Taj Mohammad “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Taj Mohammad 16 Jun 2022 · 1 min read ऐसा ही होता रिश्तों में पिता हमारा...!! कभी दोस्त जैसे बनकर गले लगाता,,, तो कभी जिंदगी से गमों को भगाता,,, नहीं है कोई दूसरा यहां उन के जैसा,,, कड़ी धुप में हरदम छाया बन जाता,,, ऐसा ही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 7 264 Share Taj Mohammad 14 Jun 2022 · 1 min read पापा ने मां बनकर। पापा ने मां बनकर,,, मुझको पाला है...!! मैंने अपना सम्पूर्ण,,, अस्तित्व उन्ही से पाया है...!! मां मेरे बचपन में ही,,, काल का शिकार,,, हो गई थी...!! मेरे पापा की सम्पूर्ण,,,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 704 Share Taj Mohammad 6 Jun 2022 · 1 min read पिता का मर्तबा। बड़ा ही आला है जहां में पिता का मर्तबा। जिम्मेंदारियों का होता है पिता का रुतबा।।1।। अच्छे वालिद का होना हर किसी में नहीं। मुस्तकबिल संवारता है पिता का ओहदा।।2।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 362 Share Taj Mohammad 6 Jun 2022 · 1 min read पिता जीवन में ऐसा ही होता है। हर विपत्ति को चुपचाप ही सहता है। ये पिता है पिता जीवन में ऐसा ही होता है।। स्वयं को भूलकर,,, सबका ही ख्याल रखता है। सबकी ही जिंदगी को,,, वह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 320 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read पितृ नभो: भव:। माता स्वर्ग: , पिता धर्म: । माता तीर्थमयी , पिता देवमय: ।। जननि स्वर्गादपि । पिता मूर्त्ति: प्रजापते ।। नास्ति मातृसमा गतिः । नास्ति पितृसमा छाया ।। सत्यं माता ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · श्लोक 2 2 392 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read पिता है मेरे रगो के अंदर। मेरी धरती मेरा अम्बर, मेरी सृष्टि मेरा समंदर, बनके लहू बहते है मुझमें, पिता है मेरे रगो के अंदर।। सर से लेकर पांव तक, धूप से लेकर छांव तक, पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 256 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरा अभिमान मां है तो, मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरी मां पृथ्वी है तो, मेरा आसमान है पिता।। मां मेरी जननी है तो, मेरी पहचान है पिता।। मां ने मुझे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 946 Share Taj Mohammad 25 May 2022 · 1 min read वह मेरे पापा हैं। इन्सान के लिबास में फरिश्ते ने मुझको पाला है। वह मेरे पापा है जिन्होंने मझधार में, बनकर पतवार मेरी कश्ती को निकाला है।। क्या लिख दूं मैं उनके ऊपर अल्फाज़... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · शेर 197 Share Taj Mohammad 24 May 2022 · 1 min read दया के तुम हो सागर पापा। दया के तुम हो सागर पापा,,, करुणा के तुम अवतारी। समाज में तुम हो यथार्थ पापा,,, मिलती तुमसे हिम्मत सारी।। इस समाज की परिभाषा,, तुमने मुझे बताई पापा। जीवन की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 187 Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read पिता के होते कितने ही रूप। पिता कैसा होता है? पिता संसार में... संतान के लिए भगवान जैसा होता है।। पिता के होते है कितने ही रूप। पिता है छांव... यदि जीवन है सूर्य की धूप।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 1k Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read मैं पिता हूं। मैं पिता हूँ -.-.-.-दो👬बच्चों का-.-.-.-.- रखवाला🕕🕕🕕मैं उनके अच्छे बुरे गुणों का। वह दोनों तो है मेरे जीवन के अनमोल💎💎💎रतन।। देखूँ चाहे जितना उनको ना भरते मेरे दोनों👁👁 नयन।। ना जानें... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 603 Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read अपने पापा की मैं हूं। अपने पापा की मैं हूँ सबसे प्यारी बिटिया... उनकी ख़ुशियों की मैं हूँ जादू की इक पुड़िया... अपने पापा की मैं हूँ सबसे प्यारी बिटिया... प्राण बसते हैं उनके तो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 741 Share Taj Mohammad 16 May 2022 · 1 min read पिता भगवान का अवतार होता है। पिता भगवान का अवतार होता है। पुत्र के सिर का ताज मां का सुहाग होता है।।1।। बिना पिता के जीवन बेकार होता है। यदि पिता है तो कुछ भी ना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 761 Share Taj Mohammad 16 May 2022 · 1 min read पापा आप बहुत याद आते हो। पापा आप, बहुत याद आते हो। आपका अनुभव करता हुं, पर छूने से ओझल हो जाते हो।। आपका स्थान, कोई ले सकता नही। मेरे चेहरे को आप जैसा, कोई पढ़... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 707 Share Taj Mohammad 7 May 2022 · 2 min read पिता खुशियों का द्वार है। पुत्र कृति है, रचनाकार पिता,,, पुत्र सृष्टि है निर्माण कर्ता पिता।। पुत्र का संपूर्ण संसार है पिता,,, इसका परिपूर्ण आकार विस्तार हैं पिता।। समंदर की थाह,अथाह हैं पिता,,, कल्पतरू, परिजात... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 364 Share Taj Mohammad 6 May 2022 · 1 min read ये कैसा बेटी बाप का रिश्ता है? यूं अपना होकर क्यों पराया है। ये कैसा बेटी बाप का रिश्ता है।।1।। फंख है आए मेरे आंगन में ही। यहीं से उस ने उड़ना सीखा है।।2।। खुला आसमां दिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 421 Share Taj Mohammad 5 May 2022 · 1 min read मेरे पापा। जग में सबसे अच्छे हैं मेरे पापा,,, दिल के बड़े ही सच्चे हैं मेरे पापा।। जब संग में मेरे खेलते हैं मेरे पापा,,, तो बन जाते जैसे बच्चे हैं मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 372 Share Taj Mohammad 4 May 2022 · 1 min read पिता बना हूं। पिता बना हूं तो पिता का दर्द महसूस हुआ। वरना अभी तक तो पुत्र बनकर ही जीवन जिया।।1।। बड़ी जिम्मेदारियां होती है पिता के कंधों पे। मेरे पिताजी ने प्रत्येक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 339 Share Taj Mohammad 3 May 2022 · 1 min read सृजन कर्ता है पिता। सृजन कर्ता है पिता,,, विघ्न हर्ता है पिता।। मिलते है जो भी घाव,,, उनको भरता है पिता।। पुत्र का पालन हारा है,,, हर विपत्ति में सहारा है।। पुत्र कुपुत्र कैसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 10 309 Share Taj Mohammad 28 Apr 2022 · 1 min read पिता है भावनाओं का समंदर। पुत्र पिता से कुछ ना छिपाते है। जब यह पिता मित्र बन जाते है।।1।। मेरे पिता तो ऐसे ही है सदा से। तेज धूप में छांव वो बन जाते है।।2।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 342 Share Taj Mohammad 26 Apr 2022 · 1 min read एक मसीहा घर में रहता है। एक मसीहा घर में रहता है। ज़माना जिसको पिता कहता है।।1।। सारे दुख ही वह सहता है। पिता परिवार के विघ्न हरता है।।2।। ईश्वर तुल्य चरित्र उसका है। जीवन भर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 255 Share Taj Mohammad 26 Apr 2022 · 1 min read शब्द नही है पिता जी की व्याख्या करने को। सबको प्रेम डोर के सूत्र से बांधे रखते थे। वह परिवार में पिता थे हमारे जो ऐसा करते थे।।1।। हम सारे भाई अपने अपने पैरों पे खड़े थे। पर पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 530 Share Taj Mohammad 25 Apr 2022 · 1 min read पिता के रिश्ते में फर्क होता है। पिता पथ का प्रदर्शक होता है। बिन पिता जग निरर्थक होता है।।1।। पिता जीवन सार्थक करता है। पिता परिश्रम में अथक होता है।।2।। पिता यूं ही ना हमको टोकता है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 6 10 309 Share Taj Mohammad 25 Apr 2022 · 1 min read तो पिता भी आसमान है। यदि माता वसुंधरा है। तो पिता भी आसमान है।। यदि माता कोमल छांव है। तो प्रेम से भरा पिता भी सर से पांव है।। यदि माता के जिम्मे घर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 287 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read सच में ईश्वर लगते पिता हमारें।। देव तुल्य है पृथ्वी पे पिता हमारे। हम जीवन जीते जिनके सहारे।। उनको जीवन में नमन करे हम। ऐसे ह्रदय के अच्छे पिता हमारे।। सबके दुख हर लेते पिता हमारे।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 229 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read एक पिता की जान। बड़ा तन्हा हो गया है वो बागवान। परिंदे सारे उड़ गए रह गया वो बेजान।।1।। रोपे थे शजर अपने हाथों से कभी। हो गए सारे के सारे वो उससे अंजान।।2।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 267 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read पिता कुछ भी कर जाता है। स्वयं हारकर पुत्र को जिताता है। पुत्र की विजयी मुस्कान से खुश हो जाता है।।1।। पिता है पिता कुछ भी कर जाता है। कठिन परिश्रम करके वह घर को चलाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 237 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read पिता का साथ जीत है। दृढ़ता का ये प्रतीक है। पिता का साथ जीत है।।1।। यूं अनसुना ना करना। पिता की बातें सीख है।।2।। कर्म करना सिखाता है। फ्री में मिलती भीख है।।3।। कहदो जोभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 325 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 1 min read पिता का कंधा याद आता है। थक कर जब चूर हो जाता हूं। तो पिता का कंधा याद आता है।।1।। संगति में जब बिगड़ जाता हूं। तो पिता का गुस्सा याद आता है।।2।। मुसीबत में जब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 391 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 1 min read अहसासों से भर जाता हूं। आदाब बजा लाता हूं। जब पापा के पास आता हूं।। मुस्तकबिल सजा लेता हुं। जब पापा के साथ जाता हुं।। कुछ गम मिटा लेता हूं। जब पापा को सब बता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 396 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 2 min read सुंदर सृष्टि है पिता। ईश्वर की अति उत्तम कृति है पिता,,, धैर्य की संयम रूपी सुंदर सृष्टि है पिता!!! परिवार रूपी बगिया को,,, माली बनकर जीवन भर लहू से सीचता है!!! प्रत्येक दिन पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 6 401 Share Taj Mohammad 19 Apr 2022 · 2 min read पिता ईश्वर का दूसरा रूप है। पिता ईश्वर का दूसरा रूप है,,, इस पृथ्वी पर ब्रह्मा,विष्णु,महेश है!!! यदि ना हों खेलने को कुछ भी तो,,, पिता खिलौना बन जाता है!!! कभी कभी यह पिता,,, अपने बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 10 288 Share