यह नयन विकल रोज आते हैं बंधा हुआ ये भाग्य साथ हर कदम इसी पर... Poetry Writing Challenge · गीत 307 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल यहां ऐसे भी हैं जिनको कभी चाहत नहीं मिलती मिली तुमको मोहब्बत पर तुम्हें फुर्सत नहीं मिलती किसी भी काम करने मे इक जज़्बा ज़रुरी है इताअत ग़र नहीं... Poetry Writing Challenge 245 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read मेरे मोहसिन नज़्म मेरे मोहसिन नज़्म Nazam मेरे मोहसिन तुम्हारी फ़िक्र मे दिन रात घुलती हूं. मैं अदना सी वो लड़की हूं जो तुमसे प्यार करती हूं मेरे मोहसिन तुम्हारी हर अदा पे... Poetry Writing Challenge 452 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read वो एक दौर .. नज़्म वो एक दौर था जो गुज़र गया.जहाँ पर क़दम कमज़ोर थे जहाँ मन कोई बेचैन था जहाँ नासमझ थी तितली कोई, वो इक दौर था परेशान सा जो गुज़र... Poetry Writing Challenge · नज़्म 1 104 Share Manisha joshi mani 17 May 2023 · 1 min read गीत गीत प्रेम आखर लिख रही हूं, जो अमिट पावन रहेंगे भाव मेरे मन के पढ़ना सत्य ये तुमसे कहेंगे .. कष्ट तेरे चुन लिए हैं साथ अपने बुन लिए हैं... Poetry Writing Challenge 200 Share Manisha joshi mani 17 May 2023 · 1 min read Gazal प्रतियोगिता के लिए ग़ज़ल वो परवाना तो बनना चाहता है. मगर जलने से बचना चाहता है. अना को बेचकर हाकिम के हाथों किसी घुॅघरू सा बजना चाहता है. नदी तो चाहती है हक़... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 237 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read गीत नया गीत प्रेम किया तो अंतिम पल तक साथ निभाना होगा कठिन डगर से भी सुन साजन हमको जाना होगा.. हा हमको जाना होगा... सोच समझकर बँधना इसमे राह कटीली... Poetry Writing Challenge 138 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल, प्रतियोगिता गज़ल कब तलक दिखती रहेगी सरहदों पे रंजिशें. कब तलक नफ़रत चलेगी कब तलक ये ताबिशें हो रही है क्यों तबाही स्वर्ग से कश्मीर मे . रोक लो पागल हवाओं... Poetry Writing Challenge 88 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read गीत प्रतियोगिता के लिए गीत वतन मेरा है मैं क्यों न करूं इसको नमन झुककर संभाला है मुझे इसने हमेशा बाँह में भरकर .. .मुझे देता है संबल ये तिरंगा तीन रंगों से मिले... Poetry Writing Challenge 532 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read Sahityapedia Sahityapedia Home Search Dashboard Notifications Settings #24 Trending Author Manisha joshi mani 4 Followers 1 Oct 2022 · 1 min read ग़ज़ल प्रतियोगिता के लिए ज़िंदगी खेल खेलती है अब... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 1 106 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read प्रतियोगिता के लिये गीत जाने क्यों मैं उस छलिये के छल को न पहचान सकी. लाखों दंत कथाऐं जिसकी उसको मैं न जान सकी. भोली सूरत वाला कान्हा मन के बंधन खोल गया... Poetry Writing Challenge 1 208 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read प्रतियोगिता कर रही आराधना माता मुझे वरदान दो हो सफल ये साधना शब्दों मे मेरे जान दो.. पद्मासन में सजी मूरत मै तेरी निहार लू, देखकर तेरे नयन माता में खुद... Poetry Writing Challenge · वंदना 1 273 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read प्रतियोगिता के लिए ग़ज़ल किस बात पे रूठे हो क्यों आंख छलकती है कह दो न इशारों से, मेरी जो भी ग़लती है दीवार बना दी है आंगन में हमारे जो निकलूँ जो... Poetry Writing Challenge 1 287 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल प्रतियोगिता ग़ज़ल वो परवाना तो बनना चाहता है. मगर जलने से बचना चाहता है। अना को बेचकर हाकिम के हाथों किसी घुॅघरू सा बजना चाहता है। नदी तो चाहती है हक़... Poetry Writing Challenge 1 118 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल . ग़ज़ल ये किसके नाम को इतना पुकारा जा रहा है, किसी तस्वीर को हर पल निहारा जा रहा है। चुराकर आंख सबसे जिस तरह तुम देखते हो, मिरे महबूब... Poetry Writing Challenge 1 98 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read गीत., प्रतियोगिता के लिए गीत...... थी बहुत ही औपचारिक भेंट वो तो प्रेम का आभास तुमको हो गया क्यों जब मिले ही थे नहीं नैयनों से नैना जीत का विश्वास तुमको छू गया क्यों... Poetry Writing Challenge 1 157 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल किस बात पे रूठे हो क्यों आंख छलकती है कह दो न इशारों से, मेरी जो भी ग़लती है दीवार बना दी है आंगन में हमारे जो निकलूँ जो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 1 136 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read देश प्रतियोगित के लिए हमारे देश की माटी । उठा कर रख हथेली पर मिला ले गंगाजल उसमे। लगा ले तू पेशानी पर । विजय का जब तिलक होगा। तो रंगी वो फ़लक होगा... Poetry Writing Challenge 1 94 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read प्रतियोगिता के लिए ,जब तलक है चांद तारे गीत जब तलक हैं चाँद तारें उस गगन में . तब तलक मन में जले दीपक तुम्हारे.. है कठिन ये दौर जिसमें रश्मियाँ भी. इस तमस से हार कर बैठी... Poetry Writing Challenge 1 94 Share Manisha joshi mani 15 May 2023 · 1 min read नेह का आभास, प्रतियोगिता के लिए गीत देखकर प्रतिबिम्ब.. देखकर प्रतिबिंब नभ का, नेह का आभास होगा इस ह्र्दय रूपी नदी को प्रेम पर विश्वास होगा मैं निडर हो प्रेम पथ पर आ गई तेरे लिए... Poetry Writing Challenge · गीत 1 120 Share Manisha joshi mani 14 May 2023 · 1 min read प्रतियोगिता के लिए गीत सांझ ढली और ,मन में टिमटिमाये तारे। चौखट से चन्द्र किरणें भी तुम्हें पुकारे। सांझ ढली..... बेला की महक श्वासें गुदगुदाऐ ऐसे तितली को देख दुहिता खिलखिलाए जैसे। सोलह... Poetry Writing Challenge · गीत 1 195 Share Manisha joshi mani 14 May 2023 · 1 min read गीत बेटी प्रतियोगिता के लिए गीत मैंने जीवन मे जो खोया तुमको वो न खोने दुंगी वादा है तुमसे ये बिटियाँ तुमको मैं न रोने दुंगी पल पल मान गवाँया मैंने पल पल मैंने अश्रु... Poetry Writing Challenge · गीत 1 100 Share