Indu Jhunjhunwala Poetry Writing Challenge 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read जीवन का सत्य ढेरों सवाल मनुज मन के, ढेरों बबाल हैं इस तन के। चित विचलित है, तन विगलित है, ढेरों ख्याल हैं जीवन के।। बीहड़ वन में रहते थे हम, क्योंकर अब... Poetry Writing Challenge · कविता 115 Share Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read खतों का जमाना प्यार का वो ठिकाना, सनम खो गया । अब खतों का जमाना,सनम खो गया। मेल है, ट्विटर है, फेस बुक भी तो है, अब पतों का जमाना, सनम हो गया।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 137 Share Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read उपदेशी हैं मात्र बहुत,,, कहने को है बात बहुत। पर चुप्पी भी साथ बहुत। बात बढ़ेगी डर लगता है, जीवन में है घात बहुत । दुनिया में प्रचार बहुत। छिपकर होता वार बहुत। सच... Poetry Writing Challenge · कविता 85 Share Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read हे पुरुष हे पुरूष , स्त्री बाँधती है बँधती है तो सिर्फ प्रेम पाश में, पिघलती है मोम की तरह , प्रकाश फैलाने को चुपचाप ,, जलती है शमा बन रात भर... Poetry Writing Challenge · कविता 131 Share Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read तुम सिर्फ तुम,,, कितनी हल्की हो जाती हूँ , जब सौंप देती हूँ तुम्हें मेरा 'मै' , तब बढते चले जाते हैं कदम, उस रास्ते पर जो सामने दिखता है, क्योंकि फिक्र नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता 128 Share Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read जगा गया कोई फिर से मिलने की ख्वाहिश, जगा गया कोई, आज सपनों में आ गया कोई। उनकी यादों में घिर के सोए थे, क्यों सोते उठा गया कोई। अश्क के नाले, बहते... Poetry Writing Challenge · कविता 148 Share Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read जगा गया कोई फिर से मिलने की ख्वाहिश, जगा गया कोई, आज सपनों में आ गया कोई। उनकी यादों में घिर के सोए थे, क्यों सोते उठा गया कोई। अश्क के नाले, बहते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 92 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण,,, अब फिक्र हो रही है,,, कभी अधिक गर्म तो कहीं अधिक सर्द,, पेडों की कटाई,,, प्रलुप्त होती पंक्षियों, जानवरों की प्रजातियाँ,,, ग्लोबल वार्मिंग की वार्निंग, सहमते चेहरे,,,। उपाय है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 217 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read पथराई आँखें अंधेरों को तलाशा करती आँखें, उजालों से वो पथरा-सी गई हैं। कहे दीवाना चाहें उसको कोई, इश्क से अब वो घबरा-सी गई हैं मुहब्बत रास कब आती किसी को, इसे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 177 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read ऐ वक्त,, ऐ वक्त, मैं कमजोर नहीं, मुझे आजमा के तो देख। गुजर जाता है यूँ ही तू मुझे साथ ले के तो देख। मैं अमर हूँ, जान ले, तू भी अमर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 285 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read पुरूष क्यूँ बनना मुझे? हाँ, मैं स्त्री हूँ, नहीं बनना मुझे पुरूष ! क्यूँ बनना है? सिर्फ इसलिए कि वे मुझे स्वयं से श्रेष्ठ जताने का प्रयत्न करते हैं, सिर्फ इसलिए कि वे मेरी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 232 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read मुठ्ठी भर राख,,, जब जब फूटता है ज्वालामुखी, भूकम्प आ जाता है मानों दरक जाती है जमी परतें,,, क्षण में बरसों की तपस्या खाक में,,, पर हार बिना माने,, कोशिश करती है वो,,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 80 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read लोग कहते हैं,,, लोग कहते है , मिट्टी की है , गल जाएगी पानी में। भूल जाते हैं कि भट्टी में तपकर माटी भी पत्थर -सी हो जाती है, जिससे गलाना तो दूर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 78 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read पर क्या लिखूँ? मैं चाहती हूँ लिखना, कलम है मेरे हाथों में, शब्दों की सम्पदा भी,, विरासत मे मिली अर्थों की थाती,,, लिख सकती हूँ मैं,,, पर क्या लिखूँ,, तुम्हारे कोरे मनोरंजक का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 90 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read नमकीन पानी सुखी रहने का आशीर्वाद देकर किया था विदा,, एक अनजान बस्ती में,, काश थोडा वक्त ,, उस बस्ती से परिचित होने में तो लगाते बापू,, तो आज खून के आँसू... Poetry Writing Challenge · कविता 1 115 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read माँ से एक प्रश्न तेरह वर्ष की आयु में सिखाया था माँ ने,, निगाहें नीची रखना किसी भी पुरूष के समक्ष ,,, आज लुटती अपनी इज्जत को देख, चीखता है मन ,, पूछता है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 97 Share Indu Jhunjhunwala 11 Jun 2023 · 1 min read एक अबूझ पहेली मेरी उम्र, बचपन में भाई की शाम दोस्तों के साथ मौज मस्ती में कटती पर हमारी! पराए घर जो जाना है, माँ के साथ घर के काम सीखने में अटकती।... Poetry Writing Challenge 1 141 Share