रीतू सिंह “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid रीतू सिंह 2 May 2022 · 1 min read "वो पिता मेरे, मै बेटी उनकी" वो पिता मेरे, मै बेटी उनकी, जिन्होंने दी मुझे नई पहचान। उम्मीद का सहारा,नदी का किनारा, होसलो की ऊची उड़ान, माथे से टपकता पसीना जिन की पहचान। वो पिता मेरे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 98 146 1k Share