नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर Poetry Writing Challenge 77 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read देव विनायक वंदना जय जय जय जय देव विनायक विघ्न विनासक मंगलदायक!! जय जय जय जय देव विनायक विघ्न विनासक मंगलदायक!! दुख हरता भय भव भंजक सकल कामना शुभ आनंद प्रदायक जै जै... Poetry Writing Challenge · कविता 185 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read मंगल मूरत जै जै जै गण पति गण नायक शुभ कर्मों के देव विनायक जै जै जै गण पति गण नायक!! मातृ भक्ति की शक्ति प्रथम पूज्यते देव गज़ानन!! जै जै जै... Poetry Writing Challenge · कविता 160 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read मातु भवानी जै जै जै अम्बे मातु भवानी माँ दुर्गा जग कल्याणी!! जै जै जै अम्बे मातु भवानी माँ दुर्गा जग कल्याणी!! मनोकामना कि तू माता, ममता का आँचल वात्सल्य कि मुरत... Poetry Writing Challenge · कविता 145 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 2 min read माईया पधारो घर द्वारे माईया पधारों घर द्वारे भक्तों का है इंतज़ार घर घर तेरा मंडप सजा है माईया के स्वागत का दिन रात।। माईया तेरे रूपों का संसार माईया तू ही अवनि की... Poetry Writing Challenge · कविता 125 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read जै जै अम्बे अम्बे तेरा दर्शन दुर्लभ दौलत अम्बे तेरा मुखड़ा हरता दुखड़ा अम्बे तेरे आशीष का है संसार अम्बे तेरे रूप हाथ हजार।। अम्बे तू ही दुःखियों की साहरा अम्बे तू ही... Poetry Writing Challenge · कविता 208 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 2 min read गुरु माँ बाप ने बोलना ,चलना सिखाया जिंदगी के रिश्तों से मिलाया।। बापू ने हाथ पकड़कर पाठशाला का राह बताया जिंदगी के सफ़र में ज्ञान कर्म का पड़ाव।। शिक्षक माँ बाप... Poetry Writing Challenge · कविता 351 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 3 min read पिता अपने कंधे बैठते गॉव नगर मोहल्ला की चौराहों गलियों में यही तो है मेरी दुनियां भर की दौलत दुनिया!! जहाँ ये मेरी फुलवारी की खुशबू इसके होने से मेरा घर... Poetry Writing Challenge · कविता 310 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read जन्म दायनी माँ माँ की कोख पला ,धरती पर पहला कदम माँ बोला माँ ने दुनियां से परिचित करवाया !! माँ ने जिंदगी दिया ,माँ ने दुनिया समाज बताया माँ रिश्तों से मिलवाया... Poetry Writing Challenge · कविता 276 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read माँ का महत्व चलती फिरती सांसो धड़कन की माँ साक्षात माँ भाग्य ,भगवान जीती जागती।। चाहे जो भी हो दुख ,दर्द खुद सह जाती संतान खुशहाल रहे गरल भी पी जाती।। खुद की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 302 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 2 min read शव शरीर शव के स्वर शब्द भाव आत्मा नही आवाज शव का धर्म रिश्ता नही समाज।। शव दिवंगत आत्मा का चोला शव सत्य अर्थ काम मोक्ष परतंत्र स्वत्रंत निरपेक्ष निष्काम।। शव जीवन... Poetry Writing Challenge · कविता 457 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read दुःख हरणी दुःख हरणी ,मंगल करनी तू तारण हारी तू सकल जगत संसार माँ।। दुष्ट विनासक, भय भव भंजक पल, प्रहर अविरल युग प्रवाह माँ।। जग जननी तू सकल जगत संसार माँ।।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 356 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 2 min read माँ आओ मेरे द्वार माईया पधारों घर द्वारे भक्तों का है इंतज़ार घर घर तेरा मंडप सजा है माईया के स्वागत का दिन रात।। माईया तेरे रूपों का संसार माईया तू ही अवनि की... Poetry Writing Challenge · कविता 200 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read भय भव भंजक कष्ट निवारिणी पाप नाशिनी माँ जय जय जय दुर्गे सकल मनोरथ दायनी माँ।। दुर्लभ ,सुगम शुभ मंगल करती अंधकार की ज्योति माँ। जय जय जय दुर्गे सकल मनोरथ दायनी माँ।।... Poetry Writing Challenge · कविता 210 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read जग जननी जग जननी दुःख हरणी ,मंगल करनी तू तारण हारी तू सकल जगत संसार माँ।। दुष्ट विनासक, भय भव भंजक पल, प्रहर अविरल युग प्रवाह माँ।। जग जननी तू सकल जगत... Poetry Writing Challenge · कविता 1 113 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read जय जय जगदम्बे माँ जिसे बुलाती जाता माँ दरबार ,माँ कीज्योति जली है ,जग में है उजियार बोलोजय मात दी ।। बोले जाओ कदम कदम से बढ़ते जाओ माता ने बुलाया है चलते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 157 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 May 2023 · 1 min read माँ तेरे चरणों मे जग तेरे चरणाें आया मेरी माँ जग तेरे शरणाें में आया मेरी माँ!! तेरे आँखो का दुलार माँ तेरी संतान, तेरे आँचल का प्यार माँ तेरी संतान जग आया लेकर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 168 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 May 2023 · 1 min read अहंकार अहंकार - अंहकार एक आग है पल पल बढ़ता जाय घूंट घूंट कर जीवन स्वाहा होत जाय ।। द्वेष घृणा से अंहकार सन्यपात समान धीरे धीरे जीवन सुलगत जाय।। प्रतिशोध... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 196 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 18 May 2023 · 1 min read पल भर कि मुलाकात पल भर कि मुलाकात - पल भर कि मुलाकात जीवन सन्देस विशेष दे जाते है जीवन के हर पल प्रहर याद सदा वो आते है।। रिश्ते ही जीवन का मतलब... Poetry Writing Challenge · कविता 1 237 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 18 May 2023 · 1 min read माँ मां - जीवन तेरा ही दिया माँ तेरे बिना जीवन व्यर्थ है माँ ।। जब आया तेरी कोख में कितने ही दुःख पीड़ा हंस हंस कर सह गई दुनियां से... Poetry Writing Challenge · कविता 1 169 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 18 May 2023 · 1 min read जिंदगी के तराने जिंदगी और मेरे तराने - ज़िंदगी के गीत गाता जा रहा हूँ जिंदगी चलता बढ़ता जा रहा हूं।। जिंदगी कि इच्छा और परीक्षा जिंदगी कि परीक्षा में उतरता पराक्रम परिणाम... Poetry Writing Challenge · कविता 186 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2023 · 1 min read मुसाफिर मुसाफिर - जीवन चलने का नाम जीवन मे नही अल्प विराम होता है सिर्फ पूर्ण विराम ।। जन्म जीवन अभिलाषा यात्रा उड़ान मानव जीवन पथ उद्देश्य यात्री अन्वेषक सत्यार्थ ।।... Poetry Writing Challenge · कविता 255 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2023 · 2 min read नैह नेह - नेह ,स्नेह आकर्षण मेह आकर्षण अकारण नहीं विचार मन की देंन।। स्नेह शब्द नहीं स्वर ईश्वर युग ब्रह्माण्ड यादा कदा यत्र तंत्र सर्वत्र स्नेह अविरल धारा धार।। कलरव... Poetry Writing Challenge · कविता 174 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2023 · 2 min read प्यार प्यार - अरमानों का निकला चाँद हलचल दुनियां में भाग्य भगवान जैसा।। जग मग तारे दीप प्रेमी प्रेम की चाहत जैसा सुंदर चाँद कि हद इश्क चाँदनी जैसा।। हवाओं के... Poetry Writing Challenge 187 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2023 · 2 min read देश भक्त का अंतिम दिन देश भक्त का अंतिम दिन - सन अठ्ठारह सौ सत्तर में जन्म आकार अलफ्रेड पार्क प्रयाग राज की शान गोरों के शासन शान।। किरणों संग मुस्काते अल्फ्रेट पार्क पुष्प हर... Poetry Writing Challenge · कविता 211 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2023 · 1 min read अंतिम एहसास अंतिम एहसास - पैदा होता जब इंसान खुशियों की होती बान जीवंत रिश्तों नातों के अरमान।। आँखों का तारा राज दुलारा ।। आरजू आसमान किसी के बुढ़ापे की दिशा दृष्टि... Poetry Writing Challenge · कविता 151 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2023 · 2 min read तूफानों से लड़ना सीखो तूफ़ानों से लड़ना सीखो - तुफानो से लड़ना है तो जीना सीखो जीना है मारना सीखो ।। जवा जोश के गुरुर से डरना सीखो हस्ती की हद नहीं हद खुद... Poetry Writing Challenge 1k Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2023 · 2 min read बदल जाओ या बदलना सीखो बदल जाओ या बदलना सिखो - बदल जाओ या बदलना सीखो मंजिल से पहले ना रुकना सीखो।। औकात खुद का जानना सीखो औकात मेहनत की मस्ती है ईमानदारी का ईमान... Poetry Writing Challenge · कविता 1 190 Share Previous Page 2