शिव प्रताप लोधी “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिव प्रताप लोधी 22 May 2022 · 1 min read पापा ही हैं जो मुझपे भरोसा करते हैं मेरी चाहतों को पूरा करने में सर्वस्य न्यौछावर करते हैं, मंजिलें मेरी सरताज हो ऐसी दुआऐं करते हैं, पापा ही हैं जो मुझपे भरोसा करते हैं। रिश्तो की मर्यादा में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 15 7 305 Share शिव प्रताप लोधी 22 May 2022 · 1 min read पापा जानते हैं पापा कभी नहीं कहते कि मैं थक गया हूं पापा कभी नहीं कहते कि मैं दुखी हूं क्यों कि पापा जानते हैं मैं सबकी हिम्मत हूं.... पापा कहते हैं कि... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 316 Share