Mandeep Gill Dharak Poetry Writing Challenge 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read बाबा नानक आओ जन्म दिवस मनाएं बाबे नानक का, घर - घर में संदेश पहुचाएं बाबे नानक का। जबर -ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ यारों उठानी है, ग़रीब और भूखे को रोटी भी... Poetry Writing Challenge · गीत 3 120 Share Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read जिक्र ज़ालिम का जब भी होता है जिक्र कभी ज़ालिम का, आ जाता है ज़ुबान पर नाम हाकिम का। जस्न मनाते है लोक सोर मचा-मचा के, पर होता नहीं सोर कभी भी मातम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 104 Share Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read तकदीर जहाँ चले न ज़ोर कोई वह खेल है तकदीरों की, यूं तो यहाँ पर हर कोई खेले, खेल तदबीरों की। दिल के अरमान दिल में ही दब कर मर जाते... Poetry Writing Challenge · कविता 2 77 Share Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read किसी को दिखें ना दिल पर लगी चोट किसी को दिखें ना, अन्दर लगा जो रोग किसी को दिखें ना। बाहरो देख के अंदाजा लगाना औखा है, के दिल अन्दरली खोट किसी को दिखें... Poetry Writing Challenge · कविता 1 188 Share Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read आने वाली पीढ़ी ना बीते से सबक कोई, ना चिंतां है कल दी, आने वाली पीढ़ी देखियो की कुछ है झल दी। विरसे ली रोते हैं जो, वह संभालन आज को, टाल लैन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 77 Share Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read सहारा यहाँ हर कोई ढूँढता है जीवन में सहारा यहाँ, ज्यादा देर ना हो पाए अकेले का गुज़ारा यहाँ। यह सब किस्मत और तदबीरों के खेल ने सारे, कभी तो मिल जाए... Poetry Writing Challenge · कविता 79 Share Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read खबरा पढ़ो देश मेरे की छपी हुई ख़बरें को, तों महसूस करोगे रोते हुएं अक्षरों को। कोई दुःखी है यारों अपनी ग़रीबी से, परेशान है कोई अपने ही करीबी से। किसे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 128 Share Mandeep Gill Dharak 28 May 2023 · 1 min read ज़िंदगी कभी कड़वे और कभी मीठे पलों से मिलाती है ज़िंदगी, अपने एवं अपनों के लिए जीना सिखाती है ज़िंदगी। गिरती है, उठती है, अपने पैरों पर खड़ा कराती है ज़िंदगी,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 62 Share