अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' Poetry Writing Challenge 51 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी मुझको अपनी शरण में ले लो ,हे मनमोहन हे गिरधारी चरण कमल तेरे बलि – बाले जाऊं ,हे मनमोहन हे... Poetry Writing Challenge · कविता 3 3 315 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read अपने चरणों की धूलि बना लो अपने चरणों की धूलि बना लो अपने चरणों की धूलि बना लो हे त्रिपुरारी हे बनवारी अभिलाषा पूरी करो मेरी चरण कमल जाऊं बलिहारी निर्मल , पावन हो मेरी काया... Poetry Writing Challenge · कविता 4 1 212 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read कुछ काम करो , कुछ काम करो कुछ काम करो , कुछ काम करो जग में अपना नाम करो भाग्य भरोसे मत बैठो तुम कुछ काम करो , कुछ काम करो आगे बढ़ना नियति तुम्हारी कर्म राह... Poetry Writing Challenge · कविता 3 251 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें सिंहासन डोल जाएँ आओ कुछ ऐसा करें वीरों के लहू का कतरा... Poetry Writing Challenge · कविता 2 236 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया हम भी हैं नाखुश , अपनेपन का दौर गया नाइंसाफी का दौर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 133 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं खुशनुमा – खुशनुमा सा लग रहा है आसमां चारों तरफ फूल खिलखिलाने लगे हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 124 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 2 min read खुशकिस्मत है कि तू उस परमात्मा की कृति है खुशकिस्मत है कि तू उस परमात्मा की कृति है खुशकिस्मत है कि तू उस परमात्मा की कृति है खुशकिस्मत है कि तुझ पर उसके करम का साया है खुशकिस्मत है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 166 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read खिलेंगे फूल राहों में खिलेंगे फूल राहों में खिलेंगे फूल राहों में ज़रा दो कदम तो चल बिछेंगे फूल राहों में ज़रा दो कदम तो चल कौन कहता है सुबह होगी नहीं हौसलों को... Poetry Writing Challenge · कविता 1 200 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी कागज़ की नाव सी ,न हो जिन्दगी तेरी मांझी की पतवार सी , हो जिन्दगी तेरी बंज़र ज़मीं सी ,न हो जिन्दगी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 115 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read बस जाओ मेरे मन में बस जाओ मेरे मन में बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी धर्म राह पर ले चल मुझको , हे मुरलीधर हे बनवारी तुम करुणा के सागर... Poetry Writing Challenge · कविता · कृष्ण भजन 2 161 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं भागते फिर रहे हैं हम , मंजिल का हमको पता नहीं ज्ञान के पीछे भागते हम , पुस्तकें हमको भाती... Poetry Writing Challenge · कविता 2 161 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read कोशिश करना आगे बढ़ना कोशिश करना आगे बढ़ना कोशिश करना आगे बढ़ना , तेरा यही प्रयास हो मुश्किलों से तू न डरना , हौसलों की आस हो रहना सजग तुम हमेशा , खामोशी का... Poetry Writing Challenge · कविता 2 189 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read समय समय समय पर जागो , समय पर सोओ समय पर अपना काम करो समय पर पढ़ना , समय पर लिखना रोशन अपना नाम करो समय पर पूजा , काम न... Poetry Writing Challenge · कविता 1 218 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता भूल जाओ जिन्दगी के नकारात्मक पलों की भयावहता चित्त को जीवन के सचेत तुम रखो न होने दो विचारों को नकारात्मकता से अचेत आत्मविश्वास... Poetry Writing Challenge · कविता 1 215 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझको सो रही अन्तरात्मा की आवाज जगा दो मुझको बिखर न जाएँ जिन्दगी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 239 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला सामान्य हुईं सात्विक विचारों भयावहता नज़र अब नहीं आतीं संवेदना और भावुकता लज्जित कर रही काम पूर्ण मानसिकता... Poetry Writing Challenge · कविता 2 210 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read सोच बदलनी होगी घर आँगन खुशियाली न हो तो सोच बदलनी होगी घर आँगन खुशियाली न हो तो सोच बदलनी होगी पेड़ों पर फल ना आयें तो सोच बदलनी होगी जब लड़कपन बहक... Poetry Writing Challenge · कविता 3 4 146 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read निराली है तेरी छवि हे कन्हाई निराली है तेरी छवि हे कन्हाई निराली है तेरी छवि हे कन्हाई वंशी की धुन हमें दे सुनाई हे नंदनंदन हे मुरलीधर हम तुम पर जाएँ बलिहारी केवट बना हमें... Poetry Writing Challenge · कृष्ण भजन 1 243 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से कोई तो हो ऐसा अपना कहें जिसे ढूद्ता फिर रहा हूँ मैं... Poetry Writing Challenge · कविता · शायरी 1 220 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read कुदरत है बड़ी कारसाज कुदरत है बड़ी कारसाज कुदरत है बड़ी कारसाज, आओ करें इससे प्यार कुदरत के नज़ारे हज़ार , आओ करें इससे प्यार कुदरत के किस्से हज़ार , आओ करें इससे प्यार... Poetry Writing Challenge · कविता 2 312 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 2 min read हमने देखा है हिमालय को टूटते हमने देखा है हिमालय को टूटते हमने देखा है हिमालय को टूटते सुनी है उसकी अन्तरात्मा की टीस स्वयं के अस्तित्व को टटोलता मानव मन को टोहता सहज अनुभूतियों के... Poetry Writing Challenge · कविता 1 338 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत ख़ुदा की इबादत सिखाता है संगीत दिल के कोने में जब गुनगुनाता है संगीत स्वयं का खुदा से... Poetry Writing Challenge · कविता 1 181 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें चलो किसी नवजात को मुस्कुराना सिखाएं आम के बागों में घूमें ,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 220 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read चलो संगीत की महफ़िल सजाएं चलो संगीत की महफ़िल सजाएं चलो संगीत की महफ़िल सजाएं खुदा को ज़मीन पर बुलाएं संगीत से रोशन हों सभी दिल आओ महफ़िल में सबको बुलाएं संगीत से रोशन ज़मीन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 162 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2023 · 1 min read स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम फरेबियों से बच कर रहना ,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 101 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read गद्दार है वह जिसके दिल में गद्दार है वह जिसके दिल में गद्दार है वह जिसके दिल में देश प्रेम का जज्बा नहीं इंसान नहीं है वह जिसके दिल में इंसानियत नहीं व्यर्थ जी रहा है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 178 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read आनंद और इच्छा में जो उलझ जाओगे आनंद और इच्छा में जो उलझ जाओगे आनंद और इच्छा में जो उलझ जाओगे तो राह भटक जाओगे अहंकार और अभिमानी हो जाओगे तो सब कुछ गँवाओगे नैतिकता की राह... Poetry Writing Challenge · कविता 1 291 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read अन्याय के आगे मत झुकना अन्याय के आगे मत झुकना अन्याय के आगे मत झुकना बेइंसाफी मत सहना कठोर ह्रदय तुम मत बनना अन्याय को तुम मत सहना आदर्श व्यक्तित्व को पहचानो यूं ही तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 209 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read रक्त को उबाल दो रक्त को उबाल दो रक्त को उबाल दो देश हित वार दो पौरुष से खुद को सजा देश पर निसार दो चंद्रहास हाथ ले दुश्मनों के हृदय को चीर दो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 173 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read स्वयं को तुम सम्मान दो स्वयं को तुम सम्मान दो स्वयं को तुम सम्मान दो हौसलों को उड़ान दो हिम्मत जो हार जाओगे सब कुछ तुम गँवाओगे पराजय का भाव छोड़ दो विजय को तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 116 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read कविता जो जीने का मर्म बताये कविता जो जीने का मर्म बताये कविता जो जीने का मर्म बताये कविता जो जीवन में राग जगाये कविता जो पुष्पों की भाँति महके कविता जो मन में आस जगाये... Poetry Writing Challenge · कविता 1 347 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा त्याग , वासना और दुर्व्यसन , सत्संग धरे मन मेरा अहंकार से दूर रहूँ मैं , संतोष वरे मन... Poetry Writing Challenge · कविता · भजन गीत 1 426 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read सुबह – सुबह की भीनी खुशबू सुबह – सुबह की भीनी खुशबू सुबह – सुबह की भीनी खुशबू लेकर आई स्वप्न सुनहरे सुबह का सूरज हो जाऊं मैं शाम कहे तुम चन्दा मेरे पुष्प कहे तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 2 266 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 2 min read जागृति और संकल्प , जीवन के रूपांतरण का आधार जागृति और संकल्प , जीवन के रूपांतरण का आधार जागृति और संकल्प जीवन के रूपांतरण का आधार मनुष्य संसार में केवल प्रसन्न होना ही जीवन का आधार नहीं सम्पूर्ण मानवता... Poetry Writing Challenge · कविता 1 387 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read चलो चलें दूर गगन की ओर चलो चलें दूर गगन की ओर चलो चलें दूर गगन की ओर प्रकृति से आलिंगन की ओर पुष्पों से चलो करैं दोस्ती नदियों के उस छोर चलो चलें दूर गगन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 141 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read मन की दुनिया अजब निराली मन की दुनिया अजब निराली मन की दुनिया अजब निराली मन की भाषा एक पहेली जाने कितनी परतें इसकी जाने कितने रहस्य समाये मन के रेशों से बुना है जीवन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 169 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read चलो चलें वहां जहां मिले ख़ुशी चलो चलें वहां, जहां मिले ख़ुशी चलो चलें वहां , जहां मिले ख़ुशी चलो चलें वहां , जहां पले ख़ुशी चलो चलें वहां , जहां मिले शांति चलो चलें वहां... Poetry Writing Challenge · कविता 1 137 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा वक्त के दामन से, दो पल चुरा के दिखा हो सके तो वक़्त को , अपना बना कर के दिखा बादलों... Poetry Writing Challenge · कविता · शायरी 3 201 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read किसी की किस्मत संवार के देखो किसी की किस्मत संवार के देखो किसी की किस्मत संवार के देखो किसी रोते हुए को चुप करा के देखो यूं ही नहीं रोशन होती जिन्दगी किसी के गम में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 133 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read पंखों को मेरे उड़ान दे दो पंखों को मेरे उड़ान दे दो पंखों को मेरे उड़ान दे दो मुझे भी थोड़ा आसमान दे दो फूलों की सी खुशबू दे दो चंद्रमा की सी चांदनी दे दो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 332 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ? पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ? पथिक तुम इतने विव्हल क्यों ? क्या सूझ नहीं रहा मार्ग तुमको ? जीवन की जटिलतायें , यात्रा की यातनायें , अँधेरे का भय... Poetry Writing Challenge · कविता 1 195 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read बंद लिफाफों में न करो कैद जिन्दगी को बंद लिफाफों में न करो कैद जिन्दगी को बंद लिफाफों में न करो कैद जिन्दगी को आसमां तुम्हारा है , उड़ान भरकर देखो जीवन का उत्कर्ष , साहस , शक्ति... Poetry Writing Challenge · कविता 1 164 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read मन की बातें , दिल क्यों सुनता मन की बातें , दिल क्यों सुनता मन की बातें , दिल क्यों सुनता चल मन बूझें , एक पहेली मन का सम्मोहन , क्यों पूरे तन मन की दुनिया... Poetry Writing Challenge · कविता 2 158 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read घास को बिछौना बना कर तो देखो घास को बिछौना बना कर तो देखो घास को बिछौना बना कर तो देखो उस पर दो रातें बिताकर तो देखो कितनी खूबसूरत हैं ये खुदा की कायनातें इन सबसे... Poetry Writing Challenge · कविता · शायरी 1 204 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read माया मोह के दलदल से माया मोह के दलदल से माया मोह के दलदल से बाहर आओ हे मानव तुम काम पिपासा के दानव को मन से बाहर लाओ तुम अज्ञान मार्ग को छोड़कर सत्मार्ग... Poetry Writing Challenge · कविता 1 139 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read राह नीर की छोड़ राह नीर की छोड़ राह नीर की छोड़ बनो तुम धीर जगत में राह पीर की छोड़ बनो तुम वीर जगत में दुर्बलता को छोड़ बनो तुम कर्मवीर जगत में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 139 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 15 May 2023 · 1 min read जिन्दगी शम्मा सी रोशन हो खुदाया मेरे जिन्दगी शम्मा सी रोशन हो खुदाया मेरे जिन्दगी शम्मा सी , रोशन हो खुदाया मेरे जिन्दगी तेरी इबादत की, जुस्तजू हो खुदाया मेरे शम्मा सी रोशन जिन्दगी , सबकी हो... Poetry Writing Challenge · Gazal ग़ज़ल · गीत 2 141 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 May 2023 · 1 min read हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो मुख मंडल की शोभा... Poetry Writing Challenge · कविता · भजन गीत 2 359 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 May 2023 · 1 min read चंद फूलों की खुशबू से कुछ नहीं होता चंद फूलों की खुशबू से कुछ नहीं होता चंद फूलों की खुशबू से कुछ नहीं होता चलो फूलों का उपवन एक सजाएं चंद मोतियों से कुछ नहीं होता चलो मोतियों... Poetry Writing Challenge · कविता 2 355 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 May 2023 · 1 min read कंचन कर दो काया मेरी , हे नटनागर हे गिरधारी कंचन कर दो काया मेरी , हे नटनागर हे गिरधारी कंचन कर दो काया मेरी , हे नटनागर हे गिरधारी चरण कमल में ले लो मुझको , पावन हो मेरी... Poetry Writing Challenge · कृष्ण भजन 2 140 Share Page 1 Next